“Criticism: चीन का K वीजा विदेशी स्नातकों को चीनी छात्रों पर प्राथमिकता देता है”



चीन का ‘K वीज़ा’ विदेशी स्नातकों को प्राथमिकता देता है, आलोचना का सामना कर रहा है चीन का नया K वीज़ा: विदेशी स्नातकों को प्राथमिकता? चीन ने हाल ही में…

“Criticism: चीन का K वीजा विदेशी स्नातकों को चीनी छात्रों पर प्राथमिकता देता है”




चीन का ‘K वीज़ा’ विदेशी स्नातकों को प्राथमिकता देता है, आलोचना का सामना कर रहा है


चीन का नया K वीज़ा: विदेशी स्नातकों को प्राथमिकता?

चीन ने हाल ही में एक नया वीज़ा पेश किया है जिसे ‘K वीज़ा’ के नाम से जाना जाता है। इसे चीन के H-1B वीज़ा के समान माना जा रहा है, लेकिन इसने देश के निवासियों के बीच विवाद उत्पन्न कर दिया है। सोशल मीडिया पर कई नेटिज़न्स ने इस वीज़ा के समय और उद्देश्य पर सवाल उठाए हैं, खासकर जब देश में बेरोजगारी दर उच्चतम स्तर पर है।

चीन के इस नए वीज़ा ने विशेष रूप से उन विदेशी स्नातकों को आकर्षित करने का लक्ष्य रखा है जो चीन में अध्ययन कर चुके हैं। लेकिन स्थानीय निवासियों का मानना है कि यह कदम स्थानीय छात्रों को नकारते हुए विदेशी स्नातकों को अधिक अवसर प्रदान करता है। इस कारण से, चीन में कई लोग इस नीति के खिलाफ आवाज उठा रहे हैं।

बेरोजगारी दर और K वीज़ा की समय सीमा

चीन में हाल के वर्षों में बेरोजगारी दर में वृद्धि हुई है। सरकारी आंकड़ों के अनुसार, युवाओं की बेरोजगारी दर लगभग 20% तक पहुंच गई है। ऐसे में, जब स्थानीय छात्र नौकरी की तलाश में हैं, तब विदेशी स्नातकों को प्राथमिकता देने की नीति को लेकर सवाल उठना स्वाभाविक है।

नेटिज़न्स ने इस बात पर भी ध्यान दिलाया है कि यह वीज़ा उन समयों में पेश किया जा रहा है जब स्थानीय छात्रों के लिए रोजगार के अवसर सीमित हैं। कई लोगों का मानना है कि सरकार को पहले स्थानीय छात्रों की भलाई पर ध्यान देना चाहिए।

सोशल मीडिया पर प्रतिक्रिया

सोशल मीडिया प्लेटफार्मों पर इस नए वीज़ा को लेकर मिली-जुली प्रतिक्रियाएँ आ रही हैं। कई यूजर्स ने इस नीति को ‘निषेधात्मक’ करार दिया है, जबकि कुछ ने इसे एक सकारात्मक कदम बताया जो चीन के लिए अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर प्रतिस्पर्धा बढ़ा सकता है।

एक यूजर ने लिखा, “यह नीति केवल विदेशी स्नातकों को लाभ पहुँचाने के लिए बनाई गई है, जबकि हमारे स्थानीय छात्रों को अनदेखा किया जा रहा है।” वहीं, कुछ ने इसे एक अवसर के रूप में देखा है, जिससे चीन में अधिक प्रशिक्षित पेशेवरों की संख्या बढ़ सकती है।

K वीज़ा के लाभ और चुनौतियाँ

K वीज़ा के कुछ संभावित लाभों में शामिल हैं:

  • अंतरराष्ट्रीय स्नातकों को आकर्षित करना, जो चीन की अर्थव्यवस्था के लिए फायदेमंद हो सकता है।
  • स्थानीय बाजार में प्रतिस्पर्धा बढ़ाने के लिए नए विचार और नवाचार लाना।
  • चीन की वैश्विक स्थिति को मजबूत करना, जिससे अन्य देशों में चीन की छवि में सुधार हो।

हालांकि, इसके साथ ही कुछ चुनौतियाँ भी हैं:

  • स्थानीय छात्रों के लिए रोजगार के अवसरों में कमी।
  • बेरोजगारी दर में वृद्धि, जो आर्थिक स्थिरता को प्रभावित कर सकती है।
  • स्थानीय निवासियों के बीच असंतोष और सामाजिक तनाव बढ़ना।

निष्कर्ष

चीन का K वीज़ा, जो विदेशी स्नातकों के लिए एक अद्वितीय अवसर प्रस्तुत करता है, स्थानीय निवासियों के लिए चिंता का विषय बन गया है। जब तक सरकार इस नीति की समीक्षा नहीं करती और स्थानीय छात्रों के लिए अवसरों में सुधार नहीं लाती, तब तक यह विवाद बना रहेगा। चीन को यह सुनिश्चित करना होगा कि उसकी नीतियाँ सभी नागरिकों के लिए लाभकारी हों, न कि केवल एक विशेष समूह के लिए।


लेखक –

Recent Posts

copyrights @ 2025 khabar24live

Exit mobile version