हरियाणा के रोहतक में एएसआई संदीप लाठर की आत्महत्या के मामले में पुलिस ने बुधवार रात को चार लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है। इस मामले में नामजद किए गए व्यक्तियों में आईजी वाई पूरन कुमार की पत्नी आईएएस अमनीत पी. कुमार, उनके साले और आम आदमी पार्टी के बठिंडा ग्रामीण विधायक अमित रतन, आईजी के गनमैन सुशील और सिक्योरिटी इंचार्ज सुनील शामिल हैं। सदर थाना पुलिस ने इन सब के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है। खास बात यह है कि सुनील का तबादला दो सप्ताह पहले भिवानी में किया गया था, लेकिन वह फिलहाल अवकाश पर हैं।
सांसद दीपेंद्र ने मौत को बताया संदिग्ध
कांग्रेस सांसद दीपेंद्र हुड्डा ने एएसआई संदीप लाठर की आत्महत्या को एक संदिग्ध घटना बताया है। उन्होंने अपने सामाजिक मीडिया प्लेटफार्म फेसबुक पर अपने पिता और पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र हुड्डा की एक पोस्ट साझा की है, जिसमें इस घटना को संदिग्ध मानते हुए सवाल उठाए गए हैं। उनके इस बयान के बाद से पूरे मामले पर चर्चाओं का दौर शुरू हो गया है।
मामले की पृष्ठभूमि
यह आत्महत्या का मामला उस समय चर्चा में आया जब एएसआई संदीप लाठर ने 10 अक्टूबर को अपने घर में फांसी लगाकर जान दे दी। उनका शव उनके परिवार के सदस्यों द्वारा बाद में पाया गया। आत्महत्या के पीछे की वजह अभी तक स्पष्ट नहीं हो पाई है, लेकिन पुलिस जांच में जुटी हुई है। यह घटना हरियाणा पुलिस के भीतर की गंभीर समस्याओं को उजागर करती है।
हिरासत में लिए गए लोग
पुलिस ने जिन चार व्यक्तियों के खिलाफ मामला दर्ज किया है, उनमें से कुछ को हिरासत में लिया गया है और उनसे पूछताछ की जा रही है। आईजी वाई पूरन कुमार और उनकी पत्नी के खिलाफ आरोप लगाए गए हैं कि उन्होंने एएसआई लाठर पर दबाव डाला था, जिसके कारण उन्होंने आत्महत्या का कदम उठाया। इस मामले में अब तक पुलिस ने कई महत्वपूर्ण सुराग जुटाए हैं।
स्थानीय लोगों की प्रतिक्रिया
स्थानीय निवासियों का कहना है कि एएसआई लाठर एक ईमानदार और कर्तव्यनिष्ठ पुलिस अधिकारी थे। उनकी आत्महत्या ने पूरे क्षेत्र में शोक की लहर फैला दी है। लोगों का मानना है कि इस मामले की गहराई से जांच होनी चाहिए ताकि वास्तविकता सामने आ सके। स्थानीय नेताओं ने भी इस मामले को लेकर राज्य सरकार से उचित कार्रवाई की मांग की है।
राजनीतिक बयानबाजी
इस घटना को लेकर राजनीतिक बयानबाजी भी तेज हो गई है। कांग्रेस और अन्य विपक्षी दल इस मामले को लेकर सरकार पर सवाल उठा रहे हैं। सांसद दीपेंद्र हुड्डा ने कहा है कि इस मामले की उच्चस्तरीय जांच होनी चाहिए ताकि दोषियों को सजा मिल सके।
निष्कर्ष
हरियाणा में एएसआई संदीप लाठर की आत्महत्या का मामला न केवल पुलिस विभाग के लिए बल्कि पूरे समाज के लिए एक गंभीर चिंता का विषय बन गया है। अब यह देखना होगा कि पुलिस इस मामले में किस प्रकार की कार्रवाई करती है और क्या सच में कोई बड़ा खुलासा होता है। स्थानीय समुदाय और राजनीतिक दल इस मामले की गहनता से जांच करने की मांग कर रहे हैं, जिससे कि भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोका जा सके।