Life in an IIT: लुधियाना के लड़के की यात्रा बायोसाइंसेस से ऊर्जा इंजीनियरिंग तक आईआईटी रुड़की में



आईआईटी में जीवन | लुधियाना के लड़के की यात्रा बायोसाइंस से ऊर्जा इंजीनियरिंग तक आईआईटी रुड़की में माधव ढल की यात्रा लुधियाना के 19 वर्षीय छात्र माधव ढल ने बायोसाइंस…

Life in an IIT: लुधियाना के लड़के की यात्रा बायोसाइंसेस से ऊर्जा इंजीनियरिंग तक आईआईटी रुड़की में






आईआईटी में जीवन | लुधियाना के लड़के की यात्रा बायोसाइंस से ऊर्जा इंजीनियरिंग तक



आईआईटी रुड़की में माधव ढल की यात्रा

लुधियाना के 19 वर्षीय छात्र माधव ढल ने बायोसाइंस से ऊर्जा इंजीनियरिंग में अपनी यात्रा शुरू की, जो न केवल उनके लिए एक शैक्षणिक बदलाव था, बल्कि यह एक नए जीवन का अनुभव भी था। माधव का मानना है कि आईआईटी जीवन में सबसे अच्छा हिस्सा विभिन्न पृष्ठभूमियों के लोगों से मिलना है। उन्होंने बताया कि यह अनुभव उन्हें न केवल तकनीकी ज्ञान देता है, बल्कि व्यक्तिगत विकास में भी मदद करता है।

माधव की कहानी उन छात्रों के लिए प्रेरणा है जो अपने सपनों को पूरा करने के लिए कठिनाइयों का सामना कर रहे हैं। वे बताते हैं कि कैसे उन्होंने जेईई मेन और जेईई एडवांस की कठिन परीक्षाओं को उत्तीर्ण किया और आईआईटी रुड़की में प्रवेश लिया। माधव का कहना है, “मुझे हमेशा से विज्ञान में रुचि थी, और मैंने बायोसाइंस को चुना। लेकिन, जैसे-जैसे मैंने आगे बढ़ा, मुझे ऊर्जा इंजीनियरिंग में अधिक रुचि होने लगी।”

आईआईटी में अध्ययन और अनुभव

आईआईटी रुड़की में अध्ययन करना न केवल शैक्षणिक दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण है, बल्कि यह सामाजिक दृष्टिकोण से भी बेहद समृद्ध अनुभव देता है। माधव कहते हैं, “यहां, मैं कई अलग-अलग राज्यों के छात्रों से मिला, उनके विचारों और संस्कृतियों को समझा। यह एक अनोखा अनुभव है जो मुझे व्यापक दृष्टिकोण देता है।”

माधव ने अपनी पढ़ाई के साथ-साथ विभिन्न सह-पाठ्यक्रम गतिविधियों में भी भाग लिया। उन्होंने क्लब्स और सोसाइटियों में शामिल होकर न केवल अपनी रुचियों को विकसित किया, बल्कि नेतृत्व कौशल भी सीखे। “आईआईटी में, आपको न केवल किताबें पढ़नी होती हैं, बल्कि अपने विचारों को व्यक्त करने और लोगों के साथ काम करने की भी आवश्यकता होती है,” उन्होंने कहा।

भविष्य की योजना और लक्ष्य

माधव का लक्ष्य ऊर्जा क्षेत्र में नवाचार लाना है। वे कहते हैं, “मैं चाहता हूं कि मेरी पढ़ाई का उपयोग कर मैं ऊर्जा की समस्याओं का समाधान कर सकूं। भारत में ऊर्जा की आवश्यकता तेजी से बढ़ रही है, और मुझे विश्वास है कि हम नवीकरणीय ऊर्जा स्रोतों पर ध्यान केंद्रित करके इस समस्या का समाधान कर सकते हैं।”

उन्होंने बताया कि वे अपने स्नातक अध्ययन के बाद उच्च अध्ययन की योजना बना रहे हैं। “मैं मास्टर डिग्री करने के लिए विदेश जाना चाहता हूं, ताकि मैं वैश्विक स्तर पर ऊर्जा इंजीनियरिंग में नवीनतम तकनीकों और शोधों से अवगत हो सकूं।”

आईआईटी में जीवन की चुनौतियाँ

आईआईटी में जीवन आसान नहीं होता है। माधव ने स्वीकार किया कि उन्हें समय-समय पर तनाव का सामना करना पड़ता है। “कभी-कभी, पढ़ाई का दबाव बहुत अधिक हो जाता है। लेकिन, मैंने सीखा है कि कैसे अपने मानसिक स्वास्थ्य का ध्यान रखना है। मैं योग और ध्यान का अभ्यास करता हूं जो मुझे संतुलित रहने में मदद करता है।”

उन्होंने यह भी कहा कि छात्रों के बीच सहयोग और समर्थन बहुत महत्वपूर्ण है। “हम सभी एक-दूसरे की मदद करते हैं, चाहे वह अध्ययन में हो या व्यक्तिगत जीवन में। यह सहयोग ही हमें मजबूत बनाता है।”

निष्कर्ष

माधव ढल की कहानी यह दर्शाती है कि आईआईटी में जीवन केवल शिक्षा तक सीमित नहीं है; यह एक समृद्ध अनुभव है जो व्यक्तिगत और पेशेवर विकास को बढ़ावा देता है। लुधियाना के इस लड़के ने न केवल अपनी शैक्षणिक यात्रा में उत्कृष्टता प्राप्त की है, बल्कि सामाजिक और व्यक्तिगत विकास में भी महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं। उनकी यात्रा हर छात्र के लिए एक प्रेरणा है जो अपने सपनों को पूरा करने की दिशा में मेहनत कर रहा है।


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