जैन मंदिरों में चोरी: विदिशा, मध्य प्रदेश में एक सीरियल चोर को गिरफ्तार किया गया, जिसने 101 जैन मंदिरों में चोरी करने की कसम खाई थी। आरोपी निलेश राजपूत ने अब तक 79 मंदिरों में चोरी की है और पुलिस ने उसे सागर जिले के जैसिंनगर से गिरफ्तार किया है। आरोपी पर जिले में 39 आपराधिक मामले दर्ज हैं, जिनमें से 38 चोरी के हैं।
मुख्य बातें
- आरोपी ने कहा- मेरे भाई पर जैन मंदिर में चोरी का झूठा आरोप लगाया गया था।
- इसके बाद, उसके भाई ने आत्महत्या कर ली, वह इस बात से दुखी था।
- इसी घटना के बाद उसने जैन मंदिरों में चोरी करने की कसम खाई।
नएदुनिया प्रतिनिधि, विदिशा/ गंजबासोदा (विदिशा समाचार)। रविवार-सोमवार की रात, गांधी चौक, विदिशा के आदिनाथ जैन मंदिर में चोरी हुई। यहां 30 चांदी और 5 पीतल की छतरियां चुराई गईं। इस मामले में, पुलिस ने मंगलवार को सागर जिले के जैननगर के पास औरैया गांव से आरोपी निलेश राजपूत (40) को गिरफ्तार किया, और चोरी की अनोखी कहानी सामने आई। यह जानने को मिला कि आरोपी ने 101 जैन मंदिरों में चोरी करने की कसम खाई थी।
मंगलवार को उसकी गिरफ्तारी के बाद, एसपी रोहित काशवानी खुद बसोदा पुलिस थाने पहुंचे। इस मामले में उन्होंने बताया कि निलेश के खिलाफ जिले में कुल 39 आपराधिक मामले दर्ज हैं, जिनमें से 38 मामले चोरी के हैं।
कुछ साल पहले भाई पर लगे थे झूठे आरोप
विशेष बात यह है कि आरोपी ने जैन मंदिरों को निशाना बनाया। पुलिस के सूत्रों का कहना है कि निलेश ने पूछताछ के दौरान बताया कि वह चार भाइयों में से एक है। कुछ साल पहले उसके एक भाई पर जैन मंदिर में चोरी का झूठा आरोप लगाया गया था।
उसके भाई ने इस आरोप से आहत होकर आत्महत्या कर ली। उसी दिन निलेश ने कसम खाई कि वह 101 जैन मंदिरों में चोरी करेगा। अब तक उसने 79 मंदिरों को निशाना बनाया है, और 22 मंदिर उसके लक्ष्य पर हैं।
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पहलवान से चोर बने
एसपी काशवानी ने बताया कि निलेश पहले मंदिरों में जाता था। वहां जाकर वह भगवान की मूर्ति के सामने सिर झुकाता, दान पेटी में एक सिक्का डालता और अंदाजा लगाता कि उसमें कितना पैसा है, फिर मौका मिलने पर वह चोरी कर लेता। पहले वह त्यौंडा, घाटरा, उदयपुर, सिरनोट जैसे कई जैन मंदिरों में चोरी कर चुका है। पुलिस अब उन लोगों की तलाश कर रही है जिन्होंने उससे चुराए गए सामान खरीदे।
उसका भाई रहा है सरपंच
एसपी रोहित काशवानी ने कहा कि निलेश के परिवार की आर्थिक स्थिति कमजोर नहीं है। उसके पास 40 बिगहा कृषि भूमि है। उसके एक भाई ने गांव के सरपंच के रूप में सेवा की है।