बिलासपुर में युवक का अपहरण: 10 लाख की फिरौती की मांग
बिलासपुर में एक युवक का अपहरण करने का मामला सामने आया है, जो वहां के कस्तूरबा नगर इलाके में पिछले 10 साल से रह रहा था। इस अपहरण की जानकारी खुद युवक संजय यादव (29 वर्ष) ने अपने पिता को फोन करके दी। संजय ने अपने पिता से 10 लाख रुपए की फिरौती की मांग की है। यह मामला सिविल लाइन थाना क्षेत्र से संबंधित है, जहां संजय के अपहरण के बाद से पुलिस की खोजबीन जारी है।
जानकारी के अनुसार, संजय यादव ने अपने पिता बालेश्वर यादव को फोन करके बताया कि उसे कुछ लोगों ने अपहरण कर लिया है। उसने कहा कि वह सुरक्षित है, लेकिन उसकी जान को खतरा है। संजय ने फिरौती की रकम अपने ही बैंक खाते में जमा करने को कहा है। इस घटना ने परिवार के सदस्यों को चिंता में डाल दिया है, और वे उसके सुरक्षित लौटने की प्रार्थना कर रहे हैं।
संजय की लापता होने की कहानी
संजय यादव, जो कि जशपुर के निवासी हैं, ने हाल ही में अपने पिता को फोन कर बताया था कि वह घर लौट रहा है। 1 अक्टूबर को किए गए इस फोन में उसने कहा था कि वह रात तक घर पहुंच जाएगा। लेकिन जब वह घर नहीं पहुंचा, तो उसके पिता ने उसे फोन किया। इसके बाद उनके फोन पर संजय का मोबाइल बंद मिला, जिससे परिवार में चिंता बढ़ गई।
बाद में, संजय के पिता ने बिलासपुर जाकर उसके किराए के मकान की तलाश की, लेकिन वहां ताला लगा हुआ मिला। इस स्थिति ने परिवार को और अधिक चिंतित कर दिया और उन्होंने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई।
पुलिस की कार्रवाई और तकनीकी सहायता
सिविल लाइन थाना के CSP निमितेश सिंह ने बताया कि युवक की तलाश के लिए पुलिस ने अपनी कार्रवाई तेज कर दी है। संजय का मोबाइल शुरू में बंद था, लेकिन जब वह चालू हुआ, तो पुलिस ने उसका लोकेशन ट्रैक किया। लोकेशन बिलासपुर से पेंड्रा-गौरेला में मिली, जिसके बाद पुलिस की एक टीम वहां भेजी गई।
पुलिस ने साइबर सेल से तकनीकी साक्ष्य एकत्रित करने का कार्य शुरू किया है ताकि अपहरणकर्ताओं का पता लगाया जा सके। इस मामले में पुलिस की कई टीमें विभिन्न स्थानों पर जांच कर रही हैं, लेकिन अभी तक कोई ठोस जानकारी नहीं मिल पाई है।
फिरौती की मांग और अपहरण की स्थिति
पुलिस द्वारा की गई जांच में यह भी पता चला है कि संजय ने अपने पिता को कई बार फोन करके बताया कि उसके अपहरण में 8 से 10 लोग शामिल हैं। उसने अपने पिता को फिरौती की रकम देने के लिए अपने ही बैंक अकाउंट में पैसे डालने को कहा। यह सुनकर पिता बालेश्वर यादव ने तुरंत ही पुलिस को सूचित किया और मामले की गंभीरता को समझा।
परिवार के सदस्य अब संजय की सुरक्षित वापसी की प्रार्थना कर रहे हैं और पुलिस से उम्मीद कर रहे हैं कि वे जल्द ही संजय को सुरक्षित रूप से खोज निकालेंगे। इस घटना ने पूरे क्षेत्र में एक भय का माहौल बना दिया है, और लोग इस तरह के अपराधों के खिलाफ जागरूक रहने की अपील कर रहे हैं।
समाज पर प्रभाव और जागरूकता की आवश्यकता
इस घटना ने न केवल संजय के परिवार को प्रभावित किया है, बल्कि पूरे समुदाय को भी चिंता में डाल दिया है। ऐसे मामलों में तेजी से बढ़ोतरी हो रही है, और यह आवश्यक हो गया है कि लोग सतर्क रहें और अपने आस-पास के माहौल की निगरानी करें।
पुलिस प्रशासन ने भी लोगों को सलाह दी है कि वे किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना तुरंत दें और अपने प्रियजनों की सुरक्षा के लिए सतर्क रहें। इस मामले में आगे की जांच जारी है, और पुलिस ने आश्वासन दिया है कि वे किसी भी हाल में संजय को सुरक्षित रूप से खोज निकालेंगे।
इस प्रकार, बिलासपुर में हुए इस अपहरण केस ने सभी को जागरूक किया है और उम्मीद है कि जल्द ही युवक अपनी घर वापस लौटेगा।