दिवाली पर तोरण के लिए वास्तु टिप्स: दिवाली का त्योहार हमारे जीवन में विशेष महत्व रखता है। यह रोशनी, खुशियों और रंगों का पर्व है, जब लोग अपने घरों को सजाने में जुट जाते हैं। इस अवसर पर घर के मुख्य द्वार पर ‘तोरण’ या ‘बंदनवार’ लगाने की परंपरा सदियों से चली आ रही है। आम के पत्तों से बने तोरण न केवल देखने में आकर्षक होते हैं, बल्कि इनका धार्मिक और वैज्ञानिक महत्व भी है।
आप जानते हैं कि तोरण में आम के पत्तों की संख्या का महत्व भी होता है? वास्तु शास्त्र और हिंदू मान्यताओं के अनुसार, पत्तों की संख्या पर ध्यान न देने से घर में अशुभता का प्रवेश हो सकता है, जिससे सुख-समृद्धि पर विपरीत प्रभाव पड़ सकता है। इस लेख में हम ज्योतिषाचार्य पंडित दयानंद त्रिपाठी के माध्यम से इस विषय पर विस्तार से जानेंगे।
घर में तोरण के लिए कितने पत्ते चुनें?
हिंदू संस्कृति में किसी भी शुभ कार्य के लिए ओड संख्याओं को शुभ माना जाता है। आम के पत्तों को धन की देवी मां लक्ष्मी का प्रतीक माना जाता है। मान्यता है कि तोरण घर में नकारात्मक ऊर्जा के प्रवेश को रोकता है और शुभ शक्तियों को आमंत्रित करता है। इसलिए, तोरण बनाते समय पत्तों की संख्या का सही होना आवश्यक है ताकि यह शुभ शक्तियां प्रभावी रूप से सक्रिय हो सकें।
वास्तु शास्त्र के अनुसार, दिवाली के तोरण में आम के पत्तों को ओड संख्या में ही लगाना चाहिए। ये संख्या 5, 7 या 21 मानी जाती है। ये संख्याएं सुख-सौभाग्य का प्रतीक होती हैं। आप 3-3 पत्तों का गुच्छा बनाकर भी तोरण तैयार कर सकते हैं। विशेष रूप से, 7 या 11 पत्तों का तोरण सबसे शुभ माना जाता है।
आपको कितने पत्ते भूलकर भी नहीं लगाना चाहिए?
तोरण बनाते समय 2, 4, 6, 8, 10, 20 जैसे सम संख्याओं के पत्तों का उपयोग करने से बचना चाहिए। इन संख्याओं का तोरण शुभ नहीं माना जाता है। इससे घर में शुभ प्रभाव नहीं मिलता है और धन हानि का खतरा भी बना रहता है। इसलिए, शुभता और समृद्धि के लिए ओड संख्याओं का चयन करना आवश्यक है।
दिवाली के इस पावन पर्व पर जब हम अपने घरों को सजाने के लिए तोरण लगाते हैं, तो यह ध्यान रखना जरूरी है कि हम सही विधि और संख्या का पालन करें। इससे न केवल हमारे घर का वातावरण सकारात्मक होगा, बल्कि यह हमें सुख और समृद्धि भी प्रदान करेगा।
इसलिए, इस दिवाली अपनी सजावट में वास्तु के इन महत्वपूर्ण टिप्स को शामिल करें और अपने घर को एक सकारात्मक और शुभ वातावरण में परिवर्तित करें।