सतना में स्वास्थ्य मंत्री राजेंद्र शुक्ला का बयान, इस्तीफे की मांग पर दी प्रतिक्रिया
सतना में प्रदेश के उपमुख्यमंत्री एवं स्वास्थ्य मंत्री राजेंद्र शुक्ला ने कांग्रेस द्वारा उनके इस्तीफे की मांग पर प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि पार्टी जो निर्णय लेती है, वही हम उसका पालन करते हैं। लेकिन वर्तमान में उनका ध्यान जिम्मेदारी निर्वहन पर है, और यह समय इस्तीफे का नहीं है। शुक्ला ने यह बयान तब दिया जब वह सतना में आरएसएस प्रमुख डॉ. मोहन भागवत की सभा में शामिल होने आए थे।
कफ सीरप से हुई बच्चों की मौत पर सरकार का रुख
छिंदवाड़ा में कफ सीरप पीने से 11 बच्चों की मौत के मामले में सरकार का रुख स्पष्ट करते हुए स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि सरकार इस मामले में अत्यंत संवेदनशील है। उन्होंने कहा कि किसी भी दोषी को बख्शा नहीं जाएगा और मामले की गंभीरता को देखते हुए सख्त कदम उठाए जाएंगे। शुक्ला ने बताया कि इस मामले में सरकार ने तेजी से कार्रवाई शुरू कर दी है।
दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जा रही है
राजेंद्र शुक्ला ने कहा कि तमिलनाडु से रिपोर्ट आने के बाद सरकार ने तुरंत कार्यवाही शुरू कर दी थी। उन्होंने यह भी बताया कि दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जा रही है। पूरे प्रदेश में संबंधित कफ सीरप की बिक्री को प्रतिबंधित कर दिया गया है। इसके साथ ही, सीरप बनाने वाली कंपनी और इसे प्रेस्क्राइब करने वाले चिकित्सक के खिलाफ भी एफआईआर दर्ज की गई है।
सरकार का फोकस बच्चों की सुरक्षा पर
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि सरकार का प्राथमिक उद्देश्य बच्चों की सुरक्षा है। उन्होंने कहा कि बच्चों की मौत का यह मामला बेहद दुखद है और इसे हल्के में नहीं लिया जाएगा। सरकार ने इस मामले में जाँच के लिए एक विशेष टीम का गठन किया है, जो इस घटनाक्रम की गहराई से जांच करेगी।
भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के प्रयास
राजेंद्र शुक्ला ने आश्वासन दिया कि भविष्य में ऐसी घटनाएँ दोबारा न हों, इसके लिए आवश्यक कदम उठाए जाएंगे। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य विभाग में सुधार के लिए कार्य योजना बनाई जा रही है, ताकि बच्चों को सुरक्षित चिकित्सा सुविधा मिल सके।
सामाजिक सुरक्षा और स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार की आवश्यकता
इस घटना ने प्रदेश में स्वास्थ्य सेवाओं की स्थिति पर सवाल उठाए हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि सरकार को स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार के लिए ठोस कदम उठाने की आवश्यकता है। इसके अंतर्गत औषधियों की गुणवत्ता, वितरण प्रणाली और चिकित्सकीय सलाह की प्रक्रिया में सुधार शामिल है।
निष्कर्ष
राजेंद्र शुक्ला का यह बयान निश्चित रूप से प्रदेश की स्वास्थ्य नीति और बच्चों की सुरक्षा के प्रति सरकार की प्रतिबद्धता को दर्शाता है। इस मामले में उठाए गए कदम और भविष्य में होने वाले सुधारों की दिशा में सरकार का ध्यान आवश्यक है। प्रदेश के लोगों को स्वास्थ्य सेवाओं में भरोसा दिलाने के लिए यह आवश्यक है कि सरकार अपनी जिम्मेदारियों का सही तरीके से निर्वहन करे।