बदलापुर में बीजेपी के मंडल अध्यक्ष का विवादित वीडियो वायरल
देवेश कुमार मिश्रा | बदलापुर | 9 मिनट पहले
उत्तर प्रदेश के जौनपुर जिले से एक विवादास्पद वीडियो सामने आया है जिसमें बीजेपी के बदलापुर मंडल अध्यक्ष संजीव कुमार उर्फ शनी शुक्ला एक राजस्व कर्मी के साथ बदसलूकी करते दिखाई दे रहे हैं। इस वीडियो में संजीव कुमार, राजस्व कर्मी को पुलिस की गाड़ी से खींचने और गालियां देने का प्रयास करते हुए दिख रहे हैं। यह मामला स्थानीय स्तर पर चर्चा का विषय बना हुआ है।
घटना का विवरण
यह घटना बदलापुर थाना क्षेत्र के नेवादा मुरीदपुर गांव में हुई। बताया गया है कि एक राजस्व कर्मी, एक गांव में पैमाइश का कार्य समाप्त करने के बाद पुलिस की गाड़ी में बैठकर जा रहे थे। उसी समय मंडल अध्यक्ष ने पुलिस की गाड़ी रोककर राजस्व कर्मी के साथ कथित तौर पर दुर्व्यवहार किया। यह न केवल एक गंभीर घटना है, बल्कि यह स्थानीय प्रशासन के प्रति विश्वास को भी हिला सकती है।
वीडियो में स्पष्ट रूप से देखा जा सकता है कि संजीव कुमार उर्फ शनी शुक्ला, राजस्व कर्मी को गालियां देते हुए और जान से मारने की धमकी देते हुए नजर आ रहे हैं। इस दौरान पुलिस गाड़ी में मौजूद एक महिला कॉन्स्टेबल भी मंडल अध्यक्ष की इस हरकत से सहमी हुई दिखाई दे रही हैं। पुलिस के सामने ऐसे घटनाक्रम का होना सवाल उठाता है कि क्या सरकारी कर्मचारी सुरक्षित हैं?
मंडल अध्यक्ष की प्रतिक्रिया
इस मामले में मंडल अध्यक्ष संजीव कुमार शुक्ला ने अपनी सफाई पेश की है। उन्होंने दावा किया कि राजस्व कर्मी बिना किसी आदेश के पैमाइश कर रहा था और वह स्वयं घटना स्थल पर उपस्थित नहीं थे। इसके अलावा, उन्होंने राजस्व कर्मी पर आरोप लगाया कि उसने उन्हें फोन पर गाली दी थी।
संजीव कुमार का कहना है कि यह मामला अब दीवानी न्यायालय में विचाराधीन है और उन्होंने अपने बचाव में यह भी कहा कि वीडियो को तोड़-मरोड़ कर पेश किया गया है। उनका यह भी कहना है कि इस तरह के आरोपों से उनकी छवि को नुकसान पहुंचाने का प्रयास किया जा रहा है।
स्थानीय लोगों की प्रतिक्रिया
स्थानीय लोगों ने इस घटना पर अपनी चिंता व्यक्त की है। उनका कहना है कि इस तरह की घटनाएं सरकारी कर्मचारियों के प्रति सम्मान को कम करती हैं। लोग यह भी सोच रहे हैं कि क्या राजनीतिक संरक्षण के कारण ऐसी घटनाएं बिना किसी डर के हो रही हैं। स्थानीय निवासियों का मानना है कि इस मामले में उचित कार्रवाई की जानी चाहिए, ताकि ऐसी घटनाएं फिर से न हो सकें।
- राजस्व कर्मियों की सुरक्षा को लेकर उठे सवाल
- स्थानीय प्रशासन को चाहिए कि वह स्थिति की गंभीरता को समझे
- राजनीतिक संरक्षण का मुद्दा भी सामने आया
निष्कर्ष
यह घटना न केवल जौनपुर के बदलापुर क्षेत्र में बल्कि पूरे उत्तर प्रदेश में चर्चा का विषय बन गई है। इस तरह की घटनाएं समाज में भय और असुरक्षा का माहौल पैदा करती हैं। स्थानीय प्रशासन को चाहिए कि वह इस मामले की गंभीरता को समझे और उचित कदम उठाए ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएं न हों।
इस मामले की आगे की जानकारी और विकास के लिए हम सभी को नजर बनाए रखना चाहिए। यह मामला न केवल राजनीतिक बल्कि सामाजिक दृष्टिकोण से भी महत्वपूर्ण है और इसके परिणाम व्यापक हो सकते हैं।