“Online Gaming: अक्षय कुमार ने बताया कैसे उनकी बेटी ऑनलाइन गेमिंग के खतरों का शिकार हुई; बच्चों की सुरक्षा के उपाय”



‘क्या आप मुझे न*ड तस्वीर भेज सकते हैं’: अक्षय कुमार ने बताया कि उनकी बेटी ऑनलाइन गेमिंग के खतरों का शिकार कैसे हुई; बच्चों को शिकारियों से बचाने के उपाय…

“Online Gaming: अक्षय कुमार ने बताया कैसे उनकी बेटी ऑनलाइन गेमिंग के खतरों का शिकार हुई; बच्चों की सुरक्षा के उपाय”




‘क्या आप मुझे न*ड तस्वीर भेज सकते हैं’: अक्षय कुमार ने बताया कि उनकी बेटी ऑनलाइन गेमिंग के खतरों का शिकार कैसे हुई; बच्चों को शिकारियों से बचाने के उपाय


अक्षय कुमार की बेटी का ऑनलाइन गेमिंग का अनुभव

बॉलीवुड के मशहूर अभिनेता अक्षय कुमार ने हाल ही में एक disturbing घटना का जिक्र किया जिसमें उनकी 13 वर्षीय बेटी, नितारा, एक ऑनलाइन गेमिंग में उत्पीड़न का शिकार हुई। अक्षय की इस बात ने ऑनलाइन गेमिंग के खतरों पर एक महत्वपूर्ण चर्चा छेड़ दी है। उन्होंने बताया कि उनकी बेटी को एक अज्ञात व्यक्ति ने “क्या आप मुझे न*ड तस्वीर भेज सकते हैं” जैसे अश्लील संदेश भेजे। इस घटना ने न केवल अक्षय के परिवार को बल्कि समाज के सभी माता-पिता को सतर्क कर दिया है।

अक्षय कुमार ने इस घटना को साझा करते हुए कहा कि जब उन्होंने अपनी बेटी के साथ इस मुद्दे पर बात की, तो उन्हें एहसास हुआ कि ऑनलाइन सुरक्षा की शिक्षा कितनी महत्वपूर्ण है। उन्होंने यह भी बताया कि उनकी बेटी ने यह अनुभव अकेले नहीं किया, बल्कि यह समस्या कई बच्चों को प्रभावित कर रही है। इस प्रकार के ऑनलाइन उत्पीड़न के मामलों में वृद्धि ने सभी को चिंतित कर दिया है।

बच्चों को ऑनलाइन खतरों से कैसे सुरक्षित रखें

विशेषज्ञों का मानना है कि माता-पिता को अपने बच्चों को ऑनलाइन दुनिया के खतरों के बारे में जागरूक करना चाहिए। इसके लिए कई उपाय किए जा सकते हैं:

  • साइबर सुरक्षा शिक्षा: बच्चों को साइबर सुरक्षा के महत्वपूर्ण पहलुओं के बारे में सिखाना आवश्यक है। उन्हें यह समझाना चाहिए कि किसी अज्ञात व्यक्ति से बातचीत करना या उनकी व्यक्तिगत जानकारी साझा करना सुरक्षित नहीं है।
  • नियमित संवाद: बच्चों के साथ नियमित संवाद करना जरूरी है। इससे वे अपनी समस्याएं और अनुभव खुलकर साझा कर सकेंगे। माता-पिता को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि बच्चे किसी भी अप्रिय अनुभव के बारे में तुरंत उन्हें सूचित करें।
  • गेमिंग प्राइवेसी सेटिंग्स: सभी गेम्स में प्राइवेसी सेटिंग्स को सेट करना चाहिए। यह सुनिश्चित करता है कि बच्चे केवल अपने दोस्तों के साथ ही खेलें और अज्ञात व्यक्तियों से संपर्क न करें।
  • सकारात्मक ऑनलाइन व्यवहार: बच्चों को ऑनलाइन सकारात्मक व्यवहार के बारे में समझाना चाहिए। उन्हें यह सिखाना चाहिए कि कैसे अच्छे संवाद करें और दूसरों के प्रति सम्मान दिखाएं।
  • स्कूलों में साइबर सुरक्षा कार्यक्रम: स्कूलों को भी अपने पाठ्यक्रम में साइबर सुरक्षा को शामिल करना चाहिए। इससे बच्चों को सही जानकारी और सुरक्षा की शिक्षा मिल सकेगी।

साइबर सुरक्षा के लिए तकनीकी उपाय

इसके अलावा, माता-पिता को बच्चों के लिए तकनीकी उपायों का भी ध्यान रखना चाहिए। उदाहरण के लिए:

  • सुरक्षित इंटरनेट उपयोग: घर में इंटरनेट का उपयोग सुरक्षित बनाने के लिए पैरेंटल कंट्रोल सॉफ़्टवेयर का उपयोग करें। यह माता-पिता को यह सुनिश्चित करने में मदद करता है कि बच्चे सुरक्षित वेबसाइटों पर ही जाएं।
  • ऑनलाइन गतिविधियों की निगरानी: बच्चों की ऑनलाइन गतिविधियों की निगरानी करना चाहिए। इससे माता-पिता को यह पता चलेगा कि बच्चे क्या कर रहे हैं और वे किससे बातचीत कर रहे हैं।
  • सुरक्षित पासवर्ड का उपयोग: बच्चों को मजबूत और सुरक्षित पासवर्ड बनाने के लिए प्रोत्साहित करें। यह उनकी ऑनलाइन सुरक्षा को और बढ़ाता है।

समाज की भूमिका

इस घटना ने यह भी उजागर किया है कि समाज को भी इस मुद्दे पर ध्यान देना चाहिए। सभी को मिलकर बच्चों को सुरक्षित रखने के लिए प्रयास करने की आवश्यकता है। यह केवल माता-पिता की जिम्मेदारी नहीं है, बल्कि स्कूल, समुदाय और सरकार का भी इस दिशा में महत्वपूर्ण योगदान होना चाहिए।

अक्षय कुमार की इस घटना ने बच्चों की ऑनलाइन सुरक्षा के प्रति जागरूकता बढ़ाने की आवश्यकता को स्पष्ट किया है। हमें चाहिए कि हम सभी मिलकर एक ऐसा वातावरण बनाएं जहां बच्चे सुरक्षित रहें और अपनी क्षमता का सही उपयोग कर सकें।


लेखक –

Recent Posts

copyrights @ 2025 khabar24live

Exit mobile version