Tiruchirappalli त्रासदी: NHRC ने दो सफाई कर्मचारियों की मौत का स्वत: संज्ञान लिया



तिरुचिरापल्ली में दो सफाई कर्मचारियों की मृत्यु पर NHRC की कार्रवाई नई दिल्ली: राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग (NHRC) ने तिरुचिरापल्ली जिले, तमिलनाडु में एक दुखद घटना के बारे में मीडिया रिपोर्टों…

Tiruchirappalli त्रासदी: NHRC ने दो सफाई कर्मचारियों की मौत का स्वत: संज्ञान लिया

तिरुचिरापल्ली में दो सफाई कर्मचारियों की मृत्यु पर NHRC की कार्रवाई

नई दिल्ली: राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग (NHRC) ने तिरुचिरापल्ली जिले, तमिलनाडु में एक दुखद घटना के बारे में मीडिया रिपोर्टों का स्वतः संज्ञान लिया है। इस घटना में दो सफाई कर्मचारियों की मृत्यु हुई है, जो कि एक भूमिगत नाली के पाइपलाइन में काम करते समय दम घुटने से मरे।

घटना का विवरण

यह घटना 22 सितंबर 2025 को मुथुनगर के कर्लम गार्डन के पास हुई थी। मृतक कर्मचारियों की पहचान प्रभु (32) और रवि (38) के रूप में की गई है। प्रभु चिन्ना सेलम का निवासी था जबकि रवि थिरुवप्पुर, पुडुक्कोटाई का निवासी था। दोनों को तिरुचि निगम के लिए एक निर्माण कंपनी द्वारा काम पर लगाया गया था।

रिपोर्टों के अनुसार, प्रभु ने पहले मैनहोल में जाकर एक रुकावट को हटाने का प्रयास किया, लेकिन वह दम घुटने के कारण बेहोश हो गया। रवि ने उसे बचाने के प्रयास में तुरंत मैनहोल में प्रवेश किया, लेकिन वह भी दम घुटने के कारण जान गंवा बैठा। बाद में उनके शवों को अग्निशामक और बचाव सेवा कर्मियों द्वारा निकाला गया और शव परीक्षण के लिए थुवाकुडी सरकारी अस्पताल भेजा गया।

मानवाधिकार आयोग की प्रतिक्रिया

NHRC ने 23 सितंबर 2025 को प्रकाशित मीडिया रिपोर्ट पर ध्यान देते हुए यह बताया कि इन कर्मचारियों की मृत्यु मानवाधिकारों के उल्लंघन का गंभीर मामला है। आयोग ने यह भी सवाल उठाया कि क्या इन कर्मचारियों को भूमिगत प्रणाली में भेजे जाने से पहले उचित सुरक्षा उपकरण प्रदान किए गए थे।

आयोग ने तिरुचिरापल्ली नगर निगम के आयुक्त और तिरुचिरापल्ली के पुलिस अधीक्षक को नोटिस जारी करते हुए दो सप्ताह के भीतर विस्तृत रिपोर्ट मांगी है। इस रिपोर्ट में पुलिस जांच की स्थिति और मृतकों के परिवारों को दी गई किसी भी मुआवजे के विवरण को शामिल करने के लिए कहा गया है।

स्थानीय पुलिस की कार्रवाई

थिरुवेरुम्बुर पुलिस ने पहले ही इस मामले में एक केस दर्ज किया है और घटना की जांच शुरू कर दी है। यह घटना स्थानीय समुदाय में शोक और तनाव का कारण बनी है। लोगों में चिंता है कि इस प्रकार की घटनाएं फिर से न हों, और सभी कामगारों के लिए उचित सुरक्षा उपायों की आवश्यकता है।

सुरक्षा उपायों की आवश्यकता

इस घटना ने सुरक्षा उपायों की कमी को उजागर किया है। सफाई कर्मचारियों को अक्सर ऐसे खतरनाक परिस्थितियों में काम करना पड़ता है, जहाँ उनकी सुरक्षा के लिए पर्याप्त प्रावधान नहीं होते। यह सुनिश्चित करना आवश्यक है कि सभी श्रमिकों को सही प्रशिक्षण और सुरक्षा उपकरण प्रदान किए जाएं, ताकि ऐसी दुखद घटनाओं से बचा जा सके।

  • प्रभु और रवि की मौत के बाद, स्थानीय समुदाय में गहरा शोक है।
  • NHRC की कार्रवाई ने सुरक्षा उपायों पर फिर से ध्यान केंद्रित किया है।
  • पुलिस जांच में मुआवजे और सुरक्षा प्रावधानों की जानकारी मांगी गई है।

इस प्रकार की घटनाएँ न केवल उन व्यक्तियों पर असर डालती हैं जिनकी जानें जाती हैं, बल्कि उनके परिवारों और समग्र समाज पर भी गहरा प्रभाव डालती हैं। NHRC की कार्रवाई से उम्मीद है कि भविष्य में ऐसे मामलों की रोकथाम के लिए ठोस कदम उठाए जाएंगे, ताकि श्रमिकों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।

इस घटना ने एक बार फिर यह साबित किया है कि श्रमिकों के अधिकारों की रक्षा करना और उन्हें सुरक्षित कार्य वातावरण प्रदान करना आवश्यक है। ऐसे मामलों में समाज को एकजुट होकर काम करने की आवश्यकता है ताकि नियम और नीतियाँ सख्ती से लागू की जा सकें, और श्रमिकों को उनके अधिकारों के लिए लड़ने की आवश्यकता न पड़े।

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