बहराइच में सियार के हमले से हड़कंप, ग्रामीणों ने बचाई जान
अनुराग पाठक | बहराइच – बहराइच के रामगांव थाना क्षेत्र में शनिवार की शाम एक सियार ने एक युवती और एक अन्य व्यक्ति पर हमला कर दिया। इस घटना ने स्थानीय निवासियों में हड़कंप मचा दिया। घटनास्थल पर पहुंचे ग्रामीणों ने तुरंत कार्रवाई करते हुए घायल व्यक्तियों को बचाया और सियार को लाठी-डंडों से पीटकर मार डाला। घायल हुए दोनों व्यक्तियों को तत्काल जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
घटना टेड़िया गांव में हुई, जहां 21 वर्षीय सुशीला अपने घर के बाहर टहल रही थी। अचानक, सियार ने उस पर हमला कर दिया। उसकी चीख सुनकर आसपास के लोग दौड़ पड़े। इसी दौरान, सियार पास के रामकुमार के घर में घुस गया और उन पर भी हमला कर दिया। इस हमले में सुशीला को गंभीर चोटें आईं, जिससे उसके हाथ में भी चोट आई।
रामकुमार की बहादुरी, सियार को पकड़ा
रामकुमार ने सियार के हमले का सामना किया और साहस दिखाते हुए उसे पकड़ लिया। ग्रामीणों ने तत्परता से सियार को लाठी-डंडों से पीटकर उसकी जान ले ली। रामकुमार ने बताया कि सियार ने जब उनके घर में घुसकर हमला किया, तब उन्होंने उसका गला पकड़ लिया। उनकी इस बहादुरी ने ग्रामीणों को सियार को मारने में मदद की।
इस घटना ने सभी को चौंका दिया है, क्योंकि आमतौर पर सियार मनुष्यों पर इस प्रकार का हमला नहीं करते हैं। यह हमला स्थानीय निवासियों के लिए एक चेतावनी के रूप में सामने आया है, जिससे उन्हें अपने और अपने परिवार की सुरक्षा के प्रति सतर्क रहना होगा। घटना के बाद से ग्रामीणों में भय का माहौल है।
वन अधिकारी का बयान
जिले के प्रभागीय वनाधिकारी (DFO) राम सिंह यादव ने इस घटना की पुष्टि करते हुए कहा कि एक सियार ने दो लोगों पर हमला किया था, जिसे ग्रामीणों ने मार दिया है। उन्होंने बताया कि इस घटना के बाद वन विभाग की टीम स्थिति की निगरानी कर रही है और ग्रामीणों को आवश्यक सुरक्षा उपायों के बारे में जागरूक किया जा रहा है।
ग्रामीणों की सुरक्षा को लेकर चिंताएँ
इस घटना ने यह सवाल उठाया है कि क्या ग्रामीण क्षेत्रों में जंगली जानवरों के हमलों से सुरक्षा की उचित व्यवस्था की गई है। ग्रामीणों ने मांग की है कि वन विभाग को इस मामले में सख्त कदम उठाने चाहिए ताकि भविष्य में इस प्रकार की घटनाएँ न हों। स्थानीय निवासियों का मानना है कि जंगली जानवरों की बढ़ती जनसंख्या और उनके आवासों में अव्यवस्था के कारण ऐसे हमले बढ़ रहे हैं।
- घटना स्थल पर स्थानीय लोगों की सक्रियता ने घायलों की जान बचाई।
- रामकुमार ने सियार को पकड़ने में बहादुरी दिखाई।
- वन विभाग ने स्थिति की निगरानी शुरू कर दी है।
- ग्रामीणों ने सुरक्षा के लिए वन विभाग से उचित कदम उठाने की मांग की है।
इस घटना ने बहराइच के ग्रामीणों को अपनी सुरक्षा को लेकर चिंतित कर दिया है। सियार के हमले के बाद, स्थानीय लोगों में एक दूसरे की मदद करने की भावना भी देखी गई, जो इस प्रकार की आपातकालीन स्थितियों में एक सकारात्मक पहलू है। इस घटना ने यह सिद्ध कर दिया है कि जब समुदाय एकजुट होता है, तो कोई भी संकट उनकी एकता को नहीं तोड़ सकता।
अंत में, यह घटना एक बार फिर यह दर्शाती है कि ग्रामीण क्षेत्र में रहने वाले लोगों को हमेशा सतर्क रहना चाहिए और किसी भी प्रकार के खतरे से निपटने के लिए तैयार रहना चाहिए। ऐसे मामलों में त्वरित प्रतिक्रिया बहुत महत्वपूर्ण होती है, जिससे न केवल जान बचाई जा सकती है, बल्कि समुदाय की एकता भी मजबूत होती है।