दशहरा पर्व का आगाज: राजधानी में जयघोष और आतिशबाजी
दशहरा पर्व का उल्लास राजधानी में गुरुवार को एक नई ऊंचाई पर होगा। ऐशबाग रामलीला मैदान में 65 फीट ऊंचे रावण का दहन भव्यता के साथ किया जाएगा। इस आयोजन के दौरान डेढ़ घंटे तक रंग-बिरंगी आतिशबाजी का कार्यक्रम होगा, जो आसमान को रोशन करेगा। इस अवसर पर 12 हजार से अधिक श्रद्धालुओं के जुटने की संभावना है, जिससे माहौल में एक जादुई अहसास होगा।
सुरक्षा व्यवस्था को लेकर पुलिस-प्रशासन की तैयारी
राजधानी की सुरक्षा व्यवस्था को लेकर पुलिस और प्रशासन ने पुख्ता इंतजाम किए हैं। इस बार ड्रोन के माध्यम से भी निगरानी रखी जाएगी ताकि कोई भी अप्रिय घटना न हो सके। सादे कपड़ों में तैनात पुलिसकर्मी भीड़ के बीच सुरक्षा बनाए रखने के लिए मौजूद रहेंगे। इसके अलावा, विभिन्न स्थानों पर थानेदार और महिला पुलिसकर्मियों की तैनाती सुनिश्चित की गई है।
ऐशबाग में होगा सबसे भव्य आयोजन
राजधानी का यह सबसे बड़ा आयोजन ऐशबाग रामलीला मैदान में होगा, जिसमें सांसद दिनेश शर्मा भी शामिल होंगे। डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक और केशव प्रसाद मौर्य को भी इस कार्यक्रम में आमंत्रित किया गया है। आयोजकों ने इस बार का आयोजन पहले से भी अधिक भव्य बनाने का वादा किया है।
शहर के अन्य मैदानों में भी होगा रावण दहन
ऐशबाग के अलावा वजीरगंज, जानकीपुरम, आलमबाग, हजरतगंज, चौक और बाजारखाला के रामलीला मैदानों में भी रावण दहन और मेले का आयोजन होगा। बाजारखाला मैदान में सजीव झांकियां और सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे, जो दर्शकों को आकर्षित करेंगे। जानकीपुरम में 40 फीट ऊंचा रावण जलाया जाएगा, वहीं आलमबाग और वजीरगंज में मेले के स्टॉल और झूले भी लोगों को अपनी ओर खींचेंगे।
सुरक्षा के कड़े इंतजाम रहेंगे
दशहरा पर्व पर सुरक्षा-व्यवस्था को लेकर पुलिस ने कमर कस ली है। ऐशबाग और अन्य बड़े आयोजनों पर ड्रोन कैमरों के माध्यम से निगरानी की जाएगी। बाजारखाला मैदान में, प्रभारी निरीक्षक के नेतृत्व में 7 दरोगा, 2 दीवान, 15 महिला सिपाही और 8 महिला होमगार्ड तैनात किए गए हैं। जानकीपुरम में सुरक्षा के लिए तीन प्रभारी निरीक्षक, 4 दरोगा, 68 दीवान-सिपाही और 26 महिला सिपाही तैनात रहेंगे।
पुलिस की तैनाती और सोशल मीडिया पर निगरानी
संयुक्त पुलिस आयुक्त बबलू कुमार ने बताया कि शहर के पांच जोन में 117 स्थलों पर रावण दहन होगा। इसके लिए 58 निरीक्षक, 423 उपनिरीक्षक, 419 दीवान-सिपाही, 165 महिला सिपाही और चार प्लाटून पीएसी का तैनाती की गई है। भीड़भाड़ वाले क्षेत्रों में सादी वर्दी में पुलिसकर्मी तैनात रहेंगे और सोशल मीडिया पर कड़ी निगरानी रखी जाएगी।
निष्कर्ष: एकता और उल्लास का पर्व
दशहरा का पर्व केवल एक धार्मिक उत्सव नहीं है, बल्कि यह एकता, भाईचारे और अच्छाई की बुराई पर जीत का प्रतीक है। इस बार की भव्यता और सुरक्षा इंतजाम यह दर्शाते हैं कि प्रशासन इस पर्व को मनाने में कोई कसर नहीं छोड़ना चाहता। सभी श्रद्धालुओं से अपील है कि वे इस पर्व को धूमधाम से मनाएं और अपनी सुरक्षा का ध्यान रखें।