“Chaos: MP News में नवरात्रि अष्टमी पर महाआरती में घुसा दो सांड, दमोह के पंडालों में मची अफरा-तफरी; महिलाएं-बच्चे सामान्य घायल”



दमोह में देवी मां की महाआरती के दौरान सांडों का दखल, अफरा-तफरी मची मध्यप्रदेश के दमोह जिले के आलमपुर गांव में एक अनोखी घटना घटी है, जब मंगलवार रात करीब…

“Chaos: MP News में नवरात्रि अष्टमी पर महाआरती में घुसा दो सांड, दमोह के पंडालों में मची अफरा-तफरी; महिलाएं-बच्चे सामान्य घायल”

दमोह में देवी मां की महाआरती के दौरान सांडों का दखल, अफरा-तफरी मची

मध्यप्रदेश के दमोह जिले के आलमपुर गांव में एक अनोखी घटना घटी है, जब मंगलवार रात करीब 8:45 बजे देवी मां की महाआरती के समय अचानक दो सांड भीड़ में घुस गए। इस अप्रत्याशित घटना से वहां मौजूद लोगों में हड़कंप मच गया। कुछ महिलाएं और बच्चे हल्की-फुल्की चोटों के शिकार हो गए, लेकिन thankfully किसी बड़े हादसे की सूचना नहीं मिली है।

घटनास्थल पर मौजूद लोगों ने तत्परता से सांडों को रास्ता देकर वहां से खदेड़ दिया, जिससे महाआरती का आयोजन निर्बाध रूप से जारी रहा। घटना के बाद वहां के निवासियों ने स्थानीय प्रशासन से अपील की है कि वे गांव में घूमने वाले आवारा सांडों के खिलाफ उचित कार्रवाई करें, ताकि भविष्य में ऐसी अप्रिय स्थिति से बचा जा सके।

ग्रामीणों की चिंताएं: आवारा सांडों का खतरा

इस घटना के बाद गांव के निवासियों में चिंता का माहौल है। कीरत सिंह, हरि सिंह, राजेश और गोलू जैसे ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि गांव में गोशाला संचालित होने के बावजूद आवारा मवेशी और सांड खुलेआम घूमते रहते हैं। उन्होंने कहा कि इससे बच्चों की जान को हमेशा खतरा बना रहता है। उनका कहना है कि पंचायत की ओर से आवारा पशुओं की देखरेख नहीं की जा रही है, जिससे ऐसे हादसे होने की संभावनाएं बढ़ गई हैं।

ग्रामीणों का कहना है कि यदि प्रशासन इस समस्या का समाधान नहीं निकालेगा, तो भविष्य में इस तरह की घटनाएं फिर से हो सकती हैं। उन्होंने मांग की है कि स्थानीय निकाय को इस मामले में सख्त कदम उठाने चाहिए। इससे न केवल गांव की सुरक्षा बढ़ेगी, बल्कि लोगों का विश्वास भी प्रशासन पर कायम रहेगा।

सोशल मीडिया पर वायरल हुआ वीडियो

इस घटना का एक वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है, जिसमें सांडों की भीड़ में घुसने की तस्वीरें और वहां की अफरा-तफरी को साफ देखा जा सकता है। इस वीडियो ने घटना की गंभीरता को और भी बढ़ा दिया है। लोगों ने वीडियो को देखकर अपनी प्रतिक्रियाएं दी हैं और प्रशासन से उचित कार्रवाई की मांग की है।

अधिकांश ग्रामीणों का मानना है कि इस तरह की घटनाएं समाज में जागरूकता बढ़ाने की आवश्यकता को दर्शाती हैं। वे चाहते हैं कि प्रशासन इस मामले को गंभीरता से ले और उचित कदम उठाएं ताकि भविष्य में ऐसे हादसे न हों।

समाप्ति

इस घटना ने आलमपुर गांव के लोगों को यह सोचने पर मजबूर कर दिया है कि आवारा मवेशियों की समस्या को सुलझाने की आवश्यकता है। स्थानीय प्रशासन को अब इस दिशा में ठोस कदम उठाने होंगे ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाएं न हों और गांव के लोग सुरक्षित महसूस कर सकें।

इस प्रकार की घटनाएं केवल एक गांव की नहीं, बल्कि पूरे देश में ग्रामीण क्षेत्रों में एक सामान्य समस्या बनती जा रही हैं। प्रशासन को चाहिए कि वे इस समस्या का समाधान ढूंढें और लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित करें।

अंत में, यह कहना गलत नहीं होगा कि इस घटना ने प्रशासन और स्थानीय निवासियों के बीच संवाद की आवश्यकता को भी उजागर किया है। जब तक प्रशासन ठोस कदम नहीं उठाएगा, तब तक ऐसी घटनाएं समाज में चिंता का विषय बनी रहेंगी।

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