नागरिक उड्डयन मंत्री की बैठक: एयरलाइनों को दिए गए स्पष्ट निर्देश
नई दिल्ली: नागरिक उड्डयन मंत्री राम मोहन नायडू ने हाल ही में नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (DGCA) के साथ उच्चस्तरीय समीक्षा बैठक का आयोजन किया। इस बैठक में एयर इंडिया, एयर इंडिया एक्सप्रेस समेत अन्य एयरलाइनों को यात्रियों की सुरक्षा, उचित हवाई किराए और बेहतर शिकायत निवारण पर जोर देने के लिए कड़े निर्देश दिए गए।
त्योहारों के दौरान हवाई किराए में कमी पर जोर
नायडू ने एयरलाइनों को निर्देशित किया कि वे आगामी त्योहारों के मौसम के दौरान हवाई किराए को उचित स्तर पर बनाए रखें। DGCA की टैरिफ मॉनिटरिंग यूनिट इस दिशा में सख्त निगरानी रखेगी, ताकि यात्रियों को उचित मूल्य पर उड़ान सेवाएं मिल सकें। इस संदर्भ में, नायडू ने ट्वीट कर कहा, “मैंने आज मंत्रालय में एयरलाइनों के साथ मासिक समीक्षा बैठक की।”
यात्रियों की सुविधा के लिए उड़ानों में वृद्धि
त्योहारों की नजदीकियों के मद्देनजर, एयरलाइनों ने यात्रियों की सुविधा के लिए उच्च यातायात मार्गों पर उड़ानों की संख्या बढ़ाने के लिए हमारी दिशा-निर्देशों का पालन किया है। नायडू ने कहा, “आज उन्हें और अधिक जागरूक करने के लिए कहा गया है कि त्योहारों के दौरान सभी सेक्टर्स में हवाई किराए उचित बने रहें।”
शिकायत निवारण पोर्टल का उपयोग
यात्री अब मंत्रालय के शिकायत निवारण पोर्टल एयरसेवा पर सीधे उच्च हवाई किराए की शिकायत कर सकते हैं। यह कदम यात्रियों को अपनी समस्याओं को सीधे संबंधित अधिकारियों के समक्ष रखने का एक प्रभावी साधन प्रदान करेगा।
सुरक्षा पर ध्यान केंद्रित करते हुए
नायडू ने एयरलाइनों से सुरक्षा पर ध्यान केंद्रित करने की अपील की है। उन्होंने कहा कि पायलटों को घटनाओं की रिपोर्टिंग के लिए प्रोत्साहित किया जाना चाहिए, बिना किसी दंड के। इसका मतलब है कि एयरलाइनों को अच्छे विश्वास वाले रिपोर्टिंग के लिए पायलटों को रोकना या किनारे करना नहीं चाहिए।
अतिरिक्त प्रशिक्षण की आवश्यकता
इसके अलावा, कठिन लैंडिंग की घटनाओं के जवाब में, अल्ट्रा लॉन्ग-हॉल पायलटों को तत्काल, अतिरिक्त सिम्युलेटर प्रशिक्षण से गुजरना आवश्यक होगा। यह कदम पायलटों की सुरक्षा और उड़ान की गुणवत्ता को सुनिश्चित करने के लिए उठाया गया है।
एयर इंडिया और एयर इंडिया एक्सप्रेस के grounded विमानों की संख्या
मंत्री ने एअर इंडिया और एयर इंडिया एक्सप्रेस के सभी grounded विमानों की सटीक संख्या की मांग की है। उन्होंने कहा कि व्यस्त पीक सीजन के दौरान विमानों का सेवा से बाहर होना “अस्वीकृत” है। इस संदर्भ में मंत्रालय ने अगले समीक्षा बैठक से पहले इन निर्देशों के कार्यान्वयन की विस्तृत रिपोर्ट भी मांगी है।
निष्कर्ष
इन सभी निर्देशों से यह स्पष्ट होता है कि नागरिक उड्डयन मंत्रालय यात्रियों की सुरक्षा और सुविधा को सर्वोच्च प्राथमिकता दे रहा है। त्योहारों के समय में उचित हवाई किराए और बेहतर सेवाएं सुनिश्चित करने के लिए उठाए गए कदम निश्चित रूप से यात्रियों के अनुभव को बेहतर बनाने में सहायक होंगे।