वाराणसी नगर निगम में सफाई सुपरवाइजर्स की नौकरी समाप्त
वाराणसी नगर निगम में कार्यरत 6 सफाई सुपरवाइजर्स की सेवाएं नगर आयुक्त अक्षत वर्मा द्वारा तत्काल प्रभाव से समाप्त कर दी गई हैं। इन सफाई सुपरवाइजर्स के खिलाफ अटेंडेंस मोबाइल डिवाइस में छेड़छाड़ की शिकायत आई थी, जिसके बाद जांच के दौरान उनकी धांधली सामने आई। यह कार्रवाई निगम प्रशासन की सख्त नीति के तहत की गई है, जिससे यह स्पष्ट होता है कि निगम में अनुशासन बनाए रखना अत्यंत महत्वपूर्ण है।
अटेंडेंस में धांधली का मामला
नगर आयुक्त अक्षत वर्मा ने बताया कि आउटसोर्सिंग पर काम कर रहे सफाई सुपरवाइजर्स ने अटेंडेंस के लिए बनाए गए मोबाइल डिवाइस में छेड़छाड़ की थी। जांच में यह पाया गया कि इन सफाई सुपरवाइजर्स ने प्रथम पाली के लिए निर्धारित अटेंडेंस समय को बदलकर 6 बजे के स्थान पर 9 बजे कर दिया था। इस तरह, वे बिना काम किए ही अपनी उपस्थिति दर्ज करवा लेते थे और नियमित रूप से समय पर नहीं आते थे।
कार्रवाई का कारण और प्रभाव
अधिकारियों ने जब वेतन चार्ट का निरीक्षण किया, तब यह धांधली उजागर हुई। नगर आयुक्त वर्मा ने कहा, “यह स्पष्ट है कि इन सफाई सुपरवाइजर्स ने न केवल अपनी ड्यूटी में लापरवाही बरती, बल्कि नगर निगम के कार्यों की विश्वसनीयता को भी प्रभावित किया।” इसके बाद सभी संबंधित सुपरवाइजर्स को नौकरी से निकालने का निर्णय लिया गया।
सफाई सुपरवाइजर्स की सूची
जिन सफाई सुपरवाइजर्स की सेवाएं समाप्त की गई हैं, उनमें शामिल हैं:
- यजुवेन्द्र सिंह – बंगाली टोला
- अनुपम – सिकरौल-2
- भरत बलराम भूषण – लालपुर मीरापुर बसहीं
- बेलाल अहमद – कालभैरव
- पिन्टु जायसवाल – हनुमान फाटक
- चन्दन पटेल – बंगाली टोला
नगर निगम की सख्त नीति
नगर आयुक्त ने सभी सफाई सुपरवाइजर्स को चेतावनी दी है कि यदि भविष्य में किसी और के वेतन चार्ट में ऐसी धांधली पाई जाती है, तो उन्हें भी तत्काल प्रभाव से नौकरी से निकाल दिया जाएगा। यह कदम नगर निगम की सख्त नीति का हिस्सा है, जो कर्मचारियों के अनुशासन और कार्य नैतिकता को बनाए रखने के लिए उठाया गया है।
समुदाय की प्रतिक्रिया
यह कार्रवाई नगर निगम के प्रति जनता के विश्वास को बढ़ाने के लिए महत्वपूर्ण है। स्थानीय निवासियों का मानना है कि इस तरह की सख्त कार्रवाई से सफाई व्यवस्था में सुधार होगा और नगर निगम की कार्यप्रणाली में पारदर्शिता आएगी। लोगों ने नगर आयुक्त के इस निर्णय का स्वागत किया है और उम्मीद जताई है कि भविष्य में ऐसे मामलों पर सख्ती से नजर रखी जाएगी।
नगर निगम की यह कार्रवाई एक महत्वपूर्ण संदेश है कि किसी भी प्रकार की धांधली को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। इससे न केवल कार्यक्षमता में सुधार होगा, बल्कि कर्मचारियों के बीच भी एक सकारात्मक प्रतिस्पर्धा का माहौल बनेगा। इस प्रकार, वाराणसी नगर निगम ने एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है जो अन्य नगर निगमों के लिए भी एक उदाहरण स्थापित कर सकता है।























