Electricity: भागलपुर में करंट की चपेट में आने से ससुर-बहू घायल, मवेशी को बचाने के चक्कर में हुआ हादसा, ग्रामीणों ने विभाग पर लगाया लापरवाही का आरोप



भागलपुर में करंट लगने से ससुर-बहू झुलसे, एक मवेशी की मौत भागलपुर के नारायणपुर प्रखंड में एक दुखद घटना में करंट की चपेट में आने से एक ससुर और उसकी…

Electricity: भागलपुर में करंट की चपेट में आने से ससुर-बहू घायल, मवेशी को बचाने के चक्कर में हुआ हादसा, ग्रामीणों ने विभाग पर लगाया लापरवाही का आरोप

भागलपुर में करंट लगने से ससुर-बहू झुलसे, एक मवेशी की मौत

भागलपुर के नारायणपुर प्रखंड में एक दुखद घटना में करंट की चपेट में आने से एक ससुर और उसकी बहू गंभीर रूप से झुलस गए हैं। दोनों को तत्काल उपचार के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां बहू की हालत नाजुक बताई जा रही है। इस हादसे में एक मवेशी की भी जान गई है, जो घटना का एक और दुखद पहलू है। घायलों की पहचान अमरी गांव के निवासी नागे मंडल (60) और उनकी बहू फूलो देवी (30) के रूप में हुई है।

घटना के अनुसार, नागे मंडल ने बताया कि ट्रांसफॉर्मर से निकले बिजली के तार में करंट था, जिसकी चपेट में उनका भैंस का बच्चा आ गया। जब बहू फूलो देवी पशु को बचाने के लिए गईं, तब वह भी करंट की चपेट में आ गईं। नागे मंडल ने अपनी बहू को बचाने की कोशिश की, जिससे वह भी घायल हो गए। ग्रामीणों ने तुरंत बिजली काटने की कार्रवाई की, जिसके बाद उनकी जान बची, लेकिन दुर्भाग्यवश पशु की मौत हो गई।

बिजली विभाग पर लापरवाही का आरोप

इस घटना ने स्थानीय लोगों में चिंता और आक्रोश पैदा कर दिया है। ग्रामीण अंजनी कुमार ने कहा कि लगातार बारिश के कारण इलाके में कीचड़ भरा हुआ था और कटे हुए बिजली के तार से चारों ओर करंट फैल गया था। उन्होंने आरोप लगाया कि बिजली विभाग के कर्मचारियों का फोन उठाना बहुत मुश्किल है, जिससे आपात स्थितियों में लोगों को मुश्किल का सामना करना पड़ता है।

अंजनी कुमार ने बताया कि अगर गांव के लोग तुरंत सक्रिय नहीं होते, तो ससुर और बहू की जान भी जा सकती थी। यह घटना यह दर्शाती है कि बिजली विभाग की लापरवाही के कारण लोग कितनी बड़ी समस्याओं का सामना कर रहे हैं। ग्रामीणों ने मांग की है कि बिजली विभाग इस मामले में उचित कार्रवाई करे और ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए ठोस कदम उठाए।

घटना के बाद की स्थिति

घटना के बाद से गांव में तनाव का माहौल है और लोग बिजली विभाग के खिलाफ आवाज उठाने लगे हैं। गांव के कई लोग इस बात को लेकर चिंतित हैं कि भविष्य में ऐसी घटनाएं न हों। स्थानीय प्रशासन को इस मामले में हस्तक्षेप करना चाहिए और आवश्यक सुरक्षा उपायों को लागू करना चाहिए। कुछ ग्रामीणों ने कहा कि अगर उचित ध्यान नहीं दिया गया, तो यह क्षेत्र और भी अधिक खतरनाक बन सकता है।

सुरक्षा उपायों की आवश्यकता

स्थानीय लोगों का कहना है कि बिजली के तारों की नियमित जांच और मरम्मत की जानी चाहिए ताकि ऐसी दुर्घटनाओं से बचा जा सके। इसके अलावा, बिजली विभाग को लोगों को सुरक्षा उपायों के बारे में जागरूक करने की आवश्यकता है। जिससे लोग ऐसे खतरों से बच सकें और अपनी जान को सुरक्षित रख सकें।

इस तरह की घटनाएँ केवल एक व्यक्तिगत त्रासदी नहीं होतीं, बल्कि यह पूरे समुदाय के लिए एक चेतावनी होती हैं कि हमें अपनी सुरक्षा को प्राथमिकता देनी चाहिए और संबंधित विभागों की जिम्मेदारी तय करनी चाहिए।

निष्कर्ष

भागलपुर में हुई इस घटना ने न केवल परिवार को बल्कि पूरे गांव को प्रभावित किया है। यह घटना हमें याद दिलाती है कि सुरक्षा मानकों का पालन करना कितना महत्वपूर्ण है और हमें अपने आसपास की स्थितियों के प्रति सजग रहना चाहिए। हमें चाहिए कि हम अपने अधिकारों के लिए आवाज उठाएं और सुनिश्चित करें कि हमारी सुरक्षा के लिए सभी आवश्यक कदम उठाए जाएं।

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