नीमच में पुलिस विभाग की नई पहल: घुमंतू समुदाय के बच्चों के लिए प्रशिक्षण कार्यक्रम
नीमच, मध्य प्रदेश: पुलिस विभाग ने घुमंतू समुदाय के बच्चों के लिए एक नई पहल शुरू की है, जिसका उद्देश्य उन्हें मुख्यधारा से जोड़ना और सरकारी नौकरी के अवसर प्रदान करना है। इस पहल के तहत शनिवार को पुलिस कंट्रोल रूम में एक विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जिसमें 128 बालक-बालिकाओं ने भाग लिया। इस प्रशिक्षण कार्यक्रम का उद्घाटन स्थानीय विधायक दिलीप सिंह परिहार, एडीएम बीएल कलेश, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक नवल सिंह सिसोदिया, सांसद प्रतिनिधि आदित्य मालू और आर.आई. विक्रम सिंह भदौरिया जैसे प्रमुख अतिथियों द्वारा किया गया। सभी अतिथियों ने इस पहल की सराहना की और बच्चों के उज्ज्वल भविष्य की कामना की।
विभिन्न सरकारी विभागों में करियर के अवसर
यह प्रशिक्षण कार्यक्रम विशेष रूप से उन बच्चों को सशक्त बनाने पर केंद्रित है, जो सरकारी क्षेत्रों में अपना करियर बनाना चाहते हैं। इसमें उन्हें पुलिस, सीआरपीएफ, रेलवे और अन्य सरकारी विभागों की भर्ती परीक्षाओं के लिए तैयारी कराई जाएगी। कार्यक्रम में शामिल बच्चों को न केवल लिखित परीक्षा के लिए पढ़ाई कराई जाएगी, बल्कि शारीरिक दक्षता के लिए संपूर्ण अभ्यास भी कराया जाएगा। इस पहल का मुख्य उद्देश्य है कि ये बच्चे आत्मनिर्भर बनें और अपनी प्रतिभा के माध्यम से समाज में एक महत्वपूर्ण स्थान बना सकें।
प्रशिक्षण में भाग लेने वाले बच्चों का उत्साह
इस प्रशिक्षण कार्यक्रम के लिए बच्चों में जबरदस्त उत्साह देखा गया है। 128 बालक-बालिकाओं ने अपने पंजीकरण करवाए हैं, जो इस बात का संकेत है कि वे अपने भविष्य के प्रति गंभीर हैं। सभी पंजीकृत छात्रों के लिए प्रशिक्षण कल से शुरू होगा, और पुलिस विभाग की यह पहल सामाजिक और आर्थिक चुनौतियों के बावजूद प्रवासी समुदाय के बच्चों को शिक्षा और रोजगार के माध्यम से उज्ज्वल भविष्य बनाने में मदद करेगी।
समाज में सकारात्मक बदलाव की उम्मीद
पुलिस विभाग की इस पहल के माध्यम से उम्मीद की जा रही है कि घुमंतू समुदाय के बच्चे न केवल सरकारी नौकरी के अवसर प्राप्त करेंगे, बल्कि समाज में एक सकारात्मक बदलाव भी लाएंगे। इस कार्यक्रम के तहत बच्चों को न केवल व्यावसायिक कौशल सिखाए जाएंगे, बल्कि उन्हें आत्म-विश्वास और नेतृत्व कौशल भी विकसित करने का अवसर दिया जाएगा।
अतिथियों की प्रतिक्रियाएँ
कार्यक्रम में उपस्थित सभी अतिथियों ने इस पहल की सराहना की और कहा कि यह कदम बच्चों के जीवन में एक नई रोशनी लाने का काम करेगा। विधायक दिलीप सिंह परिहार ने कहा, “यह कार्यक्रम उन बच्चों के लिए एक सुनहरा अवसर है, जो शिक्षा और रोजगार के लिए संघर्ष कर रहे हैं। हमें इस तरह की पहलों को बढ़ावा देना चाहिए।” अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक नवल सिंह सिसोदिया ने भी अपनी राय रखते हुए कहा, “हम बच्चों को सशक्त बनाकर उन्हें समाज का एक सक्रिय हिस्सा बनाना चाहते हैं।”
इस पहल ने न केवल बच्चों में उत्साह बढ़ाया है, बल्कि उनके परिवारों में भी एक नई उम्मीद जगाई है। अब यह देखना महत्वपूर्ण होगा कि ये बच्चे इस अवसर का कितना सही लाभ लेते हैं और अपने सपनों को पूरा करने के लिए कितनी मेहनत करते हैं।
आगे की योजनाएँ
पुलिस विभाग ने इस कार्यक्रम को आगे बढ़ाने की योजना बनाई है, ताकि अन्य बच्चों को भी इस तरह के प्रशिक्षण का लाभ मिल सके। भविष्य में विभिन्न कार्यशालाएँ और सेमिनार आयोजित किए जाने की योजना है, जिससे बच्चों को और अधिक ज्ञान और कौशल मिल सके। इसके अलावा, बच्चों के मानसिक स्वास्थ्य और व्यक्तिगत विकास पर भी ध्यान दिया जाएगा, ताकि वे जीवन की चुनौतियों का सामना कर सकें।
इस प्रकार, नीमच में पुलिस विभाग द्वारा आयोजित यह पहल एक महत्वपूर्ण कदम है, जो न केवल घुमंतू समुदाय के बच्चों के लिए नए अवसर पैदा कर रही है, बल्कि समाज में एक सकारात्मक बदलाव लाने की दिशा में भी काम कर रही है।