Skill Fraud: बलौदाबाजार में कौशल विकास लाइसेंस के नाम पर 2 लाख की ठगी, आरोपी गिरफ्तार



बलौदाबाजार में कौशल विकास प्रशिक्षण केंद्र के नाम पर ठगी, आरोपी गिरफ्तार बलौदाबाजार सिटी कोतवाली पुलिस ने कौशल विकास प्रशिक्षण केंद्र का लाइसेंस दिलाने के नाम पर लाखों रुपये की…

Skill Fraud: बलौदाबाजार में कौशल विकास लाइसेंस के नाम पर 2 लाख की ठगी, आरोपी गिरफ्तार

बलौदाबाजार में कौशल विकास प्रशिक्षण केंद्र के नाम पर ठगी, आरोपी गिरफ्तार

बलौदाबाजार सिटी कोतवाली पुलिस ने कौशल विकास प्रशिक्षण केंद्र का लाइसेंस दिलाने के नाम पर लाखों रुपये की ठगी करने वाले एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया है। इस मामले में आरोपी ने पीड़ित से दो साल तक झांसा देकर 2 लाख 6 हजार रुपये की धोखाधड़ी की। यह घटना क्षेत्र में चर्चा का विषय बन गई है और पुलिस ने इस मामले में त्वरित कार्रवाई की है।

पीड़ित की शिकायत और आरोपी की पहचान

शिकायतकर्ता राजकुमार वलेचा ने सिटी कोतवाली थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई थी। उन्होंने बताया कि आरोपी का नाम देवनाथ वर्मा है, जिसने 4 दिसंबर 2022 से 3 जून 2024 के बीच बलौदाबाजार-भाटापारा क्षेत्र में कौशल विकास केंद्र चलाने का लाइसेंस दिलाने का वादा किया था। इस दौरान आरोपी ने पीड़ित से पैसे लेने के विभिन्न तरीके अपनाए।

पैसे वापस मांगने पर आरोपी ने किया टालमटोल

इस अवधि में आरोपी ने फोन-पे और नकद के माध्यम से कुल 2,06,000 रुपये प्राप्त किए। जब पीड़ित ने आरोपी से लाइसेंस दिलाने के लिए पैसे वापस मांगे, तो आरोपी ने टालमटोल करना शुरू कर दिया और कई बार वादे किए कि वह जल्दी ही पैसे लौटा देगा। लेकिन वह अपने वादों से मुकरता रहा।

पुलिस की त्वरित कार्रवाई

घटना की रिपोर्ट मिलने के बाद, पुलिस अधीक्षक भावना गुप्ता के निर्देश पर सिटी कोतवाली पुलिस ने त्वरित कार्रवाई की। पुलिस ने आरोपी देवनाथ वर्मा को हिरासत में लिया और उससे पूछताछ की। पूछताछ के दौरान, आरोपी ने अपनी धोखाधड़ी की बात स्वीकार की। उसके खिलाफ 15 अक्टूबर 2025 को विधिवत गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया गया।

आरोपी की पहचान और आगे की कार्रवाई

गिरफ्तार आरोपी की पहचान देवनाथ वर्मा (उम्र 34 वर्ष) निवासी ग्राम सूरजपुरा, थाना भाटापारा ग्रामीण के रूप में हुई है। पुलिस ने उसके खिलाफ अपराध क्रमांक 998/2025, धारा 420 के तहत मामला दर्ज किया है और आगे की जांच जारी है। इस मामले ने यह साबित कर दिया है कि कैसे कुछ लोग दूसरों की मेहनत की कमाई को धोखा देकर लूटने की कोशिश करते हैं।

समाज में जागरूकता की आवश्यकता

यह घटना समाज में धोखाधड़ी के मामलों की बढ़ती प्रवृत्ति को उजागर करती है। ऐसे मामलों में पीड़ितों को अपनी शिकायतें तुरंत दर्ज करानी चाहिए और पुलिस से सहयोग लेकर आगे बढ़ना चाहिए। इस तरह की घटनाओं से बचने के लिए लोगों को सतर्क रहना होगा और किसी भी प्रकार के वित्तीय लेन-देन में सावधानी बरतनी चाहिए।

इस घटना ने यह भी स्पष्ट किया है कि कैसे सरकारी योजनाओं का लाभ उठाने के लिए लोग धोखाधड़ी करने में लगे हैं। ऐसे मामलों में जल्द से जल्द कार्रवाई होना आवश्यक है ताकि भविष्य में अन्य लोग इस तरह के धोखे का शिकार न हो सकें।

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