“India: The New Axis Of Global Energy,” कहते हैं केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी



भारत की ऊर्जा क्षेत्र में बढ़ती भूमिका भारत तेजी से दुनिया के ऊर्जा परिदृश्य में एक केंद्रीय शक्ति के रूप में अपनी स्थिति को मजबूत कर रहा है। यह बातें…

“India: The New Axis Of Global Energy,” कहते हैं केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी

भारत की ऊर्जा क्षेत्र में बढ़ती भूमिका

भारत तेजी से दुनिया के ऊर्जा परिदृश्य में एक केंद्रीय शक्ति के रूप में अपनी स्थिति को मजबूत कर रहा है। यह बातें केंद्रीय पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने शुक्रवार को साझा कीं। उन्होंने उद्योग के महत्वपूर्ण आंकड़े पेश करते हुए बताया कि भारत अब दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा ऊर्जा और तेल उपभोक्ता है। इसके साथ ही, भारत चौथा सबसे बड़ा रिफाइनिंग हब भी है, जिसकी कुल रिफाइनिंग क्षमता 258 मिलियन मीट्रिक टन प्रति वर्ष (MMTPA) से अधिक है।

भारत की वैश्विक LNG व्यापार में भी महत्वपूर्ण भूमिका बढ़ती जा रही है, जहां यह चौथा सबसे बड़ा LNG आयातक है, जो वैश्विक व्यापार का लगभग 6% हिस्सा रखता है। ऊर्जा अवसंरचना के मामले में भी भारत तेजी से प्रगति कर रहा है। देश के पास दुनिया का छठा सबसे बड़ा पाइपलाइन नेटवर्क है, जिसकी लंबाई 25,429 किमी है, और इसे 2030 तक 33,475 किमी तक बढ़ाने की योजना है।

प्रधान मंत्री उज्ज्वला योजना का प्रभाव

घरेलू मोर्चे पर, प्रधान मंत्री उज्ज्वला योजना (PMUY) जीवन को बदलने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है। यह योजना अब 10.60 करोड़ परिवारों को प्रभावित कर रही है और देशभर में 33 करोड़ LPG उपभोक्ताओं का समर्थन कर रही है। इसके माध्यम से गरीब परिवारों को रसोई गैस की सुविधा मिल रही है, जिससे उनके जीवन स्तर में सुधार हो रहा है।

खोज और विकास में नई पहल

अन्वेषण के क्षेत्र में, भारत ने अपनी सबसे बड़ी ऑफशोर ओपन एक्रिज लाइसेंसिंग पॉलिसी (OALP) का शुभारंभ किया है, जिसमें लगभग 1.91 लाख वर्ग किलोमीटर में फैले 25 ब्लॉकों को शामिल किया गया है। यह पहल देश की ऊर्जा आत्मनिर्भरता को बढ़ाने में सहायक होगी।

स्वच्छ ऊर्जा के लक्ष्यों की ओर प्रगति

भारत स्वच्छ ऊर्जा लक्ष्यों की दिशा में भी मजबूत प्रगति कर रहा है। देश का लक्ष्य 2030 तक 900 KTPA हरा हाइड्रोजन उत्पादन करना है। इसके साथ ही, संकुचित बायोगैस (CBG) के 114 प्लांट चालू हैं, जो प्रतिदिन 780 टन उत्पादन कर रहे हैं। वित्तीय वर्ष 2024-25 में 42,800 टन बायोगैस की खरीद का लक्ष्य है।

प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व की प्रशंसा

हरदीप सिंह पुरी ने कहा, “भारत केवल दुनिया की ऊर्जा कहानी का हिस्सा नहीं है – यह इसे आकार दे रहा है।” उन्होंने इस गति का श्रेय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की दूरदर्शिता भरी नेतृत्व को दिया।

ऊर्जा क्षेत्र में भारत की महत्वाकांक्षाएं

हाल के वर्षों में भारत ने अपनी ऊर्जा क्षेत्र को मजबूत करने में महत्वपूर्ण प्रगति की है। देश बिजली की बढ़ती मांग को पूरा करने और स्थिरता को बढ़ावा देने के लिए सफलतापूर्वक दोनों लक्ष्यों को संतुलित कर रहा है। अंतर्राष्ट्रीय ऊर्जा एजेंसी (IEA) के अनुसार, अगले तीन वर्षों में वैश्विक बिजली की मांग में 85 प्रतिशत वृद्धि उभरती और विकासशील अर्थव्यवस्थाओं से आएगी।

भारत एक तेजी से बढ़ती मुख्य अर्थव्यवस्था के रूप में वैश्विक ऊर्जा संक्रमण में केंद्रीय भूमिका निभा रहा है। इसकी ऊर्जा मांग प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं में सबसे तेज गति से बढ़ने की उम्मीद है, जो निरंतर आर्थिक विकास द्वारा प्रेरित है। इसके परिणामस्वरूप, भारत का वैश्विक प्राथमिक ऊर्जा खपत में हिस्सा 2035 तक दोगुना होने का अनुमान है। यह सभी आंकड़े भारत की ऊर्जा क्षेत्र में बढ़ती महत्वाकांक्षाओं और विकास के लिए एक मजबूत आधार प्रदान करते हैं।

इस प्रकार, भारत न केवल अपनी ऊर्जा जरूरतों को पूरा कर रहा है, बल्कि वह वैश्विक ऊर्जा बाजार में एक महत्वपूर्ण खिलाड़ी के रूप में भी उभर रहा है। यह देश के लिए एक नई दिशा और विकास की संभावनाएं खोलता है।

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