Suspension: शिवपुरी नपा CMO ने 5 कर्मचारियों को निलंबित किया, दो दिन पहले 19 अस्थायी कर्मचारियों को हटाया



शिवपुरी नगर पालिका परिषद में बड़ी कार्रवाई: पांच कर्मचारियों का निलंबन शिवपुरी नगर पालिका परिषद में मुख्य नगर पालिका अधिकारी (सीएमओ) इंशाक धाकड़ ने सोमवार को अपनी सख्त कार्रवाई जारी…

Suspension: शिवपुरी नपा CMO ने 5 कर्मचारियों को निलंबित किया, दो दिन पहले 19 अस्थायी कर्मचारियों को हटाया

शिवपुरी नगर पालिका परिषद में बड़ी कार्रवाई: पांच कर्मचारियों का निलंबन

शिवपुरी नगर पालिका परिषद में मुख्य नगर पालिका अधिकारी (सीएमओ) इंशाक धाकड़ ने सोमवार को अपनी सख्त कार्रवाई जारी रखते हुए **पांच कर्मचारियों** को निलंबित कर दिया है। यह निर्णय कार्य में लापरवाही और अनुशासनहीनता बरतने के कारण लिया गया है। सीएमओ का यह कदम नगर पालिका में सुधार की दिशा में महत्वपूर्ण माना जा रहा है, जहां पहले भी कर्मचारियों की अनुशासनहीनता की शिकायतें आई थीं।

सीएमओ ने बताया कि निलंबन की यह कार्रवाई एक ओर संकेत है कि नगरपालिका में कोई भी कर्मचारी नियमों की अनदेखी नहीं कर सकता है। इससे पहले, केवल दो दिन पूर्व, उन्होंने सफाई कर्मियों पर कार्रवाई करते हुए **19 अस्थायी कर्मचारियों** को सेवा से पृथक कर दिया था। इसके साथ ही **9 अन्य कर्मचारियों** को भी अनुशासनहीनता के चलते निलंबित किया गया था। यह घटनाएँ स्पष्ट रूप से दिखाती हैं कि नगरपालिका में अनुशासन बनाए रखने के लिए प्रबंधन गंभीर है।

निलंबित कर्मचारियों की पहचान और आरोप

निलंबित कर्मचारियों में प्रमुख रूप से विनियमित कर्मचारी **संजय चौहान** का नाम शामिल है। उन्हें कार्यालयीन अभिलेख को एक अशासकीय व्यक्ति को अवैध रूप से सौंपने और नोटिस का जवाब न देने के आरोप में निलंबित किया गया है। उनका मुख्यालय निलंबन अवधि के दौरान **फिजिकल कॉम्प्लेक्स** में निर्धारित किया गया है। यह कदम उनकी लापरवाही को गंभीरता से लेते हुए उठाया गया है।

इसके अलावा, नगर पालिका के दो दैनिक वेतन भोगी **जेसीबी चालक** – **घनश्याम प्रजापति** और **इमरान कुरैशी** को भी निलंबित किया गया है। इन दोनों पर आरोप है कि **जेसीबी की बकेट** चोरी होने के बावजूद उन्होंने इसकी सूचना वरिष्ठ अधिकारियों को नहीं दी। यह घटना न केवल उनके प्रति लापरवाही को दर्शाती है, बल्कि यह भी दिखाती है कि वे अपनी जिम्मेदारियों को निभाने में असफल रहे हैं।

अन्य निलंबित कर्मचारियों के मामले

निलंबित कर्मचारियों की सूची में चौकीदार **लाखन सिंह परिहार** और कर्मचारी **श्रीराम लोधी** का नाम भी शामिल है। इन दोनों पर आरोप है कि उन्होंने नगर पालिका परिसर से सामग्री चोरी होने की जानकारी अधिकारियों को नहीं दी। सीएमओ ने इन कर्मचारियों के इस व्यवहार को **कदाचरण** की श्रेणी में माना है, जिससे यह स्पष्ट होता है कि नगरपालिका के नियमों का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

यह घटनाएँ नगर पालिका के कार्यक्षेत्र में अनुशासन और जिम्मेदारी की आवश्यकता को दर्शाती हैं। सीएमओ इंशाक धाकड़ का यह निर्णय निश्चित रूप से अन्य कर्मचारियों के लिए एक उदाहरण बनेगा और उन्हें अपनी जिम्मेदारियों को गंभीरता से लेने के लिए प्रेरित करेगा। नगरपालिका प्रशासन का यह कदम इस बात का संकेत है कि वह अपने कर्मचारियों के कार्यों पर नजर रखेगा और अनुशासनहीनता को किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं करेगा।

नगरपालिका के सुधार प्रयास

शिवपुरी नगर पालिका परिषद में हो रही इन कार्रवाइयों का उद्देश्य कार्य के प्रति गंभीरता लाना और कामकाजी माहौल को सुधारना है। पिछले कुछ समय से नगरपालिका में अनुशासनहीनता की बढ़ती घटनाओं ने प्रबंधन को सख्त कदम उठाने के लिए प्रेरित किया है। सीएमओ इंशाक धाकड़ के नेतृत्व में यह प्रयास न केवल कर्मचारियों की कार्यशैली में सुधार लाने का है, बल्कि यह भी सुनिश्चित करने का है कि नगरपालिका के कार्य सही दिशा में जाएं।

आशा की जाती है कि इस प्रकार की कार्रवाइयाँ अन्य नगर पालिकाओं में भी अनुशासन और कार्यकुशलता को बढ़ावा देने में सहायक सिद्ध होंगी। कर्मचारियों को यह समझना होगा कि उनके कार्यों का प्रभाव न केवल उनके व्यक्तिगत करियर पर पड़ता है, बल्कि समग्र नगरपालिका की छवि पर भी पड़ता है। यदि सभी कर्मचारी अपनी जिम्मेदारियों को समझें और ईमानदारी से कार्य करें, तो निश्चित रूप से शिवपुरी नगर पालिका परिषद एक उत्कृष्ट कार्यक्षेत्र बन सकती है।

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