Rain: समस्तीपुर में बारिश के बाद मेले में भीड़ कम, महानवमी पर पूजा पंडालों में श्रद्धालुओं की संख्या घटने से दुकानदार हुए मायूस

सारांश

महानवमी उत्सव में बारिश का असर: पूजा पंडालों में कम दिखी भीड़ समस्तीपुर में बुधवार शाम को बारिश ने महानवमी के उत्सव को प्रभावित किया। शाम करीब 7 बजे से 9 बजे तक रुक-रुक कर बूंदाबांदी और बारिश होती रही, जिससे पूजा पंडालों में भीड़ कम नजर आई। आमतौर पर इस दिन पंडालों में भारी […]

kapil6294
Oct 01, 2025, 11:21 PM IST

महानवमी उत्सव में बारिश का असर: पूजा पंडालों में कम दिखी भीड़

समस्तीपुर में बुधवार शाम को बारिश ने महानवमी के उत्सव को प्रभावित किया। शाम करीब 7 बजे से 9 बजे तक रुक-रुक कर बूंदाबांदी और बारिश होती रही, जिससे पूजा पंडालों में भीड़ कम नजर आई। आमतौर पर इस दिन पंडालों में भारी भीड़ होती है, लेकिन इस बार मौसम ने उत्सव का रंग फीका कर दिया। दुकानदार भी इस स्थिति से मायूस दिखाई दिए, क्योंकि बारिश के कारण लोग घरों से बाहर नहीं निकल पाए।

बारिश के चलते शहर की सड़कों पर कीचड़ जम गया, जिससे राहगीरों को चलने में कठिनाई हुई। बारिश और कीचड़ की वजह से अधिकांश लोग घर पर ही रहे और मेले की रौनक का आनंद नहीं उठा सके। हालांकि, विधानसभा चुनावों को ध्यान में रखते हुए विभिन्न राजनीतिक दलों के नेता पूजा पंडालों में पहुंचकर लोगों से मिलते रहे।

निवर्तमान विधायक और राजनीतिक नेताओं की सक्रियता

इस वर्ष, जब बारिश ने उत्सव का मजा कम कर दिया है, स्थानीय विधायक अख्तरुल इस्लाम शाहीन पूजा पंडालों में जाकर लोगों से मिलकर उनका आशीर्वाद प्राप्त कर रहे हैं। इसके अलावा, जदयू की पूर्व सांसद अश्वमेघ देवी और भाजपा जिला अध्यक्ष नीलम सहनी भी पूजा पंडालों में नजर आए। यह राजनीतिक नेताओं की सक्रियता इस बात का संकेत है कि वे आगामी चुनावों के लिए अपने जनसंर्पक को मजबूत करना चाहते हैं।

हालांकि, बारिश के कारण पंडालों में भीड़ कम होने के बावजूद, नेताओं ने लोगों से संवाद स्थापित करने में कोई कमी नहीं रखी। राजनीतिक दलों के ये नेता उन लोगों के बीच पहुंचे जो उत्सव के माहौल में भीगने के बावजूद अपने धार्मिक कर्तव्यों को निभाने के लिए बाहर निकले थे।

Get 1 free credit in your first month of free trial to use on any title of your choice

पूजा पंडालों की सजावट और त्योहार की महत्ता

महानवमी का त्योहार हिन्दू धर्म में विशेष महत्व रखता है। यह त्योहार मां दुर्गा की आराधना का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। इस दौरान पूजा पंडालों को भव्य तरीके से सजाया जाता है और भक्तजन देवी की आराधना करते हैं। लेकिन इस वर्ष बारिश ने इस पवित्र अवसर को कुछ हद तक बाधित किया है।

दुकानदारों की बात करें तो उन्हें भी इस वर्ष के उत्सव से निराशा हाथ लगी है। बारिश ने उनकी बिक्री को प्रभावित किया है, जिससे कई दुकानदारों को आर्थिक नुकसान उठाना पड़ सकता है। इस वर्ष, जैसे-जैसे बारिश ने उत्सव के रंग को फीका किया है, दुकानदारों की उम्मीदें भी कम होती जा रही हैं।

स्थानीय निवासियों की प्रतिक्रिया

स्थानीय निवासी भी बारिश के कारण उत्सव के माहौल में कमी महसूस कर रहे हैं। कुछ निवासियों ने कहा कि वे इस वर्ष पूजा के लिए बाहर नहीं आ सके, जबकि अन्य ने कहा कि वे घर पर रहकर ही पूजा कर रहे हैं। इस स्थिति ने समाज में एक नई चर्चा को जन्म दिया है, जिसमें लोग बारिश और त्योहारों के संबंध में विचार कर रहे हैं।

  • महानवमी का त्योहार हिन्दू धर्म में महत्वपूर्ण है।
  • बारिश ने पूजा पंडालों में भीड़ कम कर दी।
  • राजनीतिक दलों के नेता लोगों से मिल रहे हैं।
  • दुकानदारों को आर्थिक नुकसान का सामना करना पड़ रहा है।

इस वर्ष का महानवमी उत्सव बारिश की वजह से भले ही फीका पड़ा, लेकिन स्थानीय निवासियों की आस्था और श्रद्धा में कोई कमी नहीं आई है। सभी ने मिलकर इस पर्व को मनाने की कोशिश की है। आने वाले दिनों में उम्मीद है कि मौसम बेहतर होगा और लोग अपने धार्मिक उत्सवों का आनंद ले सकेंगे।

निष्कर्ष

इस प्रकार, बारिश ने जहां महानवमी के उत्सव में बाधा उत्पन्न की है, वहीं राजनीतिक गतिविधियों में भी तेजी आई है। स्थानीय नेता इस अवसर का उपयोग करके अपने मतदाताओं के साथ संवाद स्थापित कर रहे हैं। समस्तीपुर का यह उत्सव, बारिश के बावजूद, अपने धार्मिक महत्व को बनाए रखेगा।

Bihar News in Hindi


कपिल शर्मा 'जागरण न्यू मीडिया' (Jagran New Media) और अमर उजाला में बतौर पत्रकार के पद पर कार्यरत कर चुके है अब ये खबर २४ लाइव के साथ पारी शुरू करने से पहले रिपब्लिक भारत... Read More

विज्ञापन

विज्ञापन