राजस्थान की बारां पुलिस ने मां-बेटे की हत्या के मुख्य आरोपियों को गिरफ्तार किया
बारां जिले में मां-बेटे की हत्या के मामले में पुलिस ने चार मुख्य आरोपियों को गिरफ्तार किया है। ये सभी आरोपी कई दिनों से पुलिस की पकड़ से दूर थे और किशनगंज इलाके के जंगलों में छिपे हुए थे। इस घटना ने स्थानीय समुदाय में हड़कंप मचाया है और पुलिस की कार्यवाही की सराहना की जा रही है।
घटना का विवरण
जिला पुलिस अधीक्षक अभिषेक अंडासू ने बताया कि यह मामला 18 सितंबर 2025 का है, जब कोटड़ी पाठेड़ा निवासी सुखचीर मीणा ने रिपोर्ट दर्ज करवाई। इस रिपोर्ट के अनुसार, उनके रिश्तेदार संजय मीणा और उनकी मां रुकमणी बाई बारां अदालत में पेशी पर आ रहे थे। उसी समय एनएच-27 पर भुलभुलैया चौराहे के आगे बागेश्वर ढाबे के पास एक कार ने उनकी बाइक को टक्कर मार दी।
टक्कर के बाद, कार सवार आरोपियों ने वाहन को दो-तीन बार आगे-पीछे कर मां-बेटे को कुचल दिया, जिससे उनकी मौके पर ही मौत हो गई। इस घटना ने पूरे क्षेत्र में दहशत फैला दी और स्थानीय लोगों ने इस पर कड़ी प्रतिक्रिया दी।
पुरानी रंजिश का मामला
फरियादी सुखचीर मीणा ने अपनी रिपोर्ट में बताया कि मृतक और आरोपी परिवारों के बीच जमीन विवाद को लेकर वर्षों से पुरानी रंजिश चली आ रही थी। जानकारी के अनुसार, वर्ष 2019 में मृतक परिवार ने आरोपी पुरुषोत्तम मीणा के भाई मुकुट मीणा की हत्या कर दी थी। इसके बाद से दोनों पक्षों के बीच कई बार झगड़े और मुकदमे दर्ज हुए थे।
पुलिस के अनुसार, इस पुरानी रंजिश का बदला लेने के लिए आरोपियों ने इस वारदात को अंजाम दिया और इसे सड़क दुर्घटना का रूप देने की कोशिश की। पुलिस ने शुरुआती कार्रवाई में पुरुषोत्तम मीणा, शिशुपाल मीणा, चंद्रमोहन मीणा और चंद्रप्रकाश मीणा को गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया था।
फरार आरोपियों की गिरफ्तारी
हालांकि, इस मामले में विनोद उर्फ मोनू मीणा, नीरज लश्करी, देशराज बैरवा और कमल उर्फ गोलू बैरवा घटना के बाद से फरार चल रहे थे। थाना कोतवाली बारां के थानाधिकारी योगेश चौहान और जिला विशेष टीम ने संयुक्त कार्रवाई करते हुए इन चारों आरोपियों को किशनगंज क्षेत्र के रामगढ़ के पास जंगलों से घेराबंदी कर गिरफ्तार किया।
पुलिस की इस सफल कार्रवाई ने यह साबित कर दिया है कि कानून के हाथ लंबे होते हैं और अपराधियों को उनके किए की सजा अवश्य मिलेगी। इस मामले में आगे की जांच जारी है और पुलिस अन्य संभावित आरोपियों की पहचान करने में जुटी हुई है।
समुदाय की प्रतिक्रिया
इस घटना के बाद स्थानीय समुदाय में आक्रोश और दुख का माहौल है। लोगों ने घटना की निंदा की है और न्याय की मांग की है। बारां पुलिस की कार्रवाई को स्थानीय लोगों ने सराहा है और उम्मीद जताई है कि न्याय जल्द मिलेगा।
पुलिस के अनुसार, वे सभी सुरागों को ध्यान में रखते हुए मामले की गहराई से जांच कर रहे हैं ताकि इस तरह की घटनाएं भविष्य में न हो सकें। पुलिस ने लोगों से अपील की है कि वे किसी भी प्रकार की शिकायत या जानकारी के लिए सीधे उनसे संपर्क करें।
निष्कर्ष
बारां जिले में घटित मां-बेटे की हत्या की इस दुखद घटना ने सभी को हिलाकर रख दिया है। हालांकि, पुलिस ने मुख्य आरोपियों की गिरफ्तारी कर एक सख्त संदेश दिया है कि अपराधियों के लिए कोई स्थान नहीं है। यह घटना न केवल स्थानीय कानून व्यवस्था के लिए एक चुनौती है, बल्कि यह समाज में भाईचारे और शांति के लिए भी एक अलार्म है।
इस मामले पर आगे की घटनाक्रम का सभी को इंतजार रहेगा, और उम्मीद है कि न्याय जल्दी ही मिलेगा।