एटा में अवैध हथियार निर्माण का भंडाफोड़, दो गिरफ्तार
एटा के जैथरा थाना पुलिस ने हाल ही में एक बड़ी कार्रवाई करते हुए अवैध हथियार बनाने वाली फैक्ट्री का भंडाफोड़ किया है। इस छापेमारी में दो हथियार निर्माताओं को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस ने उनके पास से 7 तमंचे बरामद किए हैं, जिनमें 5 तैयार और 2 अधबने हैं। इसके साथ ही, हथियार बनाने के लिए आवश्यक उपकरण भी जब्त किए गए हैं। यह कार्रवाई स्थानीय पुलिस और एसओजी के संयुक्त प्रयास से की गई थी।
पुलिस ने यह कार्रवाई मुखबिर की सूचना के आधार पर की। जानकारी के अनुसार, जैथरा क्षेत्र के परौली गांव के पास एक ईंट भट्ठे के निकट से दीपक कुमार पुत्र रामदीन और राजेश पुत्र गिरीश को पकड़ लिया गया। बरामद किए गए हथियारों में 315 बोर के पाँच तैयार तमंचे, दो अधबने तमंचे, एक जिंदा कारतूस और एक खोखा शामिल हैं।
हथियार निर्माण के उपकरण भी जब्त
पुलिस ने मौके से आरी, निहाई, ड्रिल मशीन और रेती जैसे अन्य हथियार बनाने के उपकरण भी जब्त किए हैं। गिरफ्तार किए गए दोनों आरोपियों का आपराधिक इतिहास रहा है और वे पहले भी जेल जा चुके हैं। पुलिस ने उन्हें न्यायालय में पेश करने के बाद जेल भेज दिया है। इस कार्रवाई ने क्षेत्र में कानून व्यवस्था को बनाए रखने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है।
अलीगंज के सीओ नीतीश कुमार गर्ग ने बताया कि पुलिस आयुध अधिनियम के तहत आगे की कार्रवाई कर रही है। उन्होंने बताया कि पुलिस इस बात की भी जांच कर रही है कि ये हथियार क्यों बनाए जा रहे थे और इनकी आपूर्ति कहां होनी थी। इसके अलावा, यह भी जांच की जा रही है कि इन्हें बनाने के लिए कच्चा माल कहां से लाया जा रहा था।
पंचायत चुनावों के संदर्भ में जांच
पुलिस की जांच का एक महत्वपूर्ण पहलू यह भी है कि आगामी पंचायत चुनावों में इन हथियारों की संभावित आपूर्ति के बारे में जानकारी इकट्ठा की जा रही है। इस संदर्भ में, पुलिस विभिन्न पहलुओं पर गौर कर रही है ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि चुनावों के दौरान कोई भी दुरुपयोग न हो।
इस प्रकार की कार्रवाई से यह स्पष्ट होता है कि उत्तर प्रदेश पुलिस अवैध हथियारों के निर्माण और आपूर्ति को रोकने के लिए गंभीर है। ऐसे मामलों में तेजी से कार्रवाई करने से पुलिस ने यह संदेश दिया है कि वे कानून व्यवस्था को बनाए रखने के लिए प्रतिबद्ध हैं।
स्थानीय समुदाय की प्रतिक्रिया
स्थानीय समुदाय ने इस कार्रवाई का स्वागत किया है और उन्होंने पुलिस की प्रशंसा की है। नागरिकों का मानना है कि इस प्रकार के कदम से न केवल उनके क्षेत्र की सुरक्षा बढ़ेगी, बल्कि इससे अन्य अपराधियों में भी भय पैदा होगा। लोगों ने पुलिस से अपील की है कि वे इस तरह की और भी कार्रवाइयों को जारी रखें ताकि क्षेत्र में शांति और सुरक्षा बनी रहे।
इस घटना ने एक बार फिर यह साबित किया है कि अगर पुलिस और स्थानीय समुदाय मिलकर काम करें तो अवैध गतिविधियों पर रोक लगाई जा सकती है। आगे भी इस तरह की सक्रियता से न केवल एटा बल्कि पूरे उत्तर प्रदेश में अपराध पर काबू पाने में मदद मिलेगी।
कुल मिलाकर, एटा में हुई इस कार्रवाई ने अवैध हथियारों के निर्माण की समस्या पर एक बार फिर से ध्यान केंद्रित किया है। पुलिस की तत्परता और सक्रियता से यह साबित होता है कि वे अपराधियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई के लिए प्रतिबद्ध हैं।