बेंगलुरु में कॉलेज छात्रा की सड़क हादसे में दर्दनाक मौत
बेंगलुरु: उत्तर बेंगलुरु के अवलहैली क्षेत्र में एक कॉलेज छात्रा की सड़क हादसे में दुखद मौत हो गई। 22 वर्षीय धनुश्री, जो कि बी.कॉम की दूसरी वर्ष की छात्रा थी, सोमवार की सुबह अपने दोपहिया वाहन से कॉलेज जा रही थी जब उसे एक गड्ढे से बचने की कोशिश करते हुए यह हादसा हुआ।
हादसे का विवरण और घटनास्थल
यह घटना बुदीगेर क्रॉस के पास हुई, जो कि केआर पुरम, व्हाइटफील्ड और होसकोटे के निवासियों द्वारा केम्पेगौड़ा अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे तक पहुँचने के लिए अक्सर उपयोग किया जाने वाला व्यस्त सड़क है। रिपोर्ट्स के अनुसार, धनुश्री ने गड्ढे से बचने के लिए अपने स्कूटर को मोड़ा, लेकिन वह नियंत्रण खो बैठी। तभी पीछे से आ रहे एक टिपर ट्रक ने उसे कुचल दिया, जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई। उसके सिर को वाहन के पहियों के नीचे कुचल दिया गया था, जिससे उसकी स्थिति अत्यंत गंभीर हो गई।
पुलिस की कार्रवाई और जनाक्रोश
हादसे के बाद ट्रक चालक मौके से फरार हो गया। अवलहैली पुलिस ने एक हिट-एंड-रन मामले में रिपोर्ट दर्ज की है। केआर पुरम ट्रैफिक पुलिस भी मामले की जांच में शामिल है और आरोपी चालक को पकड़ने के लिए प्रयास किए जा रहे हैं। धनुश्री का शव आगे की प्रक्रियाओं के लिए एक निजी अस्पताल में स्थानांतरित कर दिया गया है।
यह दुखद घटना शहर की खराब सड़क स्थिति के खिलाफ जनाक्रोश को फिर से हवा दे रही है। बुदीगेर क्रॉस रोड विशेष रूप सेUnsafe स्थिति के लिए तीव्र आलोचना का सामना कर रहा है। गड्ढों में भरी हुई ढीली मिट्टी और जेली पत्थरों के कारण यह दोपहिया चालकों के लिए खतरनाक बन गया है।
मुख्यमंत्री का बयान और सड़क सुधार की योजना
यह हादसा उस समय हुआ जब कर्नाटका के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने 27 अगस्त से शुरू होने वाले 30 दिनों की समय सीमा का ऐलान किया था, जिसमें अधिकारियों को बेंगलुरु में सभी गड्ढों को भरने और सड़क की गुणवत्ता में सुधार करने का निर्देश दिया गया था। उन्होंने पहले खराब गड्ढा मरम्मत कार्य के लिए एक अधिकारी को निलंबित किया था और चेतावनी दी थी कि कोई भी लापरवाही होने पर निगम आयुक्तों और मुख्य इंजीनियरों को जिम्मेदार ठहराया जाएगा।
मुख्यमंत्री ने कहा था, “मैंने गड्ढों को भरने और कार्य में गुणवत्ता बनाए रखने के लिए निर्देश दिए हैं,” जब वह शहर में निरीक्षण दौरे पर थे।
भविष्य की योजनाएँ और सड़क सुरक्षा
सिद्धारमैया ने पूर्व भाजपा सरकार पर सड़क रखरखाव में लापरवाही और आवश्यक धनराशि जारी करने में विफल रहने का आरोप लगाया। इस घटना ने न केवल धनुश्री के परिवार में शोक का माहौल पैदा किया है, बल्कि पूरे शहर में सड़क सुरक्षा और रखरखाव के मुद्दे पर गंभीर चिंताओं को भी उजागर किया है।
इस घटना के बाद, स्थानीय निवासियों ने सड़क सुरक्षा को प्राथमिकता देने और गड्ढों की मरम्मत के लिए सख्त कदम उठाने की मांग की है। यदि सरकार समय रहते उचित कदम नहीं उठाती है, तो ऐसे हादसे भविष्य में भी हो सकते हैं, जिससे और अधिक अनहोनी का सामना करना पड़ेगा।
निष्कर्ष
धनुश्री की दर्दनाक मौत ने न केवल उसके परिवार को तोड़ दिया है, बल्कि यह बेंगलुरु की सड़क सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल भी खड़े कर दिए हैं। अब यह देखना होगा कि सरकार इस घटना से क्या सीख लेती है और सड़क की स्थिति को सुधारने के लिए कितनी तत्परता दिखाती है। शहरवासियों को सुरक्षित सड़कें मुहैया कराने के लिए एक ठोस और प्रभावी योजना की आवश्यकता है, ताकि भविष्य में किसी और की जान ना जाए।