फैजी खान | हरदोई
4 मिनट पहले
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हरदोई में महात्मा गांधी और शास्त्री जी की जयंती मनाई गई
हरदोई में आज राष्ट्रपिता महात्मा गांधी और भारत रत्न लाल बहादुर शास्त्री की जयंती के अवसर पर पुलिस विभाग द्वारा कई कार्यक्रम आयोजित किए गए। इस विशेष मौके पर पुलिस अधीक्षक अशोक कुमार मीणा और अपर पुलिस अधीक्षक पूर्वी सहित अन्य अधिकारियों ने इन दोनों महान विभूतियों को श्रद्धांजलि अर्पित की। इस आयोजन का मुख्य उद्देश्य महान नेताओं के आदर्शों को याद करना और उनके प्रति सम्मान व्यक्त करना था।
पुलिस लाइन हरदोई में आयोजित कार्यक्रम में पुलिस अधीक्षक अशोक कुमार मीणा ने महात्मा गांधी और शास्त्री जी के चित्रों पर पुष्प अर्पित किए। उन्होंने राष्ट्रीय ध्वज फहराया और सभी उपस्थित पुलिसकर्मियों को राष्ट्र सेवा तथा कर्तव्यनिष्ठा की शपथ दिलाई। उन्होंने अपने संबोधन में गांधीजी के सत्य और अहिंसा के सिद्धांतों तथा शास्त्री जी की सादगी व दृढ़ संकल्प को हर पुलिसकर्मी के लिए प्रेरणादायी बताया।
पुलिस अधिकारियों ने श्रद्धांजलि अर्पित की
इसी क्रम में, पुलिस कार्यालय हरदोई में अपर पुलिस अधीक्षक पूर्वी ने भी श्रद्धांजलि अर्पित कर दोनों नेताओं को नमन किया। उन्होंने राष्ट्रीय ध्वज फहराया और उपस्थित अधिकारियों व कर्मचारियों को उनके आदर्शों का अनुसरण करने के लिए प्रेरित किया। इस प्रकार के कार्यक्रमों का आयोजन न केवल पुलिस बल के लिए बल्कि समाज के लिए भी महत्वपूर्ण है, क्योंकि यह हमें अपने महान नेताओं की विरासत को याद दिलाता है।
कार्यक्रम में देशभक्ति का माहौल
इस अवसर पर पुलिस बल के अधिकारियों और कर्मचारियों ने बड़ी संख्या में भाग लिया। कार्यक्रम में देशभक्ति के गीतों की गूंज के बीच हरदोई पुलिस ने यह संदेश दिया कि इन महान नेताओं के आदर्शों को अपनाकर ही समाज और राष्ट्र को प्रगति की राह पर आगे बढ़ाया जा सकता है। इस प्रकार के आयोजन न केवल पुलिस बल के लिए प्रेरणादायक होते हैं, बल्कि यह समाज में एकता और एकजुटता की भावना को भी बढ़ावा देते हैं।
आधुनिक समाज में जहां कई चुनौतियाँ हैं, ऐसे में गांधी जी और शास्त्री जी के सिद्धांतों को अपनाना अत्यंत आवश्यक है। उनके विचारों को अपने जीवन में उतारने से हम न केवल व्यक्तिगत विकास कर सकते हैं, बल्कि समाज और राष्ट्र के विकास में भी योगदान दे सकते हैं। इस प्रकार के कार्यक्रमों के माध्यम से हम उनकी शिक्षाओं को पुनर्जीवित कर सकते हैं और आने वाली पीढ़ियों को भी उनके बारे में जागरूक कर सकते हैं।