Nafisa Ali: Stage 4 Cancer से जूझते हुए ‘Positive Power’ को अपनाकर किमोथेरेपी के लिए बाल्ड लुक को अपनाया



नफीसा अली: कैंसर से जूझती एक प्रेरणादायक कहानी बॉलीवुड की जानी-मानी अभिनेत्री नफीसा अली अपने कैंसर के सफर से कई लोगों को प्रेरित कर रही हैं। वह इस कठिन समय…

Nafisa Ali: Stage 4 Cancer से जूझते हुए ‘Positive Power’ को अपनाकर किमोथेरेपी के लिए बाल्ड लुक को अपनाया

नफीसा अली: कैंसर से जूझती एक प्रेरणादायक कहानी

बॉलीवुड की जानी-मानी अभिनेत्री नफीसा अली अपने कैंसर के सफर से कई लोगों को प्रेरित कर रही हैं। वह इस कठिन समय का सामना साहस और गरिमा के साथ कर रही हैं। उनकी कहानी न केवल एक संघर्ष की कहानी है, बल्कि यह एक उम्मीद की किरण भी है जो उन सभी के लिए है जो बीमारी से जूझ रहे हैं।

नफीसा अली, जो 2018 से स्टेज 4 पेरिटोनियल और ओवेरियन कैंसर से जूझ रही हैं, ने हाल ही में अपने उपचार की यात्रा के नए चित्र साझा किए हैं। उन्होंने अपने इंस्टाग्राम पर इन तस्वीरों के माध्यम से “सकारात्मक शक्ति” को साझा किया, जिसमें वह अपने नए गंजे लुक में नजर आ रही हैं। वह पीले गिंघम टॉप और भूरे पैंट में बेहद खूबसूरत और खुश नजर आ रही थीं। तस्वीरों के साथ उन्होंने केवल “सकारात्मक शक्ति” लिखा।

कैंसर के इलाज के दौरान नफीसा का साहस

कुछ दिन पहले, नफीसा ने अपनी चल रही कीमोथेरेपी सत्रों के बारे में खुलासा किया। उन्होंने साझा किया कि उपचार के कारण उनके बाल गिरने लगे हैं। उन्होंने अपने कंघे पर गिरते बालों की तस्वीर साझा करते हुए लिखा, “यहां मेरे कीमोथेरेपी के बाल जा रहे हैं… जल्द ही, मैं गंजा हो जाऊंगी।” यह पोस्ट उनके संघर्ष को दर्शाती है, लेकिन साथ ही उनकी सकारात्मकता भी दिखाती है।

नफीसा अली की एक और दिल को छू लेने वाली पोस्ट में, उन्होंने अपने पोते-पोतियों के साथ बिताए पलों को साझा किया, जो उन्हें कीमोथेरेपी के कारण बाल गिरने में मदद कर रहे थे। वीडियो में उनकी छोटी पोतियों को देखते हुए यह साफ दिखाई दे रहा था कि वे कितनी नाजुकता से उनके बाल काट रही हैं। नफीसा ने इस पोस्ट के साथ लिखा, “आखिरकार, मेरे छोटे पोते-पोतियों ने मेरी बालों की समस्या में मदद की।”

कैंसर की बीमारी और नफीसा का संघर्ष

नफीसा अली को पहले नवंबर 2018 में स्टेज 3 पेरिटोनियल और ओवेरियन कैंसर का निदान किया गया था। 2019 में थोड़ी ठीक होने के बाद, हाल ही में उन्होंने खुलासा किया कि उनका कैंसर वापस आ गया है और अब वह फिर से कीमोथेरेपी करवा रही हैं। इस समय सर्जरी विकल्प नहीं है, जिससे उनकी स्थिति और भी चुनौतीपूर्ण हो गई है।

नफीसा अली की यह यात्रा न केवल उनके व्यक्तिगत संघर्ष को दर्शाती है, बल्कि यह सभी के लिए एक प्रेरणा है। वह इस कठिन समय में भी अपने परिवार और दोस्तों के साथ सकारात्मकता बनाए रख रही हैं। उनके बलिदान, साहस और सकारात्मक दृष्टिकोण ने उन्हें एक नई पहचान दी है, जो न केवल उनके प्रशंसकों के लिए, बल्कि सभी के लिए एक उदाहरण है।

सकारात्मकता का संदेश

नफीसा अली की कहानी हमें यह सिखाती है कि जीवन में कठिनाइयों का सामना करने के लिए हमें हमेशा सकारात्मकता बनाए रखनी चाहिए। चाहे परिस्थितियां कितनी भी चुनौतीपूर्ण क्यों न हों, एक सकारात्मक दृष्टिकोण हमें आगे बढ़ने में मदद कर सकता है। उनकी यात्रा ने यह साबित कर दिया है कि सही मानसिकता और समर्थन से किसी भी संकट का सामना किया जा सकता है।

नफीसा अली की यह प्रेरणादायक कहानी न केवल कैंसर के रोगियों के लिए, बल्कि सभी के लिए एक महत्वपूर्ण सबक है। हमें अपने जीवन में सकारात्मकता को अपनाना चाहिए और दूसरों की मदद करने के लिए हमेशा तैयार रहना चाहिए। उनकी यात्रा का अनुसरण करते हुए, हम सभी को इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि हम जीवन में हमेशा आशा और सकारात्मकता बनाए रखें।

समाप्ति

नफीसा अली का साहस और उनकी सकारात्मकता हम सभी के लिए एक प्रेरणा है। उनके अनुभव से हमें यह सीख मिलती है कि जीवन में चाहे कितनी भी मुश्किलें आएं, हमें हमेशा आगे बढ़ते रहना चाहिए। उनकी कहानी हमें यह भी याद दिलाती है कि परिवार और दोस्तों का समर्थन हमेशा महत्वपूर्ण होता है, खासकर जब हम किसी कठिनाई का सामना कर रहे होते हैं।

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