कन्नौज में मिलती हैं एक्सपायरी दवाएं, सीएमओ ने की जांच के आदेश
कन्नौज में एक गंभीर घटना सामने आई है जहाँ लाखों रुपये मूल्य की सरकारी दवाएं कूड़े में पड़ी मिली हैं। यह दवाएं, जिनमें बड़ी मात्रा में बुखार के सीरप, इंजेक्शन और टैबलेट शामिल हैं, अपनी मियाद समाप्त होने के बाद शहर के पाल चौराहे के पास फेंकी गई थीं। इस समस्या की सूचना मिलने के बाद मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. स्वदेश गुप्ता ने अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंचकर जांच शुरू की।
सीएमओ डॉ. स्वदेश गुप्ता ने बताया कि इन दवाओं के स्रोत का पता लगाने के लिए आवश्यक कदम उठाए जाएंगे। उन्होंने इसे एक गंभीर मामला बताया और यह भी संभावना जताई कि ये दवाएं किसी अन्य जनपद से लाकर यहां फेंकी गई हो सकती हैं। उनकी टीम इस मामले की विस्तृत जांच कर रही है, ताकि सच्चाई सामने आ सके।
दवाओं के निस्तारण की प्रक्रिया पर उठे सवाल
सीएमओ ने आगे बताया कि अस्पतालों से निकलने वाले कचरे और दवाओं के निस्तारण के लिए बीएमडब्ल्यू का टेंडर बिल वर्ल्ड कम्पनी के पास है। यह कम्पनी दवाओं और कचरे को कानपुर ले जाकर नष्ट करती है। लेकिन यह सवाल उठता है कि ये दवाएं कन्नौज में कैसे पहुंची। मामले की जांच में यह एक महत्वपूर्ण बिंदु है।
जब सीएमओ डॉ. स्वदेश गुप्ता और बिनोद दीक्षित अस्पताल के अधीक्षक डॉ. सुधांशु दुबे ने पाल चौराहे पर पहुंचकर दवाओं की स्थिति का जायजा लिया, तो डॉ. सुधांशु ने कार से बाहर निकलकर现场 का निरीक्षण किया। इस दौरान सीएमओ अपनी कार में ही बैठे रहे, जिससे उनकी कार्यप्रणाली पर सवाल उठे।
दवाओं को नष्ट करने की प्रक्रिया
स्वास्थ्य अधिकारियों ने मौके पर जाकर देखा कि सरकारी दवाएं सड़क किनारे पड़ी हुई थीं। इसके बाद उन्होंने जेसीबी बुलवाकर दवाओं को ट्रैक्टर ट्राली में भरवाया। बताया गया कि इन दवाओं को बिनोद दीक्षित अस्पताल ले जाया गया, जहाँ दवाओं पर अंकित बैच नम्बर और डेट देखकर उनकी पड़ताल की जाएगी। इस प्रक्रिया को सुनिश्चित करने के लिए स्वास्थ्य विभाग ने विशेष ध्यान देने का आश्वासन दिया है।
कानून के उल्लंघन पर कार्रवाई की जाएगी
इस घटना को लेकर स्थानीय जनता और स्वास्थ्य विभाग दोनों में चिंता का माहौल है। यह स्पष्ट है कि ऐसी लापरवाही से स्वास्थ्य सुरक्षा को खतरा हो सकता है। सीएमओ डॉ. स्वदेश गुप्ता ने कहा है कि यदि जांच में किसी भी स्वास्थ्य कर्मी की लापरवाही पाई जाती है, तो उनके खिलाफ उचित कार्रवाई की जाएगी।
सामाजिक जिम्मेदारी पर ध्यान देने की आवश्यकता
इस घटना ने यह भी स्पष्ट किया है कि समाज में स्वास्थ्य और सुरक्षा को लेकर जागरूकता की आवश्यकता है। ऐसे मामलों में सरकारी संस्थाओं की भूमिका बहुत महत्वपूर्ण होती है, और उन्हें अपने कर्तव्यों का पालन सुनिश्चित करना चाहिए।
कन्नौज में हुई इस घटना ने एक बार फिर यह साबित कर दिया है कि स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार की आवश्यकता है। लोगों को अपने स्वास्थ्य के प्रति सजग रहना चाहिए और किसी भी प्रकार की लापरवाही की रिपोर्ट संबंधित अधिकारियों को करनी चाहिए।
इस घटना के बाद, उम्मीद की जा रही है कि स्वास्थ्य विभाग अधिक सतर्क रहेगा और भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति रोकने के लिए ठोस कदम उठाएगा।