Food News: झाबुआ में स्कूल भोजन में कीड़े मिलने से हड़कंप



झाबुआ में प्राथमिक स्कूल में मिला कीड़ा, मध्यान्ह भोजन सेवा समाप्त झाबुआ जिले के थांदला जनपद के ग्राम पंचायत पाटड़ी में स्थित प्राथमिक स्कूल में बच्चों को लगातार तीन दिनों…

Food News: झाबुआ में स्कूल भोजन में कीड़े मिलने से हड़कंप

झाबुआ में प्राथमिक स्कूल में मिला कीड़ा, मध्यान्ह भोजन सेवा समाप्त

झाबुआ जिले के थांदला जनपद के ग्राम पंचायत पाटड़ी में स्थित प्राथमिक स्कूल में बच्चों को लगातार तीन दिनों तक भोजन में कीड़े मिलने की घटना ने चिंता उत्पन्न कर दी है। यह घटना 9, 10 और 11 अक्टूबर को हुई, जब छात्रों ने भोजन में कीड़े पाए और इसके परिणामस्वरूप उन्होंने खाना खाने से इनकार कर दिया। बच्चों ने इस बारे में अपने माता-पिता को बताया, जिसके बाद अभिभावकों ने कलेक्टर के पास शिकायत दर्ज कराई।

कलेक्टर नेहा मीना के निर्देश पर थांदला एसडीएम महेश मंडलोई ने स्कूल का दौरा किया और बच्चों के बयान दर्ज किए। इस मामले की गंभीरता को देखते हुए एक पंचनामा भी बनाया गया। स्कूल में मध्यान्ह भोजन की गुणवत्ता पर सवाल उठने से शिक्षा विभाग में हड़कंप मच गया है।

शिकायत के बाद की गई कार्रवाई

बचत समूह द्वारा मध्यान्ह भोजन में कीड़े पाए जाने के बाद, थांदला खंड शिक्षा अधिकारी दीपेश सोलंकी ने इस मामले की जांच की। जांच के दौरान शिकायत को सही पाया गया, जिसके बाद कलेक्टर ने तत्काल प्रभाव से शारदा बचत समूह की सेवा समाप्त करने के आदेश दिए। इस कार्रवाई से स्थानीय लोगों में राहत की भावना है, क्योंकि बच्चों के स्वास्थ्य और सुरक्षा को प्राथमिकता दी गई है।

साथ ही, संकुल प्राचार्य, जनशिक्षक और संबंधित शिक्षकों को भी कारण बताओ सूचना पत्र जारी किया गया है। यह कदम शिक्षा विभाग के अधिकारियों द्वारा यह सुनिश्चित करने के लिए उठाया गया है कि भविष्य में ऐसी घटनाएं न हों और बच्चों को सुरक्षित और पौष्टिक भोजन उपलब्ध कराया जाए।

अभिभावकों की चिंता और प्रशासन की जिम्मेदारी

इस घटना के बाद अभिभावकों में गहरी चिंता है। बच्चों की सेहत को लेकर वे न केवल चिंतित हैं, बल्कि प्रशासन की जिम्मेदारी को लेकर भी सवाल उठा रहे हैं। ऐसे मामलों में प्रशासन की ओर से त्वरित कार्रवाई की अपेक्षा की जाती है ताकि बच्चों को सुरक्षित भोजन मिले। शिक्षा विभाग के अधिकारियों का कहना है कि इस मामले में पूरी पारदर्शिता बरती जाएगी और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।

  • मध्यान्ह भोजन में कीड़े मिलने से बच्चों ने भोजन नहीं खाया।
  • कलेक्टर के निर्देश पर एसडीएम ने की जांच।
  • शारदा बचत समूह की सेवा तत्काल प्रभाव से समाप्त।
  • संकुल प्राचार्य और संबंधित शिक्षकों को कारण बताओ सूचना पत्र जारी।

इस प्रकार की घटनाएं न केवल बच्चों के स्वास्थ्य पर प्रतिकूल प्रभाव डालती हैं, बल्कि शिक्षा प्रणाली की गुणवत्ता पर भी सवाल उठाती हैं। प्रशासन ने इस मामले को गंभीरता से लिया है और उम्मीद जताई है कि भविष्य में इस तरह की घटनाओं की पुनरावृत्ति नहीं होगी।

स्थानीय निवासियों का मानना है कि शिक्षा विभाग को अधिक सक्रिय रहना चाहिए और मध्यान्ह भोजन की गुणवत्ता की नियमित जांच करनी चाहिए। इसके अलावा, अभिभावकों को भी अपने बच्चों के भोजन की निगरानी करनी चाहिए ताकि उनकी सेहत को कोई खतरा न हो।

निष्कर्ष

झाबुआ जिले के इस स्कूल में हुई घटना ने सभी की आंखें खोल दी हैं। प्रशासन की ओर से उठाए गए कदम सकारात्मक हैं, लेकिन यह सुनिश्चित करना आवश्यक है कि ऐसी घटनाएं फिर से न हों। बच्चों का स्वास्थ्य सबसे पहले आता है और इसके लिए सभी को मिलकर काम करना होगा।

अंततः, यह घटना एक महत्वपूर्ण संकेत है कि प्रशासन और शिक्षा विभाग को बच्चों की सुरक्षा और स्वास्थ्य को प्राथमिकता देने की आवश्यकता है। केवल तभी हम एक स्वस्थ और सुरक्षित शिक्षा प्रणाली की दिशा में आगे बढ़ सकते हैं।

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