MP News: Arrested SI रामवीर कुशवाह तीन दिन के पुलिस रिमांड पर, गुना के फ्रॉड मामले में कोतवाली पुलिस ने किया था गिरफ्तार; CJM कोर्ट ने दिया रिमांड



मध्य प्रदेश: कोर्ट में पेश हुए बर्खास्त SI रामवीर कुशवाह कोतवाली पुलिस द्वारा **फ्रॉड** के आरोप में गिरफ्तार किए गए बर्खास्त उप निरीक्षक (SI) रामवीर कुशवाह को सोमवार को अदालत…

MP News: Arrested SI रामवीर कुशवाह तीन दिन के पुलिस रिमांड पर, गुना के फ्रॉड मामले में कोतवाली पुलिस ने किया था गिरफ्तार; CJM कोर्ट ने दिया रिमांड

मध्य प्रदेश: कोर्ट में पेश हुए बर्खास्त SI रामवीर कुशवाह

कोतवाली पुलिस द्वारा **फ्रॉड** के आरोप में गिरफ्तार किए गए बर्खास्त उप निरीक्षक (SI) रामवीर कुशवाह को सोमवार को अदालत में पेश किया गया। इस दौरान पुलिस ने उसे भारी सुरक्षा के बीच कोर्ट पहुंचाया। **CJM कोर्ट** में सुनवाई के बाद अदालत ने उसे तीन दिन के **पुलिस रिमांड** पर भेजने का आदेश दिया है। यह मामला मध्य प्रदेश में चर्चा का विषय बना हुआ है, जहां एक पुलिस अधिकारी को इस तरह की स्थिति का सामना करना पड़ा है।

आत्माराम पारदी हत्या केस में गिरफ्तारी

गौरतलब है कि रामवीर कुशवाह को आत्माराम पारदी मर्डर केस में **26 सितंबर** को अग्रिम जमानत मिलने के बाद गुना में देखा गया था। उसके बाद से उसकी गतिविधियों की जानकारी पुलिस को मिल रही थी। आत्माराम मर्डर केस के अलावा, रामवीर पर गुना में **छह अन्य केस** भी दर्ज हैं, जिनमें से तीन मामलों में वह फरार चल रहा था। उसकी गिरफ्तारी ने इस बात को और उजागर किया है कि कानून के डर के बावजूद कुछ लोग खुद को बचाने की कोशिश कर रहे हैं।

गिरफ्तारी की प्रक्रिया

रामवीर कुशवाह की गिरफ्तारी **रविवार** शाम को हुई। **SP अंकित सोनी** के निर्देशन में CSP प्रियंका मिश्रा के नेतृत्व में एक पुलिस टीम ने उसके घर पर दबिश देकर उसे गिरफ्तार किया। उसे कोतवाली थाने में दर्ज फ्रॉड के मामले में गिरफ्तार किया गया। जानकारी के अनुसार, जिस कार में आत्माराम पारदी को ले जाने का आरोप है, उस कार को फर्जी दस्तावेजों के जरिए खरीदने के आरोप में FIR दर्ज की गई थी।

पुलिस रिमांड और सुरक्षा व्यवस्था

गिरफ्तारी के बाद, सोमवार दोपहर पुलिस ने रामवीर कुशवाह को कोर्ट में पेश किया। इससे पहले, पुलिस की टीम उसे मेडिकल कराने के लिए जिला अस्पताल ले गई। मेडिकल के बाद, उसे लेकर कोर्ट रवाना हुई। इस दौरान, पुलिस की कार के आगे और पीछे लगभग **दस बाइक** पर पुलिसकर्मी सुरक्षा के लिए तैनात थे। यह सुरक्षा व्यवस्था इस बात का संकेत है कि मामला कितनी गंभीरता से लिया जा रहा है।

कोर्ट में पेशी के दौरान, पुलिस ने पूछताछ और अन्य बरामदगी के लिए अदालत से उसका रिमांड मांगा। सुनवाई के बाद, अदालत ने उसे **तीन दिन के पुलिस रिमांड** पर भेज दिया, जिससे पुलिस को मामले की गहराई में जाने और अन्य तथ्यों को उजागर करने में मदद मिलेगी। मामले की अगली सुनवाई अब **9 अक्टूबर** को होगी।

समाज में बढ़ते अपराध और पुलिस की भूमिका

रामवीर कुशवाह की गिरफ्तारी ने यह सवाल उठाया है कि क्या पुलिस विभाग में ऐसे अपराधियों की संख्या बढ़ती जा रही है। इससे पहले भी कई पुलिसकर्मी विभिन्न आरोपों में गिरफ्तार किए जा चुके हैं, जो दर्शाता है कि कानून का पालन करने वालों में भी कुछ ऐसे हैं जो कानून तोड़ने का कार्य कर रहे हैं। यह घटनाक्रम मध्य प्रदेश में पुलिस की छवि पर भी सवाल उठाता है और समाज में अराजकता के बढ़ते स्तर को उजागर करता है।

इस गिरफ्तारी के साथ ही, यह भी स्पष्ट होता है कि पुलिस प्रशासन अब सख्त कदम उठा रहा है और किसी भी तरह के अपराध को बर्दाश्त नहीं करेगा। हालांकि, यह भी जरुरी है कि पुलिस अपने भीतर के भ्रष्ट तत्वों पर नजर रखे और समाज में विश्वास को बहाल करने के लिए ठोस कदम उठाए।

इस घटना ने यह भी दिखाया है कि कैसे एक पुलिस अधिकारी खुद को कानून से ऊपर समझता है और अपने पद का दुरुपयोग करता है। ऐसे मामलों में सख्त सजा की आवश्यकता है ताकि भविष्य में अन्य पुलिसकर्मी भी इस तरह की गतिविधियों से दूर रहें।

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