Snake Bite: बांका में सांप काटने से सातवीं की छात्रा की मौत, झाड़-फूंक के लिए ले गए थे परिजन, अस्पताल पहुंचते ही गई जान



बांका में सांप के काटने से 11 वर्षीय छात्रा की tragic मौत बांका जिले के धोरैया थाना क्षेत्र के कुशमाहा गांव में शनिवार को एक दुखद घटना घटी, जहां **11…

Snake Bite: बांका में सांप काटने से सातवीं की छात्रा की मौत, झाड़-फूंक के लिए ले गए थे परिजन, अस्पताल पहुंचते ही गई जान

बांका में सांप के काटने से 11 वर्षीय छात्रा की tragic मौत

बांका जिले के धोरैया थाना क्षेत्र के कुशमाहा गांव में शनिवार को एक दुखद घटना घटी, जहां **11 वर्षीय छात्रा सोनी कुमारी** की सांप काटने से मौत हो गई। सोनी कुमारी कुशमाहा मध्य विद्यालय में सातवीं कक्षा की छात्रा थी। इस घटना ने पूरे गांव को शोक में डाल दिया है।

प्राप्त जानकारी के अनुसार, सोनी कुमारी अपने गांव के बहियार में मवेशियों के लिए घास काटने गई थी। इसी दौरान उसे एक **विषैले सांप** ने काट लिया। सांप के काटने के बाद सोनी ने घर पहुंचकर अपने परिजनों को घटना की जानकारी दी। उसकी स्थिति गंभीर थी, और वह दर्द से कराह रही थी।

परिजनों का झाड़-फूंक का निर्णय

हालांकि, सोनी के परिजनों ने उसे तुरंत अस्पताल ले जाने का निर्णय नहीं लिया। इसके बजाय, उन्होंने **अहीरों गांव** में झाड़-फूंक कराने का फैसला किया। इस दौरान सोनी की स्थिति लगातार बिगड़ती चली गई। झाड़-फूंक के समय उसे कोई राहत नहीं मिली और उसकी तबीयत गंभीर होती गई।

जब परिजनों ने उसकी स्थिति को गंभीर देखा, तब वे घबराकर उसे धोरैया सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लेकर पहुंचे। वहां पहुंचने पर डॉक्टरों ने उसकी जांच की और उसे मृत घोषित कर दिया। डॉक्टरों के अनुसार, अस्पताल पहुंचने में **काफी देर** हो चुकी थी, जिससे उसकी जान नहीं बचाई जा सकी।

समय पर अस्पताल ले जाने की आवश्यकता

ग्रामीणों का मानना है कि यदि सोनी को समय पर अस्पताल ले जाया जाता, तो उसकी जान बचाई जा सकती थी। यह घटना न केवल सोनी के परिवार के लिए, बल्कि पूरे गांव के लिए एक सबक है। परिजनों की यह गलती कि उन्होंने झाड़-फूंक का विकल्प चुना, ने इस घटना को और भी दुखद बना दिया।

घटना की सूचना पुलिस को अभी तक नहीं दी गई है। परिजन अब शव के **पोस्टमॉर्टम** को लेकर असमंजस में हैं, क्योंकि सरकारी सहायता राशि पाने के लिए पोस्टमॉर्टम कराना अनिवार्य है।

सांप के काटने की घटनाओं में वृद्धि

यह घटना केवल एक व्यक्ति की दुखद मौत नहीं है, बल्कि यह सांप के काटने की घटनाओं में वृद्धि को भी दर्शाती है। ग्रामीण क्षेत्रों में सांप के काटने की घटनाएं आम हैं, और ऐसी स्थितियों में त्वरित चिकित्सा सहायता की आवश्यकता होती है।

विशेषज्ञों का कहना है कि सांप के काटने के बाद तुरंत अस्पताल जाना चाहिए। झाड़-फूंक या घरेलू उपचार से जान बचाने की संभावना कम होती है। इसलिए, यह आवश्यक है कि लोग इस तरह की घटनाओं के प्रति जागरूक हों और समय पर सही कदम उठाएं।

क्या करें जब सांप काटे?

यदि किसी को सांप ने काट लिया है, तो उसे तुरंत अस्पताल ले जाना चाहिए। निम्नलिखित सुझावों का पालन करें:

  • काटने वाली जगह को स्थिर रखें और मरीज को शांत रखें।
  • धनुर्विद्या (बैंड) का उपयोग न करें।
  • सांप के काटने के बाद किसी भी प्रकार का घरेलू उपचार न करें।
  • जल्दी से जल्दी नजदीकी अस्पताल पहुंचें।

निष्कर्ष

यह घटना हमें यह सिखाती है कि समय पर चिकित्सा सहायता कितनी महत्वपूर्ण है। सोनी कुमारी की मौत ने हमें यह याद दिलाया है कि संकट के समय में सही निर्णय लेना कितना आवश्यक है। हमें चाहिए कि हम ऐसी घटनाओं से सीखें और अपने परिवार और समुदाय को सुरक्षित रखने के लिए सजग रहें।

कुशमाहा गांव के इस दर्दनाक हादसे ने सभी को सोचने के लिए मजबूर कर दिया है कि हमें अपने स्वास्थ्य और सुरक्षा के प्रति अधिक सतर्क रहना चाहिए।

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