ECI-Net: कैसे यह डिजिटल टूल बिहार विधानसभा चुनावों में क्रांति लाएगा?



भारत के चुनाव आयोग ने ECI नेट का किया शुभारंभ भारत के चुनाव आयोग (Election Commission of India) ने ECI नेट का शुभारंभ किया है, जो चुनाव प्रबंधन के लिए…

ECI-Net: कैसे यह डिजिटल टूल बिहार विधानसभा चुनावों में क्रांति लाएगा?

भारत के चुनाव आयोग ने ECI नेट का किया शुभारंभ

भारत के चुनाव आयोग (Election Commission of India) ने ECI नेट का शुभारंभ किया है, जो चुनाव प्रबंधन के लिए एक एकल डिजिटल प्लेटफार्म है। यह प्लेटफार्म बिहार विधानसभा चुनावों के साथ शुरू होकर पारदर्शिता और दक्षता को बढ़ाने का लक्ष्य रखता है। इस कदम से चुनावी प्रक्रिया में सुधार लाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण प्रगति मानी जा रही है।

ECI नेट की विशेषताएँ

ECI नेट एक एकल-खिड़की डिजिटल पारिस्थितिकी तंत्र है, जो सभी चुनावी हितधारकों, जैसे कि बूथ स्तर अधिकारियों (BLOs) से लेकर मुख्य चुनाव अधिकारियों (CEOs) तक, को एक साथ लाता है। यह प्लेटफार्म 40 से अधिक मौजूदा चुनाव-संबंधित अनुप्रयोगों को एक ही इंटरफेस में एकीकृत करता है, जिससे निगरानी, मतदाता प्रबंधन, संचार और रिपोर्टिंग के लिए उपकरणों का संकेंद्रण होता है।

ECI नेट के प्रमुख लाभ

  • मतदाता पंजीकरण, मतदान और मतगणना की वास्तविक समय की निगरानी।
  • 1950 मतदाता हेल्पलाइन के साथ एकीकृत नागरिक सेवाएँ, जिससे उपयोगकर्ता अपने स्थानीय BLOs से सीधे संपर्क कर सकेंगे।
  • डेटा सुरक्षा और पारदर्शिता में सुधार।
  • इस प्रणाली के तहत 90,712 बूथ स्तर अधिकारियों (BLOs), 243 निर्वाचन पंजीकरण अधिकारियों (EROs) और 38 जिला चुनाव अधिकारियों (DEOs) को एक छत के नीचे डिजिटल रूप से जोड़ा जाएगा।
  • ईसीआई नेट का उद्देश्य भारत के चुनाव प्रबंधन का केंद्रीय, तकनीकी रूप से संचालित ढांचा बनना है, जो जवाबदेही और समय पर, सुरक्षित परिणामों को बेहतर बनाता है।

बिहार विधानसभा चुनावों में ECI नेट का प्रयोग

यह प्लेटफार्म बिहार विधानसभा चुनावों में प्रयोग के लिए शुरू किया जाएगा, जिसके बाद इसे पूरे देश में लागू किया जाएगा। इस प्रक्रिया के साथ एक महत्वपूर्ण सुधार यह भी है कि अब डाक मतपत्रों की गणना मतदान की अंतिम दो राउंड से पहले की जाएगी, ताकि पारदर्शिता को और मजबूत किया जा सके।

बिहार विधानसभा चुनाव 2025 का कार्यक्रम

भारत के चुनाव आयोग ने 2025 बिहार विधानसभा चुनाव का कार्यक्रम भी घोषित किया है। मतदान दो चरणों में होगा — 6 नवंबर और 11 नवंबर को, जबकि मतगणना 14 नवंबर को की जाएगी। आयोग ने यह भी बताया कि 8 विधानसभा सीटों के लिए उपचुनाव भी 11 नवंबर को होंगे।

राजनीतिक महत्व और आचार संहिता का प्रभाव

यह घोषणा भारत के सबसे राजनीतिक रूप से महत्वपूर्ण राज्य चुनावों में से एक के लिए स्थिति तैयार करती है, क्योंकि मॉडल आचार संहिता तुरंत बिहार में प्रभावी हो गई है। इससे चुनावी प्रक्रिया में पारदर्शिता और निष्पक्षता को बढ़ावा मिलेगा, जिससे मतदाता और राजनीतिक दलों के बीच विश्वास बनेगा।

ECI नेट के माध्यम से चुनाव आयोग ने एक नई दिशा में कदम बढ़ाया है, जो न केवल चुनावी प्रक्रिया को डिजिटल और प्रतिस्पर्धी बनाएगा, बल्कि नागरिकों के लिए भी एक सुलभ और पारदर्शी मंच प्रदान करेगा। यह कदम न केवल बिहार के लिए, बल्कि देश की सभी चुनावी प्रक्रियाओं के लिए एक नया मानक स्थापित करेगा।

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