मैनपुरी में खाद्य विभाग की छापेमारी: नकली तेल की अफवाह पर स्पष्टता
अभिषेक जैन | मैनपुरी | 2 मिनट पहले
मैनपुरी जिले में हाल ही में नकली तेल मिलने की अफवाह ने हड़कंप मचा दिया था। इस मामले में खाद्य विभाग ने अपनी जांच के बाद स्पष्टीकरण जारी किया है। मंगलवार की रात सब्जी मंडी स्थित एक तेल गोदाम में कथित तौर पर नकली मस्टर्ड ऑयल के दर्जनों ड्रम पकड़े जाने की खबर ने स्थानीय लोगों के बीच चिंता का माहौल बना दिया था। इस सूचना के बाद खाद्य सुरक्षा अधिकारियों की टीम ने तुरंत कार्रवाई शुरू की।
घटना की सूचना मिलते ही मुख्य खाद्य सुरक्षा अधिकारी अतुल पाठक के नेतृत्व में एक टीम मौके पर पहुंची। लेकिन गोदाम के मालिक के फरार हो जाने के कारण गोदाम को सील कर दिया गया और वहाँ नोटिस चस्पा किया गया। बाद में, सहायक आयुक्त खाद्य द्वितीय डॉ. श्वेता सैनी ने मौके पर पहुंचकर स्थिति का निरीक्षण किया और स्पष्ट किया कि वहाँ नकली तेल नहीं मिला है।
जांच के दौरान क्या हुआ?
डॉ. श्वेता सैनी ने बताया कि जिलाधिकारी कार्यालय से मिली सूचना के आधार पर जांच की गई थी। इस जांच में पाया गया कि गोदाम मालिक के पास मैन्युफैक्चरिंग लाइसेंस नहीं था, हालांकि उसके पास ट्रेडर का लाइसेंस मौजूद था। गोदाम से 190 लीटर क्षमता वाले मस्टर्ड ऑयल के ड्रम (कुल कीमत 88,350 रुपये) और रिफाइंड राइस ब्रान ऑयल के 32 ड्रम (कुल कीमत 7,90,296 रुपये) बरामद किए गए।
डॉ. श्वेता ने बताया कि चूंकि यह एक मैन्युफैक्चरिंग यूनिट नहीं है, इसलिए इतनी बड़ी मात्रा में लूज़ तेल रखना नियमों के विरुद्ध है। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि “यहां नकली तेल नहीं पाया गया, बल्कि बिना पैकेजिंग लाइसेंस के लूज़ ऑयल की बड़ी मात्रा मिलने पर कार्रवाई की गई है।” उन्होंने आगे बताया कि मस्टर्ड और राइस ब्रान ऑयल दोनों के नमूने जांच के लिए भेजे गए हैं, जिनकी रिपोर्ट आने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।
स्थानीय लोगों की चिंताएं और खाद्य सुरक्षा
इस घटना के बाद स्थानीय लोगों में खाद्य सुरक्षा को लेकर चिंता बढ़ गई है। खाद्य विभाग की टीम ने हाल ही में यह सुनिश्चित करने के लिए कई अन्य गोदामों और दुकानों पर भी छापेमारी की योजना बनाई है। अधिकारी यह सुनिश्चित करना चाहते हैं कि बाजार में बेचे जाने वाले खाद्य पदार्थ सुरक्षित और मानक के अनुरूप हों।
मैनपुरी जिले में इस प्रकार की घटनाएं खाद्य सुरक्षा विभाग की सतर्कता और कार्यवाही की आवश्यकता को दर्शाती हैं। स्थानीय प्रशासन ने नागरिकों से अपील की है कि वे किसी भी प्रकार की संदिग्ध गतिविधि की जानकारी तुरंत अधिकारियों को दें। इससे न केवल लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित होगी, बल्कि खाद्य सामग्री की गुणवत्ता में भी सुधार होगा।
आगे की कार्रवाई और खाद्य सुरक्षा के उपाय
खाद्य विभाग द्वारा की गई इन कार्रवाइयों से यह स्पष्ट होता है कि विभाग खाद्य सुरक्षा के प्रति कितनी गंभीरता से कार्य कर रहा है। आगे की कार्रवाई में, विभाग उन सभी गोदामों का निरीक्षण करेगा जो बिना लाइसेंस के कार्यरत हैं। इसके अलावा, लोगों को भी खाद्य पदार्थों की गुणवत्ता के प्रति जागरूक किया जाएगा ताकि वे सुरक्षित और स्वस्थ खाद्य सामग्री का सेवन कर सकें।
इस प्रकार के मामलों में समय पर कार्रवाई और उचित जांच न केवल खाद्य सुरक्षा को सुनिश्चित करती है, बल्कि जनता के विश्वास को भी बनाए रखती है। नागरिकों को भी चाहिए कि वे ऐसे मामलों में सजग रहें और किसी भी संदिग्ध गतिविधि की जानकारी तुरंत संबंधित अधिकारियों को दें।
इस घटना के माध्यम से खाद्य सुरक्षा विभाग ने यह संदेश दिया है कि वे जनता की सुरक्षा के प्रति गंभीर हैं और किसी भी तरह की लापरवाही को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।