Accident: उत्तराखंड में देहरादून में पूर्व ABVP छात्र संघ अध्यक्ष जितेंद्र सिंह बिष्ट की तेज रफ्तार कार ने मारी टक्कर, हुई मौत



उत्तराखंड में दर्दनाक सड़क हादसा: डीएवी कॉलेज के पूर्व छात्र संघ अध्यक्ष की मौत जागरण संवाददाता, देहरादून। शिमला बाइपास रोड पर स्थित सेंट ज्यूड्स स्कूल के निकट एक भयानक सड़क…

Accident: उत्तराखंड में देहरादून में पूर्व ABVP छात्र संघ अध्यक्ष जितेंद्र सिंह बिष्ट की तेज रफ्तार कार ने मारी टक्कर, हुई मौत

उत्तराखंड में दर्दनाक सड़क हादसा: डीएवी कॉलेज के पूर्व छात्र संघ अध्यक्ष की मौत

जागरण संवाददाता, देहरादून। शिमला बाइपास रोड पर स्थित सेंट ज्यूड्स स्कूल के निकट एक भयानक सड़क हादसे में डीएवी कॉलेज के पूर्व एबीवीपी छात्र संघ अध्यक्ष जितेंद्र सिंह बिष्ट की मौत हो गई। इस हादसे में उनके साथी ऋतिक गंभीर रूप से घायल हो गए, जिन्हें उपचार के लिए वेलमेड अस्पताल में भर्ती कराया गया है। यह घटना शनिवार की रात हुई, जब जितेंद्र अपने दोस्तों के साथ एक जन्मदिन पार्टी में शामिल होने के बाद घर लौटने की तैयारी कर रहे थे।

घटना के बाद आरोपित कार चालक मौके से फरार हो गया है, जिसकी पुलिस तलाश कर रही है। इस मामले में पुलिस ने वर्कशाप के मालिक वसीम को हिरासत में लिया है, और उससे आइएसबीटी चौकी में पूछताछ की जा रही है। पुलिस का कहना है कि उन्हें जल्द ही कार चालक का पता लगाने की उम्मीद है।

सेंट ज्यूड्स चौक पर हुआ हादसा: कार छोड़कर भागे आरोपित

जितेंद्र बिष्ट, जो कि केशव विहार चंद्रबनी के निवासी थे, का श्री गणेश प्रापर्टी नाम का कार्यालय सेंट ज्यूड्स चौक के निकट है। शनिवार को उनके दोस्त वासू कसाना का जन्मदिन था, और इस अवसर पर उनका कार्यालय दोस्तों से भरा हुआ था। इस दौरान जितेंद्र के साथ ऋतिक, ओमी सजवाण, और वैभव रावत भी मौजूद थे। सभी ने मिलकर जन्मदिन का केक काटा और इसके बाद घर जाने की तैयारी कर रहे थे।

जब सभी दोस्त कार्यालय के बाहर बातचीत कर रहे थे, तभी सेंट ज्यूड्स चौक से तेज रफ्तार में एक कार आयी और टक्कर मार दी। इस हादसे में जितेंद्र कार के नीचे आ गए, जबकि ऋतिक को भी चोटें आईं। अन्य दोस्त बाल-बाल बच गए। इस भयानक घटना के बाद कार चालक मौके से फरार हो गया, जिससे सभी को सदमा लगा।

पुलिस की कार्रवाई: वर्कशाप मालिक को हिरासत में लिया गया

घटनास्थल पर पहुंची पटेलनगर कोतवाली पुलिस ने कुछ ही दूरी पर कार को बरामद कर लिया, लेकिन कार में सवार दो आरोपितों का कोई पता नहीं लग पाया। प्रत्यक्षदर्शी वैभव रावत ने बताया कि उन्होंने गंभीर रूप से घायल जितेंद्र बिष्ट को अपनी कार में बैठाया और तुरंत श्री महंत इंदिरेश अस्पताल ले गए। उस समय उनकी सांसें चल रही थीं, लेकिन अस्पताल पहुंचते ही उन्होंने दम तोड़ दिया।

घटनास्थल पर पुलिस अधिकारियों ने स्थिति का जायजा लिया। सीओ अंकित कंडारी, पटेलनगर कोतवाली के प्रभारी निरीक्षक चंद्रभान अधिकारी, और आइएसबीटी चौकी प्रभारी हर्ष अरोड़ा ने घटनास्थल का निरीक्षण किया और वर्कशाप मालिक वसीम को हिरासत में लिया। पुलिस अब घटनास्थल के आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज की जांच कर रही है ताकि कार चालक का पता लगाया जा सके।

घटनास्थल पर स्थिति: सुरक्षा में कमी का सवाल

यह हादसा एक बार फिर सड़क सुरक्षा के मुद्दे को उजागर करता है। तेज रफ्तार में चलने वाली गाड़ी ने न केवल एक युवा की जान ली, बल्कि उसके दोस्तों के जीवन को भी प्रभावित किया। ऐसे हादसों की रोकथाम के लिए सड़कों पर सुरक्षा उपायों को और मजबूत करने की आवश्यकता है।

स्थानीय निवासियों और छात्रों ने इस हादसे पर गहरी चिंता व्यक्त की है। उन्होंने प्रशासन से अपील की है कि वे सड़क सुरक्षा के नियमों को सख्ती से लागू करें ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाओं से बचा जा सके। इसके साथ ही, उन्होंने सलाह दी है कि तेज रफ्तार वाहन चालकों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होनी चाहिए।

समाज में शोक की लहर

जितेंद्र बिष्ट की मौत ने उनके परिवार, दोस्तों और समाज में शोक की लहर दौड़ा दी है। उनके दोस्त और सहपाठी इस घटना को लेकर गहरे सदमे में हैं। जितेंद्र को एक सक्रिय छात्र नेता के रूप में जाना जाता था, जो हमेशा अपने दोस्तों और समाज के लिए खड़ा रहा। उनकी यादें और योगदान हमेशा लोगों के दिलों में जीवित रहेंगे।

इस घटना ने एक बार फिर यह साबित कर दिया है कि सड़क पर सावधानी बरतना कितनी आवश्यक है। हर साल, कई जीवन सड़क हादसों के कारण समाप्त होते हैं, और इसे रोकने के लिए सभी को मिलकर प्रयास करने की आवश्यकता है।

पुलिस प्रशासन इस मामले में तेजी से कार्रवाई कर रहा है, और आशा की जा रही है कि आरोपी जल्द ही गिरफ्त में आएंगे। लोगों को भी इस घटना से सीख लेने की जरूरत है कि सड़क पर जरा सी लापरवाही जानलेवा साबित हो सकती है।

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