कांकेर के बागोड़ से जुनवानी मार्ग पर तेंदुए का आतंक
कांकेर शहर से सटे बागोड़ से जुनवानी मार्ग पर 13 अक्टूबर की रात को एक बार फिर तेंदुआ देखा गया। इस घटना ने क्षेत्र के ग्रामीणों में भय का माहौल पैदा कर दिया है। सोमवार रात लगभग 10:30 बजे कुछ राहगीरों ने सड़क किनारे झाड़ियों के पास तेंदुए को घूमते हुए देखा। तेंदुए के अचानक प्रकट होने से लोगों में अफरा-तफरी मच गई और कई लोगों ने अपने वाहन रोककर सुरक्षित स्थान की ओर भागना शुरू कर दिया।
कुछ युवाओं ने तेंदुए का वीडियो अपने मोबाइल फोन में कैद कर लिया, जो बाद में सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो गया। यह वीडियो लोगों के बीच चर्चा का विषय बन गया है और तेंदुए की उपस्थिति ने ग्रामीणों के मन में चिंता बढ़ा दी है।
बागोड़ से जुनवानी मार्ग पर दिखा तेंदुआ।
स्थानीय निवासी चिंतित, तेंदुए की आवाजाही पर नजर रखने की मांग
स्थानीय लोगों का मानना है कि यह क्षेत्र जंगल के नजदीक होने के कारण जंगली जानवरों का आना-जाना सामान्य है। हालांकि, इस बार तेंदुआ काफी देर तक सड़क किनारे दिखाई दिया, जिससे ग्रामीणों में खौफ उत्पन्न हो गया है। तेंदुए के वीडियो के वायरल होने के बाद आसपास के गांवों में एक अनजाना डर का माहौल बन गया है।
ग्रामीणों ने वन विभाग से मांग की है कि वे इलाके में पेट्रोलिंग बढ़ाएं और तेंदुए की आवाजाही पर कड़ी निगरानी रखें। लोग अब रात में बाहर निकलने से डरने लगे हैं और बच्चों को भी घर से बाहर नहीं भेज रहे हैं।
शिवनगर पहाड़ पर दिखा था तेंदुआ।
पिछले कुछ महीनों में तेंदुए की घटनाएं
यह पहला मामला नहीं है, जब कांकेर में तेंदुए की sightings हुई हैं। जुलाई महीने में भी कई बार तेंदुआ क्षेत्र में देखा गया था। 1 जुलाई को तेंदुआ कांकेर के इमलीपारा क्षेत्र के हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी में एक बछड़े का शिकार कर चुका था। इसके बाद, 2 जुलाई को कोडेजूंगा गांव में कई आवारा कुत्ते अचानक गायब हो गए, जिससे गांववालों को शक है कि तेंदुए ने उन्हें शिकार बनाया हो।
जिले में तेंदुए की मौजूदगी ने लोगों में दहशत पैदा कर दी है। बछड़े और मुर्गियों को खाने के बाद तेंदुआ एक बार फिर 5 दिन में तीसरी बार देखा गया। रात में 2 मुर्गियों का शिकार करने के बाद सुबह इसे पहाड़ पर घूमते हुए देखा गया।
ग्राम कोडेजूंगा में देखा गया था तेंदुआ।
तेंदुए की हालिया गतिविधियाँ
मामला गम्भीर है, क्योंकि 16 जुलाई को भी कांकेर हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी के इमलीपारा में एक दंपति ने कार में बैठे हुए तेंदुए का वीडियो बनाया था। इससे पहले, तेंदुआ ग्राम कोडेजूंगा में देखा गया था, जहां उसने दो मुर्गियों का शिकार किया था। गढ़िया पहाड़, मालगांव और शिवनगर की पहाड़ी में भी तेंदुआ लगातार नजर आ रहा है। ऐसे में ग्रामीणों ने वन विभाग से त्वरित कार्रवाई की मांग की है।
इस पूरे मामले ने एक बार फिर यह साबित कर दिया है कि जंगली जानवरों की आवाजाही के कारण मानव-वन्यजीव संघर्ष बढ़ रहा है। वन विभाग को चाहिए कि वे तेंदुए की गतिविधियों पर नजर रखें और स्थानीय निवासियों को सुरक्षित रखने के लिए ठोस कदम उठाएं।
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