BJP का तंज: पूर्व-सीएम को बिहार का पर्यवेक्षक बनाने पर सांसद पांडेय ने कहा- भूपेश बघेल कांग्रेस के पेटीएम, ‘प्लीज ट्रांसफर मनी’ बन गए हैं



कांग्रेस ने भूपेश बघेल को बिहार चुनाव के लिए सीनियर आब्जर्वर नियुक्त किया अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (AICC) ने हाल ही में पूर्व छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को बिहार…

BJP का तंज: पूर्व-सीएम को बिहार का पर्यवेक्षक बनाने पर सांसद पांडेय ने कहा- भूपेश बघेल कांग्रेस के पेटीएम, ‘प्लीज ट्रांसफर मनी’ बन गए हैं

कांग्रेस ने भूपेश बघेल को बिहार चुनाव के लिए सीनियर आब्जर्वर नियुक्त किया

अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (AICC) ने हाल ही में पूर्व छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को बिहार विधानसभा चुनाव के लिए सीनियर आब्जर्वर नियुक्त किया है। यह कदम कांग्रेस पार्टी के लिए महत्वपूर्ण है, क्योंकि बिहार में चुनावी मौसम की शुरुआत हो चुकी है। इसी बीच, भाजपा सांसद संतोष पांडेय ने इस नियुक्ति पर तीखा प्रहार किया है। उन्होंने कहा कि भूपेश बघेल, जो प्रियंका गांधी और राहुल गांधी के करीबी माने जाते हैं, को पार्टी के लिए एक बोझ के रूप में देख रहे हैं।

संतोष पांडेय ने अपने बयान में कहा कि कांग्रेस की सोच है कि वे समय रहते एटीएम का पूरा उपयोग कर लें। उन्होंने भूपेश बघेल को ‘एटीएम’ (ऑलवेज ट्रांसफर मनी) की संज्ञा दी, लेकिन अब उन्हें ‘पेटीएम’ (प्लीज ट्रांसफर मनी) में परिवर्तित कर दिया गया है। उनके अनुसार, बघेल अब कांग्रेस के अघोषित कोषाध्यक्ष की भूमिका निभा रहे हैं, जो पार्टी के लिए गंभीर चिंता का विषय है।

भूपेश बघेल की चुनावी रणनीतियों पर सवाल

भाजपा के मुख्य प्रदेश प्रवक्ता और सांसद संतोष पांडेय ने कहा कि जहां भी भूपेश बघेल को प्रभारी या पर्यवेक्षक बनाकर भेजा जाता है, वहां कांग्रेस की हार सुनिश्चित हो जाती है। उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा कि असम, पंजाब और उत्तराखंड में उनके कार्यकाल के दौरान कांग्रेस को भयानक हार का सामना करना पड़ा था। अब बिहार में भी यही स्थिति दोहराई जाएगी।

संतोष पांडेय ने यह भी सवाल उठाया कि भूपेश बघेल बिहार में जाकर क्या बताएंगे? क्या वे कोयला घोटाले के 250 करोड़, शराब घोटाले के 2000 करोड़, या फिर सट्टा घोटाले में युवाओं को दिशाहीन करने की कहानी सुनाएंगे? उन्होंने भूपेश बघेल की नेतृत्व क्षमता को लेकर गंभीर सवाल उठाए हैं।

भूपेश बघेल पर भ्रष्टाचार के आरोप

सांसद संतोष पांडेय ने भूपेश बघेल पर आरोप लगाया कि कांग्रेस चुनावों में जिस तरह से उनका उपयोग करती है, उससे यह स्पष्ट होता है कि छत्तीसगढ़ में हुए भ्रष्टाचार के पैसों का उपयोग देशभर के चुनावों में किया जा रहा है। उनके अनुसार, जब भी देश में चुनाव होते हैं, कांग्रेस के शीर्ष नेता भूपेश बघेल नामक “एटीएम/पेटीएम” का उपयोग करते हैं।

उन्होंने कहा कि यही कारण है कि भूपेश बघेल को हर चुनावी राज्य में प्रभारी बनाकर भेजा जाता है, ताकि भ्रष्टाचार से जुटाई गई रकम से कांग्रेस का चुनाव अभियान चलाया जा सके। यह स्थिति कांग्रेस पार्टी के लिए गंभीर चिंता का विषय है, क्योंकि इससे पार्टी की छवि पर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है।

भूपेश बघेल का राजनीतिक भविष्य

भूपेश बघेल की यह नियुक्ति और भाजपा की आलोचनाएँ निश्चित रूप से बिहार में आगामी चुनावों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगी। कांग्रेस की रणनीति और भूपेश बघेल की सक्रियता चुनावी नतीजों को प्रभावित कर सकती है। हालांकि, भाजपा सांसद संतोष पांडेय का यह कहना है कि बघेल की नियुक्ति से कांग्रेस को केवल हानि ही होगी।

भूपेश बघेल की राजनीतिक यात्रा और उनकी कार्यशैली पर नजर रखना महत्वपूर्ण होगा। वे छत्तीसगढ़ में अपने कार्यकाल के दौरान कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए हैं, लेकिन अब देखने की बात यह होगी कि वे बिहार में किस तरह की रणनीतियाँ अपनाते हैं और क्या वे पार्टी के लिए सकारात्मक परिणाम ला पाएंगे या नहीं।

इस स्थिति में, बिहार चुनाव एक महत्वपूर्ण मोड़ साबित हो सकता है, जहां न केवल कांग्रेस की ताकत को परखा जाएगा, बल्कि भूपेश बघेल की राजनीतिक भविष्यवाणी भी सामने आएगी।

अंत में, भूपेश बघेल की भूमिका और कांग्रेस की चुनावी रणनीतियों पर नजर रखना आवश्यक है, क्योंकि ये सभी कारक चुनावी नतीजों को प्रभावित कर सकते हैं।

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