एम्स भोपाल के शोध में स्मार्टफोन के दुष्प्रभावों का खुलासा
यदि आप घंटों तक अपने स्मार्टफोन में व्यस्त रहते हैं, तो आपको सतर्क हो जाने की आवश्यकता है। हाल ही में एम्स भोपाल के शोधकर्ताओं ने एक अध्ययन किया है, जिसमें यह पाया गया है कि स्मार्टफोन का अत्यधिक और लंबे समय तक उपयोग करने से गर्दन और पीठ की मांसपेशियों पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है। इस प्रक्रिया में, धीरे-धीरे दर्द, कमजोरी और शरीर के झुकाव जैसी समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं।
यह महत्वपूर्ण अध्ययन एम्स भोपाल के फिजियोलॉजी विभाग के डॉ. अविनाश ठाकरे के नेतृत्व में किया गया था। इसे 71वें एपीपीआईकॉन 2025 में प्रस्तुत किया गया, जो कि 8 से 12 अक्टूबर तक जेएनएमसी बेलगावी में आयोजित हुआ। इस अध्ययन के दौरान यह देखा गया कि स्मार्टफोन के लंबे समय तक उपयोग के कारण गर्दन और पीठ की मांसपेशियों की गतिविधि असंतुलित हो जाती है। डॉ. ठाकरे ने इस विषय पर ध्यान देते हुए कहा कि लोग अक्सर घंटों तक फोन पर झुके रहते हैं, जिससे उनकी मांसपेशियों पर अत्यधिक तनाव पड़ता है।
शोध में शामिल विशेषज्ञों की टीम
इस शोध टीम में कई विशेषज्ञ शामिल थे, जिनमें प्रो. संतोष वाकोडे, प्रो. राजय भारशंकर, प्रो. संदीप हुल्के और प्रो. अंशुल राय शामिल हैं। इन सभी ने मिलकर इस अध्ययन को सफलतापूर्वक पूरा किया। शोध के निष्कर्षों ने इस बात को स्पष्ट किया है कि स्मार्टफोन के अत्यधिक उपयोग का स्वास्थ्य पर गहरा असर हो सकता है, विशेषकर गर्दन और पीठ के स्वास्थ्य पर।
विशेषज्ञों की सलाह: स्मार्टफोन के सुरक्षित उपयोग के तरीके
विशेषज्ञ इस समस्या से निपटने के लिए कुछ सुझाव भी देते हैं, जो स्मार्टफोन के उपयोग के दौरान मांसपेशियों के तनाव को कम कर सकते हैं। इन सुझावों में शामिल हैं:
- हर 20 मिनट में फोन से नजरें हटाकर गर्दन को थोड़ी देर के लिए स्ट्रेच करें।
- फोन को अपनी आंखों के स्तर पर रखें, नीचे झुककर देखने से बचें।
- दिन में 10 मिनट का ‘नेक एंड बैक एक्सरसाइज रूटीन’ अपनाएं, जो मांसपेशियों को मजबूत करने में मदद करेगा।
स्मार्टफोन का संतुलित उपयोग: स्वास्थ्य की सुरक्षा
आज के डिजिटल युग में स्मार्टफोन का उपयोग हमारी दैनिक दिनचर्या का अभिन्न हिस्सा बन चुका है। हालांकि, इसके अत्यधिक उपयोग से होने वाले दुष्प्रभावों से अवगत होना आवश्यक है। विशेषज्ञों का मानना है कि स्मार्टफोन का संतुलित उपयोग न केवल मानसिक स्वास्थ्य के लिए महत्वपूर्ण है, बल्कि यह शारीरिक स्वास्थ्य को भी बनाए रखने में मदद करता है।
स्वास्थ्य विशेषज्ञों की सलाह का पालन करके और समय-समय पर व्यायाम करके हम अपने शरीर को स्वस्थ रख सकते हैं। यह आवश्यक है कि हम अपने स्मार्टफोन के उपयोग के दौरान स्वास्थ्य संबंधी सावधानियों का ध्यान रखें, ताकि भविष्य में हम किसी गंभीर समस्या का सामना न करें।
इस प्रकार, एम्स भोपाल का यह अध्ययन हमें यह याद दिलाता है कि स्वास्थ्य सबसे महत्वपूर्ण है और इसे बनाए रखना हमारी प्राथमिकता होनी चाहिए। स्मार्टफोन का उपयोग करते समय हमें अपनी सेहत का ध्यान रखना चाहिए और आवश्यक सावधानियां बरतनी चाहिए।