संभल में खेत में करंट लगने से किसान की मौत
संभल के सेमरी गांव में एक किसान की बिजली का करंट लगने से दुखद मौत हो गई। यह घटना बीते गुरुवार सुबह उस समय हुई जब 30 वर्षीय हेमराज उर्फ टिंकू खेत में काम कर रहे थे। हेमराज सेमरी गांव के निवासी थे और खेती-बाड़ी से अपनी आजीविका चलाते थे। जब उन्हें करंट लगा तो परिजन तुरंत उन्हें इलाज के लिए निकटवर्ती डॉक्टर के पास ले गए, लेकिन वहां उन्हें मृत घोषित कर दिया गया।
आवारा पशुओं से बचने के लिए लगाए गए थे तार
घटना की जड़ में आवारा पशुओं से फसलों की सुरक्षा के लिए खेत के चारों ओर लगाए गए तार हैं। बताया गया है कि हेमराज जब खेत में काम कर रहे थे, तभी अचानक इन तारों में बिजली का करंट आ गया। इस करंट से वह गंभीर रूप से घायल हो गए और मौके पर ही उनकी जान चली गई। यह एक दुर्भाग्यपूर्ण घटना है जो किसान समुदाय के लिए चिंता का विषय बन गई है।
पुलिस ने की कार्रवाई, शव को भेजा पोस्टमार्टम के लिए
घटना की सूचना मिलने पर रजपुरा थाना पुलिस तुरंत मौके पर पहुंची। पुलिस ने आवश्यक कार्रवाई करते हुए शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। थानाध्यक्ष निशांत कुमार राठी ने जानकारी दी कि परिजनों की मांग पर पंचनामा भरकर शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है। इस घटना ने न केवल मृतक के परिवार को बल्कि पूरे गांव को गहरे सदमे में डाल दिया है।
किसानों की सुरक्षा का मुद्दा
यह घटना किसानों की सुरक्षा के मुद्दे को एक बार फिर से उजागर करती है। किसानों को खेतों में काम करते समय कई प्रकार की खतरनाक परिस्थितियों का सामना करना पड़ता है। ऐसे में यह जरूरी है कि किसान समुदाय को उचित सुरक्षा उपायों के बारे में जागरूक किया जाए। आवारा पशुओं के कारण फसलों को होने वाले नुकसान को रोकने के लिए अन्य सुरक्षित उपायों को अपनाना चाहिए, ताकि ऐसी घटनाएं भविष्य में न हों।
सरकार की जिम्मेदारी
सिर्फ किसान ही नहीं, बल्कि सरकार को भी इस दिशा में कदम उठाने की आवश्यकता है। किसानों के लिए सुरक्षात्मक उपायों का कार्यान्वयन और बिजली के तारों के सही उपयोग की दिशा में उचित दिशा-निर्देश जारी किए जाने चाहिए। इसके साथ ही, किसानों को करंट से बचने के लिए उचित प्रशिक्षण और संसाधन उपलब्ध कराए जाने चाहिए।
सामाजिक जागरूकता की आवश्यकता
इस घटना ने यह भी स्पष्ट किया है कि समाज में जागरूकता की आवश्यकता है। खेतों में काम करते समय सुरक्षा नियमों का पालन करना बेहद जरूरी है। किसानों को यह जानना चाहिए कि उन्हें किस प्रकार के खतरों का सामना करना पड़ सकता है और इससे बचने के लिए क्या उपाय किए जा सकते हैं।
निष्कर्ष
संभल में हुई इस दुखद घटना ने हमें यह सोचने पर मजबूर किया है कि हमें अपने किसानों की सुरक्षा के प्रति जागरूकता बढ़ाने की आवश्यकता है। हमें यह सुनिश्चित करना होगा कि ऐसी घटनाएं भविष्य में न हों और किसान सुरक्षित वातावरण में काम कर सकें। इस दिशा में सभी को मिलकर प्रयास करने की आवश्यकता है ताकि किसानों की मेहनत और जीवन की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।