EPS ने करूर stampede त्रासदी को लेकर स्टालिन सरकार पर निशाना साधा



तमिलनाडु में एआईएडीएमके की चुनावी तैयारियां चेन्नई: एआईएडीएमके के नेता एडप्पादी के. पलानीस्वामी ने हाल ही में करूर में हुई भीषण दुर्घटना के बाद डीएमके सरकार पर गंभीर आरोप लगाए…

EPS ने करूर stampede त्रासदी को लेकर स्टालिन सरकार पर निशाना साधा

तमिलनाडु में एआईएडीएमके की चुनावी तैयारियां

चेन्नई: एआईएडीएमके के नेता एडप्पादी के. पलानीस्वामी ने हाल ही में करूर में हुई भीषण दुर्घटना के बाद डीएमके सरकार पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने कहा कि इस सरकार ने इस घटना के बाद की स्थिति को संभालने में पूरी तरह से विफलता दिखाई है, जिसमें 41 लोगों की जान चली गई। पलानीस्वामी का कहना है कि सरकार की प्राथमिकता दोष से बचने के बजाय न्याय प्रदान करने में होनी चाहिए।

करूर में हुई त्रासदी

करूर में हुए stampede के बाद, एआईएडीएमके के नेता ने कहा कि यह दुखद घटना सरकार की लापरवाहियों का परिणाम है। उन्होंने कहा, “डीएमके सरकार को इस घटना के पीड़ितों और उनके परिवारों की मदद करने के बजाय अपनी छवि बचाने में अधिक रुचि है।” पलानीस्वामी ने आरोप लगाया कि सरकार ने इस मामले में जांच और राहत कार्यों में ढिलाई बरती है।

राजनीतिक अभियान की तैयारी

पलानीस्वामी ने अपनी पार्टी के लिए एक व्यापक चुनावी अभियान की शुरुआत की है, जिसमें वे राज्य भर में मेगा पदयात्रा करने का निर्णय लिया है। उन्होंने कहा कि यह यात्रा न केवल पार्टी के लिए समर्थन जुटाने का एक माध्यम है, बल्कि यह लोगों के बीच जागरूकता फैलाने का भी एक प्रयास है। ऐसे समय में जब सरकार की नीतियों और कार्यों पर सवाल उठ रहे हैं, एआईएडीएमके ने अपने चुनावी आधार को मजबूती प्रदान करने की दिशा में कदम बढ़ाया है।

डीएमके पर आरोप

पलानीस्वामी ने डीएमके सरकार पर आरोप लगाया कि वह करूर घटना के बाद से लगातार अपने दोषों को छिपाने की कोशिश कर रही है। उन्होंने कहा, “यह सरकार हर बार झूठे वादे करती है और जब वह अपने कुकर्मों का सामना करती है, तो केवल बचाव की रणनीति अपनाती है।” उन्होंने कहा कि यह तमिलनाडु की जनता के साथ अन्याय है और अब समय आ गया है कि लोग इस सरकार के खिलाफ खड़े हों।

एआईएडीएमके का जनसंपर्क अभियान

एआईएडीएमके ने अपनी मौजूदा स्थिति को मजबूत करने के लिए कई योजनाएं बनाई हैं। पार्टी ने यह सुनिश्चित करने के लिए एक जनसंपर्क अभियान शुरू किया है कि उनकी आवाज़ हर कोने तक पहुंचे। पलानीस्वामी ने कहा, “हमें जनता का समर्थन चाहिए, और हम उन्हें दिखाना चाहते हैं कि एआईएडीएमके ही एकमात्र विकल्प है जो उनकी भलाई के लिए काम कर सकती है।”

समर्थन जुटाने की रणनीतियाँ

पार्टी के कार्यकर्ताओं को यह निर्देश दिया गया है कि वे गांव-गांव जाकर लोगों के बीच जाएं और उनकी समस्याओं को समझें। इसके साथ ही, पलानीस्वामी ने पार्टी के नेताओं से भी अपील की कि वे अपने विधानसभा क्षेत्रों में सक्रिय रहें और स्थानीय मुद्दों को उठाएं।

  • पदयात्रा का उद्देश्य: चुनावी समर्थन जुटाना और लोगों के मुद्दों को समझना
  • डीएमके के खिलाफ लगातार हमले: सरकार की नीतियों की आलोचना करना
  • स्थानीय नेताओं की सक्रियता: गांवों में जाकर लोगों से जुड़ना

एआईएडीएमके का यह अभियान आगामी विधानसभा चुनावों में उनकी सफलता की कुंजी साबित हो सकता है। पलानीस्वामी ने इस दौरान यह भी कहा कि पार्टी को हर स्थिति में मजबूती से खड़ा रहना होगा और जनता की आवाज़ बनना होगा।

निष्कर्ष

इस प्रकार, एआईएडीएमके अपने चुनावी अभियान को तेज़ी से आगे बढ़ा रही है, जबकि डीएमके सरकार पर लगातार हमले कर रही है। करूर की घटना ने राजनीतिक परिदृश्य को बदल दिया है और यह देखना दिलचस्प होगा कि आने वाले समय में ये दोनों पार्टियां किस दिशा में आगे बढ़ती हैं। पलानीस्वामी का यह प्रयास न केवल पार्टी के लिए, बल्कि राज्य की राजनीति के लिए भी महत्वपूर्ण साबित हो सकता है।

लेखक –

Recent Posts

copyrights @ 2025 khabar24live

Exit mobile version