MP News: Minor ग्वालियर की लापता नाबालिग 4 दिन बाद इटावा से मिली, पुलिस ने मोबाइल लोकेशन से किया ट्रेस; परिवार की डांट के बाद मथुरा-वृंदावन घूमने निकली थी



ग्वालियर में लापता 15 वर्षीय लड़की का पुलिस ने किया सकुशल बरामद ग्वालियर से चार दिन पहले घर से बिना बताए लापता हुई 15 वर्षीय बालिका को पुलिस ने सफलतापूर्वक…

MP News: Minor ग्वालियर की लापता नाबालिग 4 दिन बाद इटावा से मिली, पुलिस ने मोबाइल लोकेशन से किया ट्रेस; परिवार की डांट के बाद मथुरा-वृंदावन घूमने निकली थी

ग्वालियर में लापता 15 वर्षीय लड़की का पुलिस ने किया सकुशल बरामद

ग्वालियर से चार दिन पहले घर से बिना बताए लापता हुई 15 वर्षीय बालिका को पुलिस ने सफलतापूर्वक बरामद कर लिया है। यह घटना ग्वालियर से 113 किलोमीटर दूर इटावा (उत्तर प्रदेश) रेलवे स्टेशन के पास हुई। ग्वालियर की बिजौली थाना पुलिस ने सोमवार दोपहर को नाबालिग को बरामद किया और उसे सकुशल उसके परिवार के सुपुर्द कर दिया। इस मामले ने न केवल स्थानीय पुलिस को बल्कि पूरे क्षेत्र में सुरक्षा उपायों की चर्चा को भी जन्म दिया है।

पुलिस ने मोबाइल की लोकेशन से किया पता

पुलिस ने बालिका की लोकेशन ट्रेस करने के लिए उसके पास मौजूद मोबाइल का सहारा लिया। जैसे ही पुलिस को पता चला कि बालिका की लोकेशन इटावा में है, एक टीम को तुरंत वहां भेजा गया। पुलिस ने इटावा रेलवे स्टेशन पर पहुंचकर उसे ढूंढ निकाला। पुलिस की तत्परता से बालिका को सुरक्षित वापस लाने में मदद मिली। बरामदगी के बाद जब पुलिस ने बालिका से पूछताछ की, तो उसने बताया कि वह मुरैना जिले के एक युवक से दोस्ती कर बैठी थी, जिसका नाम डैनी है।

परिवार की आपत्ति से हुई थी लापता

बालिका ने बताया कि उसके परिवार को डैनी के साथ उसकी दोस्ती पर आपत्ति थी। परिवार वालों की ओर से उसे लगातार परेशान किया जा रहा था, जिससे वह नाराज होकर घर से निकल गई। उसने आगरा, मथुरा और वृंदावन की यात्रा की, लेकिन अंततः इटावा पहुंच गई। वहां वह किसी अन्य स्थान पर जाने का विचार कर रही थी, लेकिन इससे पहले ही पुलिस ने उसे ढूंढ निकाला।

डैनी की पूछताछ पर पुलिस की कार्रवाई

बालिका के बयान के आधार पर पुलिस ने डैनी को थाने बुलाया और उससे पूछताछ की। हालांकि, डैनी को इस बारे में जानकारी नहीं थी कि बालिका बिना बताए लापता हो गई है। पुलिस ने उसे पूछताछ के बाद छोड़ दिया, क्योंकि वह इस मामले में किसी तरह की संलिप्तता में नहीं पाया गया।

मामले के बाद सुरक्षा उपायों पर चर्चा

इस घटना ने क्षेत्र में सुरक्षा उपायों पर चर्चा को जन्म दिया है। कई विशेषज्ञों का मानना है कि बच्चों की सुरक्षा के लिए परिवारों को अधिक सचेत रहना चाहिए। इसके अलावा, पुलिस और स्थानीय प्रशासन को भी इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए ठोस कदम उठाने की आवश्यकता है। स्कूलों और समाज में इस तरह की घटनाओं के प्रति जागरूकता फैलाने की भी आवश्यकता है।

भविष्य में सावधानी बरतने की आवश्यकता

इस तरह की घटनाएं हमें यह सिखाती हैं कि बच्चों की सुरक्षा सबसे पहले आती है। परिवारों को चाहिए कि वे अपने बच्चों के साथ खुलकर बात करें और उनकी समस्याओं को समझें। इसके साथ ही, यह भी आवश्यक है कि पुलिस और प्रशासन इस तरह की घटनाओं पर नजर रखें और त्वरित कार्रवाई करें।

ग्वालियर की यह घटना न केवल एक परिवार के लिए बल्कि पूरे समुदाय के लिए एक चेतावनी है। हमें सभी को मिलकर बच्चों की सुरक्षा और उनके अधिकारों की रक्षा करने की आवश्यकता है।

MP News in Hindi

लेखक –

Recent Posts