‘Great Example of जन भागीदारी’: पीएम मोदी ने ‘स्वस्थ नारी सशक्त परिवार अभियान’ की सफल समाप्ति की सराहना की



स्वस्थ नारी सशक्त परिवार अभियान: प्रधानमंत्री मोदी ने की सराहना नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को ‘स्वस्थ नारी सशक्त परिवार अभियान’ की सफलतापूर्वक समाप्ति पर सराहना की और…

‘Great Example of जन भागीदारी’: पीएम मोदी ने ‘स्वस्थ नारी सशक्त परिवार अभियान’ की सफल समाप्ति की सराहना की

स्वस्थ नारी सशक्त परिवार अभियान: प्रधानमंत्री मोदी ने की सराहना

नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को ‘स्वस्थ नारी सशक्त परिवार अभियान’ की सफलतापूर्वक समाप्ति पर सराहना की और उन सभी लोगों का आभार व्यक्त किया जिन्होंने इसे “प्रभावशाली” और “लाभकारी” बनाने के लिए ज़मीन पर काम किया। यह अभियान महिलाओं के स्वास्थ्य और सशक्तिकरण के लिए एक महत्वपूर्ण पहल के रूप में उभरा है।

प्रधानमंत्री मोदी ने अपने एक पोस्ट में कहा, “शानदार प्रयास! उन सभी को बधाई जिन्होंने इसे इतना प्रभावशाली और हमारे नारी शक्ति के लिए लाभकारी बनाने के लिए काम किया। यह जीवन को बेहतर बनाने के लिए जन भागीदारी का एक उत्कृष्ट उदाहरण है।” इस अभियान के जरिए महिलाओं के स्वास्थ्य में सुधार लाने के लिए व्यापक प्रयास किए गए हैं।

भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा का बयान

भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा ने अभियान की उपलब्धियों को साझा करते हुए इसकी व्यापकता और स्वास्थ्य पहल के प्रभाव को उजागर किया। उन्होंने बताया कि यह अभियान 17 सितंबर को प्रधानमंत्री मोदी द्वारा शुरू किया गया था और 2 अक्टूबर को समाप्त हुआ। इस दौरान, देशभर में लगभग 18 लाख स्वास्थ्य शिविरों के माध्यम से 6 करोड़ 50 लाख महिलाओं की स्क्रीनिंग की गई।

नड्डा ने अपने पोस्ट में कहा, “यह असाधारण उपलब्धि देश की सामूहिक संकल्पना का प्रतिबिंब है, जो महिलाओं के स्वास्थ्य को मजबूत परिवारों और समृद्ध समुदायों के केंद्र में रखती है। आइए हम इस प्रवृत्ति को जारी रखें और हर महिला को अपनी भलाई को प्राथमिकता देने, नियमित स्वास्थ्य जांच कराने के लिए प्रेरित करें, और एक स्वस्थ, सशक्त भविष्य की ओर अग्रसर हों।”

अभियान का सार्वजनिक प्रभाव

इस अभियान का समापन भारत भर में व्यापक भागीदारी के साथ हुआ, जिससे लाखों महिलाओं, बच्चों और परिवारों को समग्र स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ मिला। स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय के एक आधिकारिक बयान के अनुसार, अभियान के दौरान 18 लाख से अधिक स्वास्थ्य शिविर आयोजित किए गए, जिसमें लगभग 10 करोड़ नागरिकों ने भाग लिया।

अभियान के अंत तक, 1.78 करोड़ नागरिकों की उच्च रक्तचाप के लिए जांच की गई, 1.72 करोड़ नागरिकों की मधुमेह के लिए स्क्रीनिंग की गई, 37 लाख महिलाओं की स्तन कैंसर की जांच की गई, और 19 लाख महिलाओं की गर्भाशय ग्रीवा कैंसर की जांच हुई। इसके अलावा, मौखिक कैंसर की स्क्रीनिंग में 69 लाख से अधिक लोगों को शामिल किया गया।

पोषण और अन्य स्वास्थ्य सेवाएं

इस अभियान के अंतर्गत 1.16 करोड़ से अधिक लोगों को पोषण परामर्श सत्रों का लाभ मिला, 85 लाख नागरिकों की तपेदिक के लिए स्क्रीनिंग की गई और 10.23 लाख लोगों की सिकल सेल रोग के लिए जांच की गई। इसके साथ ही, 4.30 लाख रक्तदाता भी पंजीकृत हुए।

  • स्वास्थ्य शिविरों में 10.69 लाख आयुष्मान/पीएम-जय कार्ड जारी किए गए।
  • कई प्रमुख स्वास्थ्य संस्थान जैसे कि AIIMS, अन्य राष्ट्रीय महत्व के संस्थान, तृतीयक देखभाल अस्पताल और निजी संस्थान इस राष्ट्रीय अभियान में शामिल रहे।

यह अभियान न केवल महिलाओं के स्वास्थ्य को प्राथमिकता देने के लिए एक महत्त्वपूर्ण कदम है, बल्कि यह समाज में स्वास्थ्य सेवाओं की सुलभता को बढ़ाने का भी कार्य करता है। प्रधानमंत्री मोदी और भाजपा नेतृत्व द्वारा इस अभियान के माध्यम से एक सशक्त और स्वस्थ भारत की दिशा में बढ़ने का संकल्प लिया गया है।

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