ग्वालियर में सास द्वारा बहू पर हमला, पुलिस ने दर्ज किया मामला
ग्वालियर के बहोड़ापुर थाना क्षेत्र में एक महिला ने अपनी सास पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा है कि उसकी सास ने उसे बेरहमी से मारा-पीटा और घर से निकालने का प्रयास किया। यह मामला तब सामने आया जब पीड़िता मोनिका कोहली ने बहोड़ापुर थाने में शिकायत दर्ज कराई। पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए सास के खिलाफ मारपीट का मामला दर्ज कर लिया है। पीड़िता ने देर शाम को एसएसपी से भी मुलाकात की और अपने साथ हुई घटना की जानकारी दी।
घटना मंगलवार की है, जब मोनिका ने अपनी सास विजय कोहली पर आरोप लगाया कि वह उसके पति के निधन के बाद से उसे परेशान कर रही है। मोनिका का कहना है कि उसके पति तापस कोहली का निधन कैंसर के कारण 29 नवंबर 2024 को हुआ था। इसके बाद से सास-ससुर और देवर ने मिलकर उसके पति के बिजनेस को हड़प लिया है और अब वे उसे और उसके बच्चों को घर से निकालने की कोशिश कर रहे हैं।
मारपीट की घटना का विवरण
मोनिका कोहली ने पुलिस में बताया कि वह अपने घर के किचन में रूटीन काम कर रही थी, तभी उसकी सास उसके पास आई और उसे गालियाँ देने लगी। जब मोनिका ने इसका विरोध किया, तो सास ने उस पर शारीरिक हमला कर दिया। मोनिका ने बताया कि सास ने उसके चेहरे पर अपने नाखून गड़ा दिए और फिर थप्पड़ मारा। इस मारपीट के बाद सास ने उसे धमकी दी कि अगर वह पुलिस में शिकायत करेगी, तो उसे जिंदा नहीं छोड़ा जाएगा।
पुलिस ने पीड़िता का मेडिकल परीक्षण कराया है और उसकी शिकायत को गंभीरता से लिया है। मोनिका ने यह भी कहा कि उसकी सास और ससुर पहले भी झगड़ालू प्रवृत्ति के रहे हैं। उसने बताया कि छह महीने पहले, एक अप्रैल 2025 को, उसकी सास, ससुर और देवर ने उसकी ननद के ससुराल जाकर उनके पति और उनकी बुजुर्ग मां को भी बेरहमी से पीटा था। उस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था और मामला इंदरगंज थाने में दर्ज किया गया था।
परिवार के अंदर का तनाव और घरेलू हिंसा
यह मामला केवल मोनिका का नहीं है, बल्कि यह घरेलू हिंसा के एक और उदाहरण को उजागर करता है, जहां परिवार के अंदर ही तनाव और विवाद उत्पन्न होते हैं। मोनिका के दावे के अनुसार, उसके ससुराल वाले उसके पति के निधन के बाद से उसे मानसिक और शारीरिक दोनों प्रकार से प्रताड़ित कर रहे हैं। यह स्थिति न केवल मोनिका बल्कि उसके बच्चों के लिए भी चिंताजनक है, जो एक सुरक्षित और स्थिर वातावरण की तलाश में हैं।
घरेलू हिंसा के मामले अक्सर समाज में छिपे रहते हैं, लेकिन जब पीड़ित महिलाएं आवाज उठाती हैं, तो यह समाज के लिए एक चेतावनी होती है। मोनिका ने अपनी सास के खिलाफ जो कदम उठाया है, वह अन्य महिलाओं के लिए भी प्रेरणा का स्रोत बन सकता है। उनके इस साहसिक कदम से यह साफ होता है कि महिलाएं अब अपनी आवाज उठाने से नहीं डर रही हैं और वे अपने अधिकारों के लिए लडने को तैयार हैं।
पुलिस की कार्रवाई और आगे की योजना
ग्वालियर पुलिस ने इस मामले में त्वरित कार्रवाई करते हुए सास के खिलाफ FIR दर्ज कर ली है। पीड़िता के मेडिकल परीक्षण के बाद, पुलिस इस मामले में आगे की कार्रवाई करेगी। पुलिस की कोशिश होगी कि इस मामले की तह तक जाकर सच्चाई को उजागर किया जाए और पीड़िता को न्याय दिलाया जाए।
इस घटना के बाद, समाज में घरेलू हिंसा के खिलाफ आवाज उठाने की आवश्यकता और भी अधिक महसूस होती है। यह मामला एक चेतावनी है कि परिवार के अंदर का तनाव कभी-कभी हिंसा का रूप ले सकता है, और इसके खिलाफ कठोर कदम उठाने की आवश्यकता है।
अंत में, यह कहा जा सकता है कि ग्वालियर की यह घटना न केवल एक व्यक्तिगत दुःखद अनुभव है, बल्कि एक व्यापक सामाजिक मुद्दे की ओर भी इशारा करती है। महिलाएं अपने अधिकारों के लिए खड़ी होंगी और समाज में परिवर्तन लाने की दिशा में कदम उठाएंगी।