AI हब: गूगल ने विशाखापत्तनम में खोला पहला केंद्र, सुंदर पिचाई ने कहा ‘ऐतिहासिक विकास’



गूगल ने विशाखापत्तनम में एआई हब की स्थापना की घोषणा की भारत के डिजिटल भविष्य के लिए एक महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए, गूगल के CEO सुंदर पिचाई ने विशाखापत्तनम, आंध्र…

AI हब: गूगल ने विशाखापत्तनम में खोला पहला केंद्र, सुंदर पिचाई ने कहा ‘ऐतिहासिक विकास’

गूगल ने विशाखापत्तनम में एआई हब की स्थापना की घोषणा की

भारत के डिजिटल भविष्य के लिए एक महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए, गूगल के CEO सुंदर पिचाई ने विशाखापत्तनम, आंध्र प्रदेश में एक गीगावाट-स्केल आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) हब की स्थापना के लिए अगले पांच वर्षों में 15 अरब डॉलर का निवेश करने की घोषणा की है। पिचाई के अनुसार, यह पहल न केवल तकनीकी क्षेत्र में नवाचार को बढ़ावा देगी, बल्कि स्थानीय समुदायों के लिए भी असीमित संभावनाएँ खोलेगी।

इस निवेश का उद्देश्य भारत में तकनीकी विकास को गति प्रदान करना है, जिससे न केवल आर्थिक विकास होगा, बल्कि यह देश को वैश्विक तकनीकी मानचित्र पर एक प्रमुख स्थान पर लाएगा। पिचाई ने कहा कि गूगल का यह कदम भारत के लिए एक मील का पत्थर साबित होगा, जो स्थानीय प्रतिभाओं को AI प्रौद्योगिकी में प्रशिक्षित करने और उन्हें वैश्विक स्तर पर प्रतिस्पर्धी बनाने में मदद करेगा।

विशाखापत्तनम में AI हब की विशेषताएँ

विशाखापत्तनम में स्थापित होने वाला AI हब कई महत्वपूर्ण पहलुओं पर ध्यान केंद्रित करेगा। यह हब विभिन्न क्षेत्रों में AI तकनीकों के विकास और अनुप्रयोग को प्रोत्साहित करेगा, जैसे:

  • शिक्षा: स्थानीय विश्वविद्यालयों और महाविद्यालयों के साथ मिलकर गूगल AI कौशल विकास कार्यक्रम चलाएगा।
  • स्वास्थ्य: AI तकनीकों का उपयोग करके स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार किया जाएगा, जिससे बेहतर चिकित्सा सेवाएँ उपलब्ध कराई जा सकेंगी।
  • कृषि: किसानों को AI आधारित समाधान प्रदान किए जाएंगे, जिससे उनकी उत्पादकता में वृद्धि हो सके।
  • वाणिज्य: स्थानीय व्यवसायों को AI का उपयोग करने के लिए प्रशिक्षित किया जाएगा, जिससे उनकी प्रतिस्पर्धात्मकता बढ़ेगी।

स्थानीय समुदाय पर प्रभाव

गूगल द्वारा विशाखापत्तनम में AI हब की स्थापना से स्थानीय समुदायों पर सकारात्मक प्रभाव पड़ेगा। इस निवेश से न केवल रोजगार के अवसर बढ़ेंगे, बल्कि यह क्षेत्र में तकनीकी शिक्षा को भी बढ़ावा देगा। पिचाई ने कहा कि गूगल का उद्देश्य स्थानीय प्रतिभाओं को संजीवनी प्रदान करना है, ताकि वे अपनी कौशलताओं को विकसित कर सकें और वैश्विक स्तर पर अपनी पहचान बना सकें।

विशाखापत्तनम में यह AI हब तकनीकी नवाचार का केंद्र बनेगा, जो न केवल भारत बल्कि पूरे एशिया में AI की दिशा में महत्वपूर्ण योगदान देगा। इसके अलावा, यह भारत सरकार के डिजिटल इंडिया कार्यक्रम के लक्ष्यों के साथ भी मेल खाता है, जिसमें तकनीकी क्षेत्र में व्यापक सुधार लाने की कोशिश की जा रही है।

पिचाई का भारत के प्रति विश्वास

सुंदर पिचाई ने भारत को एक उभरती हुई तकनीकी महाशक्ति के रूप में देखा है। उन्होंने कहा कि भारत में युवा शक्ति और तकनीकी नवाचार की अद्भुत क्षमता है। इस निवेश के साथ, गूगल भारत में अपनी उपस्थिति को और मजबूत करेगा और स्थानीय समुदायों के लिए विकास के नए रास्ते खोलेगा।

पिचाई ने यह भी कहा कि गूगल का यह कदम वैश्विक स्तर पर AI के विकास में भारत की भूमिका को और अधिक महत्वपूर्ण बनाएगा। उन्होंने कहा कि AI तकनीकें हमारे जीवन के विभिन्न पहलुओं को प्रभावित कर रही हैं, और गूगल इस क्षेत्र में स्थानीय प्रतिभाओं के विकास के लिए प्रतिबद्ध है।

निष्कर्ष

विशाखापत्तनम में गूगल का AI हब भारत के तकनीकी भविष्य के लिए एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है। 15 अरब डॉलर का यह निवेश न केवल स्थानीय समुदायों को सशक्त बनाएगा, बल्कि यह भारत को वैश्विक तकनीकी मानचित्र पर एक प्रमुख स्थान पर लाने में भी मदद करेगा। भविष्य में, यह हब विभिन्न उद्योगों में AI के उपयोग को बढ़ावा देकर आर्थिक विकास और सामाजिक सुधार में योगदान देगा।

इस प्रकार, गूगल का यह कदम भारतीय युवा प्रतिभाओं के लिए नई संभावनाएँ खोलेगा और देश के डिजिटल विकास में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।

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