बिहार: मधुबनी में अवैध देशी कट्टे के साथ एक व्यक्ति गिरफ्तार
मधुबनी जिले के लखनौर थाना क्षेत्र में लौफा गांव में पुलिस ने एक व्यक्ति को अवैध देशी कट्टे के साथ गिरफ्तार किया है। यह कार्रवाई रविवार सुबह एक स्थानीय ग्रामीण की सूचित करने पर की गई, जिसके बाद पुलिस ने तत्काल कार्रवाई करते हुए आरोपी को मौके से हथियार सहित पकड़ लिया। यह घटना क्षेत्र में सुरक्षा को लेकर चिंता का विषय बन गई है।
आपराधिक धमकी का मामला
जानकारी के अनुसार, रविवार की सुबह लगभग 5 बजे योगेंद्र झा नामक ग्रामीण ने लखनौर थाना को सूचित किया कि उनके पड़ोसी प्रकाश झा उर्फ कारी झा (पिता: लक्ष्मीकांत झा, निवासी: लौफा) अवैध हथियार लेकर उनके घर पहुंचे थे। आरोपी ने गाली-गलौज करते हुए जान से मारने की धमकी दी और अपनी कमर से लोहे का देशी कट्टा निकालकर भय फैलाने का प्रयास किया।
बरामद अवैध देशी कट्टे।
सूचना मिलते ही लखनौर थाना पुलिस टीम तुरंत घटनास्थल पर पहुंची। इससे पहले ही स्थानीय ग्रामीणों ने साहस दिखाते हुए आरोपी प्रकाश झा उर्फ कारी झा को पकड़ लिया और उसके पास से देशी कट्टा जब्त कर लिया। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर हथियार को अपने कब्जे में लेकर विधिवत जप्ती सूची तैयार की और आरोपी को गिरफ्तार कर लिया।
कानूनी कार्रवाई की प्रक्रिया
लखनौर थाना के थानाध्यक्ष ने बताया कि इस मामले में लखनौर थाना कांड संख्या 126/25 (दिनांक 12.10.2025) दर्ज किया गया है। आरोपी के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता (BNS) की धारा 126(2), 352, 351(2) सहित आर्म्स एक्ट की धारा 25(1-बी)/ए/26 के तहत मामला दर्ज कर आगे की कानूनी कार्रवाई की जा रही है।
अवैध हथियार रखने का संदेह
पुलिस सूत्रों के अनुसार, प्रारंभिक पूछताछ में आरोपी के किसी आपराधिक गिरोह से जुड़े होने की संभावना से इंकार नहीं किया गया है। पुलिस उसके आपराधिक इतिहास की भी जांच कर रही है। थानाध्यक्ष ने यह भी कहा कि अवैध हथियार रखने या उनका उपयोग करने वालों के खिलाफ किसी भी परिस्थिति में कठोर कार्रवाई की जाएगी।
स्थानीय लोगों ने पुलिस की तत्परता और कार्रवाई की सराहना की है। इस घटना से क्षेत्र में कुछ समय के लिए अफरातफरी का माहौल बन गया था, लेकिन पुलिस के समय पर पहुंचने से स्थिति सामान्य हो गई। वर्तमान में आरोपी को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है और मामले की आगे की जांच जारी है।
सामुदायिक सहयोग और सुरक्षा
इस प्रकार की घटनाएं अगर बार-बार सामने आती हैं, तो यह स्थानीय समुदाय की सुरक्षा को खतरे में डाल सकती हैं। इसलिए, आवश्यक है कि ग्रामीण समुदाय और पुलिस के बीच एक मजबूत संवाद और सहयोग स्थापित किया जाए। स्थानीय निवासी भी किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना पुलिस को दें, ताकि समय पर कार्रवाई की जा सके और शांति बनाए रखी जा सके।
इस घटना ने यह सिखाया है कि सामुदायिक जागरूकता और पुलिस की तत्परता से ही अपराध पर नियंत्रण पाया जा सकता है। लोगों की सजगता और पुलिस की सक्रियता से ही मधुबनी जिले में कानून-व्यवस्था को बनाए रखना संभव है।


























