Heart Attack: पैरों को ऊँचा करना क्यों नहीं है सुरक्षित?



दिल का दौरा पड़ने पर पैरों को ऊँचा उठाना क्यों नहीं चाहिए दिल का दौरा और उसके लक्षण दिल का दौरा एक गंभीर स्वास्थ्य स्थिति है, जो किसी भी उम्र…

Heart Attack: पैरों को ऊँचा करना क्यों नहीं है सुरक्षित?





दिल का दौरा पड़ने पर पैरों को ऊँचा उठाना क्यों नहीं चाहिए



दिल का दौरा और उसके लक्षण

दिल का दौरा एक गंभीर स्वास्थ्य स्थिति है, जो किसी भी उम्र में हो सकती है। इसके लक्षण अचानक ही प्रकट हो सकते हैं और कई बार यह कुछ घंटों या दिनों तक भी चल सकता है। डॉ. सी.एम. नागेश के अनुसार, दिल के दौरे के कुछ सामान्य लक्षणों में छाती में दर्द, सांस लेने में कठिनाई, और पसीना आना शामिल हैं।

यदि आप अकेले हैं और आपको दिल का दौरा पड़ता है, तो स्थिति और भी गंभीर हो सकती है। कई लोगों की मौत तब होती है जब वे अकेले होते हैं और समय पर चिकित्सा सहायता नहीं मिल पाती। इसलिए, यह समझना महत्वपूर्ण है कि ऐसे समय में क्या करना चाहिए।

दिल का दौरा पड़ने पर क्या करें?

यदि आपको या किसी को दिल का दौरा पड़ता है, तो तुरंत कार्रवाई करना बहुत आवश्यक है। डॉ. नागेश ने कहा कि यदि आप अकेले हैं और आपको दिल का दौरा पड़ता है, तो सबसे पहले शांत रहने की कोशिश करें। घबराने से स्थिति और बिगड़ सकती है।

आपको निम्नलिखित कदम उठाने चाहिए:

  • एंबुलेंस को कॉल करें: जितनी जल्दी हो सके आपातकालीन सेवा को कॉल करें।
  • आराम से बैठें: अपने आप को आरामदायक स्थिति में रखें।
  • आवश्यक दवाएं लें: यदि आपके पास पहले से दवा है, जैसे कि एस्पिरिन या नाइट्रोग्लिसरीन, तो उन्हें लेकर स्थिति को संभालें।
  • संदेश भेजें: यदि संभव हो तो किसी दोस्त या परिवार के सदस्य को सूचित करें।

पैरों को ऊँचा उठाना क्यों नहीं?

कई लोग मानते हैं कि दिल के दौरे के समय पैरों को ऊँचा उठाना फायदेमंद हो सकता है। हालांकि, यह सलाह सही नहीं है। डॉ. नागेश का कहना है कि ऐसा करना हानिकारक हो सकता है। जब दिल का दौरा पड़ता है, तो रक्त प्रवाह की स्थिति बदल जाती है और पैरों को ऊँचा उठाने से शरीर के अन्य अंगों में रक्त प्रवाह कम हो सकता है।

इसलिए, सलाह दी जाती है कि आप एक आरामदायक स्थिति में बैठें और अपने पैरों को सामान्य स्थिति में रखें। इससे रक्त प्रवाह बेहतर रहेगा और आपको बेहतर महसूस होगा।

दिल के दौरे के लक्षणों को पहचानना महत्वपूर्ण है

दिल के दौरे के लक्षणों को पहचानना महत्वपूर्ण है, खासकर महिलाओं में। महिलाओं में आमतौर पर लक्षण पुरुषों की तुलना में अलग हो सकते हैं, जैसे कि पेट में दर्द, थकान, और चक्कर आना। इसलिए, यदि किसी को भी इन लक्षणों का अनुभव होता है, तो उन्हें तुरंत चिकित्सा सहायता लेनी चाहिए।

यह भी महत्वपूर्ण है कि आप नियमित रूप से अपने दिल की सेहत की जांच कराएं और एक स्वास्थ्यकर जीवनशैली अपनाएं। जैसे:

  • संतुलित आहार का सेवन करें
  • नियमित व्यायाम करें
  • तनाव को नियंत्रित करें
  • धूम्रपान और शराब का सेवन न करें

निष्कर्ष

दिल का दौरा एक गंभीर स्वास्थ्य संकट है, और इसके लक्षणों को पहचानना और सही समय पर कार्रवाई करना आवश्यक है। डॉ. सी.एम. नागेश ने बताया कि यदि आप अकेले हैं और दिल का दौरा पड़ता है, तो घबराएं नहीं। सही निर्णय लेने से आपकी जान भी बच सकती है। याद रखें, जब भी आपको कोई समस्या हो, हमेशा चिकित्सा सहायता लें।


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