जयपुर में मावा मंडी पर सीएमएचओ की टीम का छापा
जयपुर के मावा मंडी में सोमवार को सीएमएचओ की टीम ने एक महत्वपूर्ण छापा मारा। इस कार्रवाई के तहत टीम ने 12 दुकानों से मावे के नमूने एकत्र किए, जिन्हें परीक्षण के लिए प्रयोगशाला में भेजा गया। इस दौरान, टीम ने दो पिकअप गाड़ियों और एक अन्य वाहन में रखे गए कुल 1380 किलो मावा को भी जब्त किया। प्रारंभिक जांच में यह मावा मानक के अनुरूप नहीं पाया गया, जिसके बाद उसे नष्ट करने की प्रक्रिया शुरू की गई।
त्योहारी सीजन में मिलावटखोरी पर कड़ी निगरानी
सीएमएचओ डॉ. रवि शेखावत ने बताया कि त्योहारी सीजन के दौरान मिलावटखोरों पर नकेल कसने के लिए यह विशेष अभियान चलाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि दीपावली जैसे त्योहारों के समय में मावे की खपत जयपुर में दोगुना से भी अधिक बढ़ जाती है, जिससे मिलावटी मावे की आपूर्ति बढ़ जाती है। ऐसे में, खाद्य सुरक्षा विभाग ने विशेष रूप से इस समस्या पर नज़र रखने के लिए कदम उठाए हैं।
दूध मंडी में ज्वाइंट टीम की कार्रवाई
सीएमएचओ की ज्वाइंट टीम ने शास्त्री नगर स्थित दूध मंडी में भी छापा मारा। इस कार्रवाई के दौरान मावा मंडी क्षेत्र में एक दर्जन से अधिक दुकानों की जांच की गई। टीम ने वहां मावे के स्टॉक के नमूने लिए और पाया कि कुछ नमूने मानक से कम गुणवत्ता के थे। इस प्रकार की कार्रवाई से यह स्पष्ट है कि प्रशासन मिलावटखोरी के खिलाफ सख्त है और आम जनता की सेहत को प्राथमिकता दे रहा है।
मावे की गुणवत्ता की जांच में क्या पाया गया?
जांच के दौरान, मावा मंडी में खड़ी दो पिकअप और एक अन्य गाड़ी में मावे का स्टॉक पाया गया। प्रारंभिक जांच में पाया गया कि इन मावों में फैट लेवल मानक से कम था। इसके बाद, मावे के सभी नमूने लेकर उन्हें नष्ट करने की प्रक्रिया शुरू की गई। यह कदम आवश्यक था ताकि बाजार में मिली जुली गुणवत्ता का मावा न बिक सके।
खाद्य सुरक्षा विभाग की विशेष पहल
डॉ. शेखावत ने आगे कहा कि त्योहारी सीजन में मिलावटखोरी को रोकने के लिए खाद्य सुरक्षा विभाग ने एक व्यापक अभियान शुरू किया है। इसके तहत, सभी दुकानों और वितरकों की नियमित जांच की जा रही है, ताकि उपभोक्ताओं को सुरक्षित और गुणवत्ता युक्त खाद्य सामग्री मिल सके।
अत्यधिक खतरनाक स्थिति से बचने के लिए जागरूकता
इस प्रकार की कार्रवाई से यह स्पष्ट होता है कि प्रशासन खाद्य सुरक्षा को लेकर कितनी गंभीर है। उपभोक्ताओं को यह समझना चाहिए कि त्योहारी सीजन में जुड़ी हुई खाद्य सामग्री की गुणवत्ता की जांच करना बेहद जरूरी है। मिलावटखोरी से न केवल स्वास्थ्य प्रभावित होता है, बल्कि यह त्योहार की खुशियों को भी भंग कर सकता है।
संबंधित समाचार: अस्पताल में युवक का ऑपरेशन
जयपुर के SMS अस्पताल में सोमवार को एक युवक का ऑपरेशन किया गया, जिसमें उसके पेट से घड़ी, नट और बोल्ट जैसी वस्तुएं निकाली गईं। यह ऑपरेशन लगभग 3 घंटे तक चला। युवक ने कुछ दिन पहले इन वस्तुओं को निगल लिया था, और जब घड़ी उसकी आहार नली में फंसी, तो उसे अस्पताल में भर्ती होना पड़ा। यह घटना भी खाद्य सुरक्षा और स्वास्थ्य के मामले में गंभीरता को दर्शाती है।
इस प्रकार, जयपुर के सीएमएचओ की टीम की कार्रवाई न केवल मिलावटखोरी को रोकने का प्रयास है, बल्कि यह जनता को सुरक्षित खाद्य सामग्री उपलब्ध कराने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।