उदयपुर में दीपोत्सव के दौरान पर्यटन का उत्सव: होटल बुकिंग में तेज़ी
इस वर्ष, दीपावली का पर्व 18 से 23 अक्टूबर तक मनाया जाएगा, जिससे उदयपुर शहर दीपोत्सव के बीच पर्यटन की चमक से जगमगाएगा। इस दौरान होटल्स, रिसॉर्ट्स और विला में एडवांस बुकिंग की प्रक्रिया तेज हो गई है। अब तक, 60 प्रतिशत कमरों की बुकिंग हो चुकी है, और 15 अक्टूबर तक यह आंकड़ा 90 प्रतिशत तक पहुँचने का अनुमान है। यह स्थिति दर्शाती है कि पर्यटकों में इस विशेष अवसर का आनंद लेने की उत्सुकता और बढ़ गई है।
होटल इंडस्ट्री भी इस खास मौके पर पर्यटकों के लिए आकर्षक पैकेज तैयार कर रही है। इनमें दो रात और तीन दिन के ठहराव के साथ दीपावली सेलिब्रेशन और फूड पैकेज शामिल हैं। पैकेज की कीमत 16,000 से लेकर 34,000 रुपए तक है। वहीं, पांच सितारा होटलों में यह पैकेज 66,000 से लेकर 2 लाख रुपए प्रति दिन तक हो सकता है। इस प्रकार, विभिन्न बजट के पर्यटकों के लिए विकल्प उपलब्ध हैं।
दीपोत्सव की थीम पर सजावट और लाइटिंग की तैयारी
उदयपुर के होटल्स और रिसॉर्ट्स में दीपोत्सव की थीम पर सजावट और लाइटिंग की तैयारी तेजी से चल रही है। विशेषकर, गुजराती पर्यटक इस बार अधिक संख्या में एडवांस बुकिंग करवा रहे हैं। ये पर्यटक उदयपुर आने के बाद श्रीनाथजी, नाथद्वारा, रणकपुर और कुंभलगढ़ जैसे प्रमुख स्थलों का भ्रमण करते हैं। इस प्रकार, उदयपुर का पर्यटन उद्योग इस समय अपने चरम पर है।
जीएसटी में कमी का लाभ: 75% होटल्स को होगा फायदा
उदयपुर होटल एसोसिएशन के वरिष्ठ उपाध्यक्ष राजेश अग्रवाल के अनुसार, इस साल दीपावली के दौरान 18 से 23 अक्टूबर के लिए बड़े होटल्स, रिसॉर्ट्स और विला में आधे से ज्यादा कमरे बुक हो चुके हैं। दिवाली के अवसर पर सभी होटल और रिसॉर्ट फुल रहने की उम्मीद है। इस बार, कम लागत वाले कमरों पर जीएसटी को 12 प्रतिशत से घटाकर 5 प्रतिशत कर दिया गया है। यह निर्णय शहर के 75 प्रतिशत होटल्स के लिए फायदेमंद साबित होगा। इससे पर्यटकों को भी आर्थिक लाभ होगा और छोटे होटल्स तथा रिसॉर्ट्स के कमरे भी पूरी तरह भरे रहेंगे।
उदयपुर में पर्यटन बूम: 50 हजार से ज्यादा पर्यटकों के आने की संभावना
दीपावली के अवसर पर उदयपुर में पर्यटन का बूम देखने को मिल रहा है। एक सप्ताह में 50,000 से अधिक पर्यटकों के आने की संभावना है। इन पर्यटकों की एंट्री केसरियाजी से होती है, जहाँ वे पहले ऋषभदेव में केसरियाजी मंदिर में दर्शन करते हैं। इसके बाद, वे आगे की यात्रा के लिए नाथद्वारा की ओर बढ़ते हैं, जहाँ वे श्रीनाथजी के दर्शन करते हैं। अधिकांश पर्यटक ठहरते भी उदयपुर में ही हैं।
इस प्रकार, दीपावली का पर्व ना केवल धार्मिक महत्व रखता है, बल्कि यह उदयपुर के पर्यटन उद्योग के लिए भी एक महत्वपूर्ण अवसर है। होटल्स और रिसॉर्ट्स की बढ़ती बुकिंग और जीएसटी में कमी से यह स्पष्ट होता है कि उदयपुर में इस साल दीपोत्सव के दौरान पर्यटकों की संख्या में भारी वृद्धि होगी।