Ravan Dahan: गोंडा में 70 फीट का रावण होगा दहन, मालवीय नगर में 45 फीट का जलेगा मेघनाथ, सुरक्षा के कड़े इंतजाम



गोंडा में विजयदशमी पर रावण दहन की भव्य तैयारियाँ गोंडा जिले में आज विजयदशमी के अवसर पर रावण दहन की तैयारियां पूरी हो चुकी हैं। यह त्यौहार हर साल भक्तों…

Ravan Dahan: गोंडा में 70 फीट का रावण होगा दहन, मालवीय नगर में 45 फीट का जलेगा मेघनाथ, सुरक्षा के कड़े इंतजाम

गोंडा में विजयदशमी पर रावण दहन की भव्य तैयारियाँ

गोंडा जिले में आज विजयदशमी के अवसर पर रावण दहन की तैयारियां पूरी हो चुकी हैं। यह त्यौहार हर साल भक्तों के बीच एक विशेष महत्व रखता है, जहाँ रावण के पुतले को जलाकर बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक मनाया जाता है। जिले के विभिन्न स्थानों पर रावण के पुतले तैयार कर खड़े किए गए हैं। आज देर शाम, राम और रावण के बीच होने वाले प्रतीकात्मक युद्ध के बाद रावण का दहन किया जाएगा।

कर्नलगंज में भव्य रावण दहन

कर्नलगंज रामलीला मैदान में इस बार **70 फीट** ऊंचे रावण का दहन होगा। यह आयोजन पिछले **200 वर्षों** से यहां किया जा रहा है और स्थानीय लोगों के लिए यह एक परंपरा बन चुका है। रामलीला के दौरान यहां हजारों की संख्या में लोग एकत्र होते हैं, जो इस मौके का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं। इसके साथ ही, मालवीय नगर में **45 फीट** ऊंचे रावण के पुतले का भी दहन किया जाएगा, जहाँ लाखों लोग जुटने की उम्मीद है।

मां खैरा भवानी मंदिर में रावण दहन

मां खैरा भवानी मंदिर के प्रांगण में **25 फीट** ऊंचे रावण और **20 फीट** ऊंचे मेघनाद के पुतले का भी दहन किया जाएगा। यह आयोजन हर साल हजारों लोगों को आकर्षित करता है और यहाँ देर शाम मेले का भी आयोजन होता है, जो इस पर्व को और भी खास बनाता है। पुतले बनाने वाले ठेकेदार झल्लू ने बताया कि उनके पिता ने **1965** से **2011** तक यह काम किया और अब वह खुद **2011** से पुतले बना रहे हैं। इस बार रावण का पुतला **16,000 रुपए** में तैयार किया गया है।

सुरक्षा के कड़े इंतजाम

विजयदशमी पर होने वाले रावण दहन कार्यक्रमों के लिए सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किए गए हैं। श्रद्धालुओं को किसी भी प्रकार की असुविधा न हो, इसके लिए कार्यक्रम स्थलों पर ड्रोन और सीसीटीवी कैमरों से निगरानी रखी जाएगी। पिछले वर्ष खैरा भवानी मंदिर के प्रांगण में रावण दहन के दौरान उसकी अस्थियां ले जाने को लेकर युवाओं में मारपीट हुई थी, जिसका वीडियो भी सामने आया था। इस घटना के मद्देनजर इस बार सुरक्षा व्यवस्था को लेकर विशेष सतर्कता बरती जा रही है।

रावण दहन का महत्व

रावण दहन केवल एक धार्मिक अनुष्ठान नहीं है, बल्कि यह समाज में बुराई और बुरे कर्मों के प्रति जागरूकता फैलाने का भी एक माध्यम है। रावण के पुतले का दहन यह दर्शाता है कि चाहे कितनी भी बड़ी बुराई क्यों न हो, अच्छाई हमेशा विजयी होती है। यह पर्व समाज को एकजुट करने और धार्मिक भावनाओं को प्रगाढ़ करने का भी माध्यम बनता है।

संक्षेप में

  • गोंडा में रावण दहन की तैयारियाँ पूरी, विभिन्न स्थानों पर पुतले खड़े किए गए हैं।
  • कर्नलगंज में **70 फीट** ऊंचा रावण जलाया जाएगा, मालवीय नगर में **45 फीट** का रावण।
  • मां खैरा भवानी मंदिर में **25 फीट** ऊंचा रावण और **20 फीट** ऊंचा मेघनाद का पुतला जलाया जाएगा।
  • सुरक्षा के लिए ड्रोन और सीसीटीवी कैमरों से निगरानी रखी जाएगी।
  • पिछले वर्ष की घटना को देखते हुए इस बार विशेष सुरक्षा व्यवस्था।

इस प्रकार, गोंडा में विजयदशमी का यह पर्व न केवल धार्मिक आस्था का प्रतीक है, बल्कि यह सामाजिक एकता और सद्भावना का भी प्रतीक बनकर उभरता है। सभी श्रद्धालु इस दिन का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं।

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