Tata Capital का IPO: निवेशकों के लिए नई अवसर
Tata Capital ने 2025 में भारत के सबसे बड़े प्रारंभिक सार्वजनिक प्रस्ताव (IPO) के लिए प्रति शेयर 310-326 रुपये की मूल्य सीमा निर्धारित की है। इस IPO के माध्यम से कंपनी लगभग 155.12 अरब रुपये ($1.75 अरब) जुटाने की उम्मीद कर रही है, यदि निवेशक उच्चतम मूल्य सीमा पर भाग लेते हैं।
यह IPO खुदरा निवेशकों के लिए 6 अक्टूबर को खुलने जा रहा है, जबकि एंकर निवेशक 3 अक्टूबर को अपनी बोली जमा कर सकते हैं। यह IPO Tata Capital के लिए एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है, जो वित्तीय क्षेत्र में अपनी स्थिति को और मजबूत करने का प्रयास कर रहा है।
Tata Capital IPO: OFS और नए शेयर जारी
Tata Capital Ltd. का यह IPO 47.58 करोड़ शेयरों का एक बुक बिल्ड इश्यू है। इस इश्यू में 21.00 करोड़ शेयरों का नया इश्यू और 26.58 करोड़ शेयरों का बिक्री प्रस्ताव शामिल है। बिक्री प्रस्ताव के तहत, Tata Sons 23 करोड़ शेयरों की बिक्री करेगा, जबकि अंतर्राष्ट्रीय वित्त निगम (IFC) 3.58 करोड़ शेयरों का divestment करेगा।
वर्तमान में, Tata Sons के पास Tata Capital में 88.6% हिस्सेदारी है, जबकि IFC के पास कंपनी में 1.8% हिस्सेदारी है। यह IPO Tata Capital के लिए एक महत्वपूर्ण अवसर प्रदान करता है, जिससे कंपनी अपनी पूंजी को और भी मजबूत कर सकेगी।
Tata Capital का वित्तीय प्रदर्शन
वित्तीय वर्ष 2024-25 में, Tata Capital ने 3,655 करोड़ रुपये का कर पश्चात लाभ (PAT) दर्ज किया, जो पिछले वित्तीय वर्ष में 3,327 करोड़ रुपये था। इसके राजस्व में भी एक महत्वपूर्ण वृद्धि देखी गई है, जो FY25 में 28,313 करोड़ रुपये तक पहुंच गया, जो पिछले वर्ष में 18,175 करोड़ रुपये था।
2007 में ऋण संचालन शुरू करने के बाद से, Tata Capital ने 70 लाख से अधिक ग्राहकों को सेवा प्रदान की है। कंपनी के पास 25 से अधिक ऋण उत्पादों का पोर्टफोलियो है, जो विभिन्न ग्राहक आधार की सेवा करता है, जिसमें वेतनभोगी और स्व-नियोजित व्यक्ति, उद्यमी, छोटे व्यवसाय, SMEs और कॉर्पोरेट शामिल हैं।
अन्य सेवाएँ और प्रबंधकीय समूह
इसके अलावा, Tata Capital तीसरे पक्ष के उत्पादों जैसे कि बीमा और क्रेडिट कार्ड का वितरण भी करता है, संपत्ति प्रबंधन सेवाएँ प्रदान करता है, और निजी इक्विटी फंडों के लिए प्रायोजक और निवेश प्रबंधक के रूप में कार्य करता है। यह कंपनी अपने ग्राहकों को व्यापक वित्तीय समाधान प्रदान करने का प्रयास कर रही है।
इस इश्यू का प्रबंधन एक कंसोर्टियम द्वारा किया जा रहा है, जिसमें कोटक महिंद्रा कैपिटल कंपनी, एक्सिस कैपिटल, बीएनपी पारिबास, एचडीएफसी बैंक, एचएसबीसी सिक्योरिटीज एंड कैपिटल मार्केट्स (इंडिया) प्राइवेट लिमिटेड, सिटीग्रुप ग्लोबल मार्केट्स इंडिया प्राइवेट लिमिटेड, आईसीआईसीआई सिक्योरिटीज, आईआईएफएल कैपिटल सर्विसेज, जेपी मॉर्गन इंडिया और एसबीआई कैपिटल मार्केट्स शामिल हैं।
निष्कर्ष
Tata Capital का IPO न केवल निवेशकों के लिए एक अवसर है, बल्कि यह कंपनी के विकास और विस्तार की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम भी है। वित्तीय स्थिरता और विविधता के साथ, Tata Capital का यह कदम संभावित रूप से भारतीय बाजार में एक नई लहर ला सकता है। आने वाले दिनों में यह देखना दिलचस्प होगा कि निवेशक इस IPO में किस तरह से प्रतिक्रिया देते हैं और कंपनी अपने लक्ष्यों को कैसे प्राप्त करती है।