Arrest: भोजपुर में मारपीट-फायरिंग मामले में एक आरोपी गिरफ्तार, पेड़ हटाने को लेकर 2 भाइयों के बीच हुआ था विवाद



बिहार समाचार: खूनी संघर्ष में घायल की हालत गंभीर, पुलिस ने तेज की कार्रवाई भोजपुर जिले के पोसवां गांव में एक अमरूद के पेड़ को लेकर हुए खूनी संघर्ष में…

Arrest: भोजपुर में मारपीट-फायरिंग मामले में एक आरोपी गिरफ्तार, पेड़ हटाने को लेकर 2 भाइयों के बीच हुआ था विवाद

बिहार समाचार: खूनी संघर्ष में घायल की हालत गंभीर, पुलिस ने तेज की कार्रवाई

भोजपुर जिले के पोसवां गांव में एक अमरूद के पेड़ को लेकर हुए खूनी संघर्ष में एक महिला गंभीर रूप से घायल हो गई है। घायल महिला की पहचान मुन्नी देवी के रूप में हुई है, जिनकी हालत नाजुक बताई जा रही है। उन्हें पटना मेडिकल कॉलेज अस्पताल (PMCH) में भर्ती कराया गया है, जहां डॉक्टरों की टीम उनकी लगातार निगरानी कर रही है। इस घटना के बाद से गांव में तनाव का माहौल बना हुआ है, और पुलिस ने सुरक्षा के लिए बल तैनात किया है।

पुलिस ने रविवार को छापेमारी के दौरान एक अन्य आरोपी को हिरासत में लिया है। मुख्य आरोपी राम सिहासन सिंह और उनके दोनों पुत्र अमरेन्द्र उर्फ गोलू और गौर अभी भी फरार हैं। थानाध्यक्ष कमलजीत कुमार के अनुसार, पुलिस फरार आरोपियों के संभावित ठिकानों पर लगातार छापेमारी कर रही है। यदि आरोपी आत्मसमर्पण नहीं करते हैं, तो पुलिस उनके घरों पर कुर्की-जब्ती की कार्रवाई करने की योजना बना रही है।

घटना का विवरण: पेड़ हटाने को लेकर हुआ विवाद

पुलिस के मुताबिक, यह पूरा विवाद घर के सामने लगे अमरूद के पेड़ को हटाने को लेकर शुरू हुआ। विशाल कुमार के परिवार का कहना है कि पेड़ के कारण उन्हें भूसा निकालने में समस्या आ रही थी। वहीं, चाचा का पक्ष यह है कि यह पेड़ साझा संपत्ति है, इसलिए इसे हटाना उचित नहीं है। इस विवाद ने एक गंभीर झगड़े का रूप ले लिया, जिसमें फायरिंग भी हुई।

घटना के समय फायरिंग में घायल होने वालों में विशाल कुमार, उनकी मां इंदु देवी और पिता श्रीराम सिंह शामिल हैं। तीनों का इलाज आरा सदर अस्पताल में चल रहा है। घायल मुन्नी देवी की स्थिति बेहद गंभीर है, और परिजनों का कहना है कि गोली उनकी गर्दन के आर-पार हो गई थी। यह घटना न केवल एक पारिवारिक विवाद का परिणाम है, बल्कि यह गांव में सुरक्षा और आपसी रिश्तों पर भी सवाल उठाती है।

पुलिस की कार्रवाई और सबूतों की जांच

घटनास्थल से पुलिस ने दो खोखे और खून से सनी ईंटें बरामद की हैं। अधिकारियों ने बताया कि ये साक्ष्य FSL (फॉरेंसिक साइंस लेबोरेटरी) जांच के लिए भेजे जाएंगे। इसके अलावा, आसपास लगे कुछ सीसीटीवी कैमरों और मोबाइल वीडियो फुटेज को भी एकत्र किया जा रहा है ताकि घटना की पूरी तस्वीर को स्पष्ट किया जा सके।

थानाध्यक्ष कमलजीत कुमार ने बताया कि यह एक गंभीर मामला है, जिसमें जान से मारने की नियत से हमला और फायरिंग की गई है। सभी नामजद आरोपियों पर हत्या के प्रयास, मारपीट और आर्म्स एक्ट की धाराओं में केस दर्ज किया गया है। पुलिस इस मामले की गहन जांच कर रही है और आरोपियों को जल्द से जल्द गिरफ्तार करने की कोशिश की जा रही है।

गांव में तनाव और पुलिस की तैनाती

वर्तमान में, गांव में तनाव की स्थिति बनी हुई है। पुलिस बल की तैनाती सुनिश्चित की गई है ताकि किसी भी अप्रिय स्थिति से निपटा जा सके। स्थानीय निवासी इस घटना को लेकर भयभीत हैं और सुरक्षा की मांग कर रहे हैं। पुलिस प्रशासन ने आश्वासन दिया है कि वे स्थिति को नियंत्रण में रखने के लिए हर संभव प्रयास करेंगे।

इस प्रकार, भोजपुर के पोसवां गांव में अमरूद के पेड़ को लेकर विवाद ने एक खतरनाक मोड़ ले लिया है। पुलिस की कार्रवाई और गांव में सुरक्षा व्यवस्था को लेकर लोगों में आशंका बनी हुई है। यह घटना एक बार फिर से यह साबित करती है कि छोटे-छोटे विवाद भी कब गंभीर स्थिति में बदल सकते हैं, और समाज में आपसी संबंधों की अहमियत कितनी महत्वपूर्ण है।

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