कोरबा मेडिकल कॉलेज में ट्रेनी डॉक्टर से छेड़छाड़ का मामला, सीनियर डॉक्टर के खिलाफ FIR दर्ज
छत्तीसगढ़ के कोरबा जिला मेडिकल कॉलेज अस्पताल में एक ट्रेनी डॉक्टर ने अपने सीनियर डॉक्टर पर छेड़छाड़ का गंभीर आरोप लगाया है। पीड़िता का कहना है कि आरोपी डॉक्टर ने उसकी तबीयत पूछने के बहाने उसे अपने पास बुलाया और उसके साथ अनैतिक हरकत की। यह घटना उस समय हुई जब ट्रेनी डॉक्टर ने डॉक्टर से चेकअप करने से मना किया था, फिर भी सीनियर डॉक्टर ने जबरदस्ती उसके शरीर को छूने का प्रयास किया।
इस मामले की शिकायत मिलने पर पुलिस ने तुरंत FIR दर्ज कर ली है। आरोपी सीनियर आयुर्वेदिक डॉक्टर एके मिश्रा पर आरोप है कि उन्होंने इस तरह की हरकत की। पीड़िता पिछले तीन महीने से आयुष विंग विभाग में ट्रेनिंग कर रही है। यह घटना सिविल लाइन थाना क्षेत्र के अंतर्गत घटी है।
घटना का विवरण और पुलिस की कार्रवाई
घटना शनिवार दोपहर की है, जब ट्रेनी डॉक्टर किसी काम से डॉक्टर एके मिश्रा के स्टाफ रूम में गई थी। उस समय वहां एक अन्य स्टाफ भी मौजूद था। पीड़िता का आरोप है कि डॉक्टर मिश्रा ने पहले उसे बुलाया और कहा कि उसकी तबीयत ठीक नहीं लग रही है। जब उसने मना किया, तो डॉक्टर ने बेतुके तरीके से छेड़छाड़ की।
घटना के बाद, ट्रेनी डॉक्टर किसी तरह कमरे से बाहर भागी और तुरंत इस घटना की जानकारी मेडिकल कॉलेज के डीन को दी। इसके बाद उसने अपने परिजनों को भी इस घटना के बारे में बताया, जो अगले दिन कोरबा पहुंचे और सिविल लाइन थाने में शिकायत दर्ज कराई। पुलिस ने पीड़िता की शिकायत पर धारा 354 के तहत मामला दर्ज कर लिया है।
डीन की प्रतिक्रिया और आगे की कार्रवाई
जिला मेडिकल कॉलेज अस्पताल के डीन केके सहारे ने इस मामले में कहा कि ट्रेनी डॉक्टर ने डॉक्टर एके मिश्रा के खिलाफ शिकायत की है। इस मामले की जांच आंतरिक निवारण समिति द्वारा की जाएगी। उन्होंने कहा कि दोनों पक्षों के बयान दर्ज किए जाएंगे और उचित कार्रवाई की जाएगी।
इस घटना पर ASP नीतीश ठाकुर ने कहा कि पुलिस मामले की गंभीरता से जांच कर रही है और सभी पहलुओं पर ध्यान दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि यह मामला केवल एक व्यक्तिगत विवाद नहीं है, बल्कि यह एक गंभीर अपराध है और इसे सख्ती से निपटा जाएगा।
छत्तीसगढ़ में बढ़ते यौन उत्पीड़न के मामले
कोरबा का यह मामला अकेला नहीं है, छत्तीसगढ़ में स्वास्थ्य क्षेत्र में यौन उत्पीड़न की घटनाएं बढ़ती जा रही हैं। हाल ही में रायपुर AIIMS में भी एक डॉक्टर पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगा था। पीड़ित महिलाओं ने बताया कि डॉक्टर ने उन्हें छूने के साथ-साथ अश्लील बातें भी की थीं। इस मामले में भी संबंधित डॉक्टर के खिलाफ कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई थी, जिससे इस तरह के अपराधों को लेकर सवाल उठने लगे हैं।
इन घटनाओं से यह स्पष्ट होता है कि स्वास्थ्य क्षेत्र में काम करने वाली महिलाओं को सुरक्षित वातावरण की आवश्यकता है। ऐसे मामलों की गंभीरता को समझते हुए प्रशासन को सख्त कदम उठाने की आवश्यकता है, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएं न हों।
समाज में जागरूकता की आवश्यकता
इस तरह की घटनाओं से न केवल पीड़ितों का मानसिक स्वास्थ्य प्रभावित होता है, बल्कि यह समाज में भी एक गलत संदेश पहुंचाता है। हमें इस मुद्दे पर खुलकर बात करने की आवश्यकता है और पीड़ितों को समर्थन देने के लिए एक सकारात्मक माहौल बनाना होगा।
अंत में, यह अत्यंत महत्वपूर्ण है कि इस घटना को गंभीरता से लिया जाए और दोषियों को सजा दी जाए, ताकि समाज में एक सकारात्मक बदलाव आ सके और ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो।
हम सभी को इस दिशा में एकजुट होकर काम करने की आवश्यकता है ताकि हम एक सुरक्षित और स्वस्थ समाज का निर्माण कर सकें।
छत्तीसगढ़ की अन्य महत्वपूर्ण खबरें भी जानें…
महिला मरीज बोलीं- रायपुर AIIMS के डॉक्टर ने किया बैड टच: 2 जूनियर डॉक्टर्स ने भी कहा- चेस्ट पर लगाया हाथ; अश्लील बातें की
रायपुर AIIMS में भी इसी तरह की घटनाएं सामने आई हैं, जो हमें सोचने पर मजबूर करती हैं कि क्या स्वास्थ्य क्षेत्र में काम करने वाली महिलाओं के लिए कोई सुरक्षा नहीं है।